सीतामढ़ी: कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर जहां सरकार पूर्व से ही तैयारियों में जुटा है, वहीं जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति जर्जर है. अब एक बार फिर से जिले में एक नया मामला सामने आया है. जहां बैरगनिया नगर परिषद (Bairgania Municipal Council) क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने दो महिला को वैक्सीनेशन के पहला और दूसरा डोज लगाये जाने का प्रमाणपत्र निर्गत (Corona Vaccine Certificate Issued) कर दिया है. जबकि सच्चाई ये है कि दोनों महिलाओं को अब तक कोरोना की दोनों डोज मिला ही नहीं.
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बैरगनिया नगर परिषद के वार्ड संख्या 13 निवासी राजेश कुमार की पत्नी पायल कुमारी को कोविड-19 की टीका लिये बिना ही पहला डोज लेने का प्रमाण पत्र जारी कर उनके मोबाइल नंबर पर मैसेज भेज दिया गया है. वहीं उनकी मां सुनीता देवी को भी दूसरा डोज लिए बिना ही प्रमाण पत्र का मैसेज भेज दिया गया है. जब उनके परिजनों के पास कोरोना वैक्सीन लगने का मैसेज पहुंचा तो वो हैरान रह गए.
इस संबंध में उनके द्वारा संबंधित कर्मी और बैरगनिया पीएससी के प्रभारी से भी बात करने का प्रयास किया गया, परंतु संबंधित कर्मी ने कहा कि जिला से ही ऐसी रिपोर्ट जारी किया जाता है. वहीं प्रभारी ने मामले को संज्ञान में नही होने की बात कही है. बता दें कि इस मामले का खुलासा महिला के पुत्र राजेश कुमार के मोबाइल पर उनकी पत्नी और मां के पहले और दूसरे डोज का मैसेज आने के बाद हुआ.
मैसेज देख युवक हैरान है कि स्वास्थ्य विभाग बिना टीका लिए कैसे लोगो को टीका का मैसेज भेज रहा है. राजेश कुमार ने बताया कि उसकी मां 13 जून 2021 को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ली थी लेकिन RBSK टीम प्रथम के द्वारा मां को दूसरे डोज का सर्टिफिकेट जारी किया गया. जब उन्होनें लिंक पर जाकर प्रमाण पत्र डाउनलोड किया उसमें मेरी माता और पत्नी का नाम आया. जिसमें टीका देने वाले में निधी कुमारी और स्थान में उनके बैरगनिया स्थित टीका एक्सप्रेस केयर-1 के द्वारा घर पर आकर वैक्सीन देने को दर्शाया गया है.
जबकि यही कहानी उनके पत्नी पायल के साथ भी हुआ है. उक्त टीम के द्वारा उनका पहले डोज का प्रमाणपत्र उनके पति के मोबाइल पर मैसेज भेज दिया गया है. जिससे परिजन काफी अचंभित हैं. गौरतलब है कि कोरोना टीकाकरण का आंकड़ा बढ़ाने के लिए वैक्सीनेशन को लेकर फर्जीवाड़े का ये जिले का पहला मामला नहीं है. इससे पूर्व शहर और प्रखण्ड के वैक्सिनेशन सेंटर से लोगों को वैक्सीन लिए बगैर दूसरे डोज का प्रमाणपत्र निर्गत कर दिया गया था.
इस संबंध में सीएचसी प्रभारी डॉ. अब्दुल बहाव द्वारा बताया गया कि मामले की गहन जांच कर दोषियों पर कारवाई करने का निर्देश दिया जाएगा. बता दें कि इसके पूर्व में आनंद विहारी सिंह आरटीआई से जिले के स्वास्थ्य विभाग से मांगे गए सूचना के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के फर्जीवाड़े का खुलासा कर चुके हैं. बगैर कोविड-19 के वैक्सीन के स्वास्थ्य विभाग ने कई लोगों का मोबाइल नंबर और नाम सरकार को भेजा था. जिन्हें कोविड-19 का वैक्सीन लगा ही नहीं था.
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