सीतमढ़ी: जिले की मलाई रोल और मालपुआ देश के हर कोने में मशहूर है. इसका निर्माण पुपरी अनुमंडल मुख्यालय होता है. इन मिठाइयों की मांग नेपाल सहित दूसरे प्रदेशों के अलावे सीएम हाउस में भी है. सीतामढ़ी आने वाले और यहां से जाने वाले लोग इस मिठाई का स्वाद जरूर चखते हैं.
इन दोनों मिठाइयों को नेपाल और अन्य प्रदेशों में भी ले जाया जाता है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसे खाना पसंद करते हैं. इसलिए जब भी कोई कार्यकर्ता पटना जाता है तो अक्सर उनके लिए इस प्रसिद्ध मिठाई को अपने साथ ले जाता है. सीएम खुद भी इस मिठाई को खाते हैं और उनके यहां आने वाले मेहमानों को भी परोसा जाता है.
कई अन्य मिठाईयां भी हैं मशहूर
मलाई रोल और मालपुआ के अलावा जिले में बनने वाली कई और मिठाइयां भी काफी प्रसिद्ध हैं. इनमें रुनीसैदपुर और भूतही का बालूशाही, बेलसंड की छेने की जलेबी, परतापुर का पेड़ा और रीगा का रसगुल्ला शामिल है. इन सभी प्रसिद्ध मिठाइयों की मांग दूसरे प्रदेशों के अलावा सीएम हाउस में भी है. जदयू के जिला अध्यक्ष राणा रणधीर सिंह चौहान ने बताया कि सीतामढ़ी जिले की कई मिठाई काफी प्रसिद्ध है. जिसकी मांग दूसरे देशों और राज्यों के अलावा मुख्यमंत्री आवास में भी है. जिले के लिए ये गर्व की बात है कि यहां की मिठाई देश के कोने-कोने में पसंद की जाती है.
जिले के सभी प्रसिद्ध मिठाई मलाई, खोवा, ड्राई फ्रूट्स और चीनी के मिश्रण से तैयार किए जाते हैं. इनमें से कई मिठाई ऐसे हैं जो कई-कई दिनों तक खराब नहीं होते है. इसलिए इन मिठाइयों को दूसरे राज्यों में ले जाना आसान होता है.
बिक्री दर:
- मलाई रोल प्रति केजी 440 रुपये
- छेने की जलेबी प्रति केजी 200 रुपये
- पेड़ा प्रति केजी 400 रुपये
- रसगुल्ला प्रति केजी 250 रुपये
- बालूशाही प्रति केजी 120 से 140 रुपये