सीतामढ़ी: मिड डे मील अक्सर सवालों के घेरे में आ जाता है. खाने में कई तरह की त्रुटियां सामने आती रहती है. सीतामढ़ी का मिड डे मील बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है. घटना पुपरी थाना क्षेत्र के तेमुआ गांव स्थित मिडिल स्कूल की है, जहां मध्यान भोजन खाने से सैकड़ों बच्चे बीमार हो गए हैं.
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सीतामढ़ी में मिड डे मील खाकर बच्चे बीमार : जानकारी के मुताबिक मिड डे मील में खाना बनाने के दौरान कहीं से छिपकली गिर गई थी. वहीं सभी बच्चों को वही खाना खिला दिया गया. भोजन करने के बाद जब बच्चे अपने अपने घर लौटे तब अचानक से उनकी तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद सभी को आनन-फानन में स्थानीय पुपरी पीएससी में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. घटना को लेकर पीड़ित बच्चों के परिजनों ने भी स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
छिपकली गिरा खाना बच्चों खिलाया गया: खिचड़ी खाने के बाद लगभग डेढ़ दर्जन बच्चे बीमार हो गए. जिन बच्चों की तबीयत बिगड़ी उनके नाम छात्र सरोज कुमार, दीपांशु कुमार, आशिक, आदित्य, अंकुश कुमार, प्रिंस कुमार, शुभम, छात्रा चंदा कुमारी, अंशु कुमारी, आरती कुमारी, खुशबू कुमारी, काजल कुमारी और पुष्पांजलि कुमारी है.
पेट दर्द और चक्कर की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती: सभी बच्चों को भोजन करने के कुछ देर बाद पेट दर्द और चक्कर आने लगे. बच्चों की तबीयत खराब होने के बाद परिजन द्वारा सभी बच्चों को इलाज के लिए स्थानीय पीएचसी में भर्ती कराया गया. जहां चिकित्सक डॉ भानु प्रताप द्वारा सभी का इलाज किया गया. इस संबंध में बच्चों का कहना था कि खिचड़ी में छिपकली गिर गयी थी. उसके बावजूद स्कूल के व्यवस्थापक द्वारा सभी बच्चों को भोजन कराया गया. डॉक्टर ने बताया कि बच्चों की हालत खतरे से बाहर है.
"खाना खाने के बाद हमें पेट में दर्द हुआ और चक्कर आने लगा. खिचड़ी में छिपकली गिर गई थी. वहीं खाना सभी को खिला दिया गया."- अंशु कुमारी, छात्रा
"सभी छात्र छात्राओं की स्थिति सामान्य है. सभी का समुचित इलाज किया गया है. खाने में गड़बड़ी के कारण ऐसा हो सकता है."- डॉ. भानु प्रताप, चिकित्सक