पटना: बिहार के बाढ़ में जबरन विवाह का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां कम्पटीशन की तैयारी कर रहे एक छात्र को अगवा कर उसकी पकड़ौआ विवाह करा दी गई. मिली जानकारी के मुताबिक, सोमवार शाम कुछ लोगों ने बहादुर थाना क्षेत्र स्थित बाजार समिति से जबरन किडनैप कर हरौली गांव की लड़की से शादी कर दी गई है. मामला तब प्रकाश में आया जब मंगलवार को बाढ़ थाना की पुलिस ने हरौली गांव से नवविवाहित जोड़े को बरामद कर लाई है.
पटना में पकड़ौआ विवाह: दरअसल, पीड़ित युवक के पिता ने बताया कि उनके पुत्र को पटना के बहादुरपुर थाना क्षेत्र बाजार समिति से पकड़कर लाया और जबरन उसकी शादी हरौली गांव में एक लड़की से करा दी गई है. इस मामले में लड़का पक्ष के द्वारा बाढ़ थाने में जबरन पकड़कर शादी कराने के मामले में आवेदन दिया. जिसके बाद पुलिस ने जांच कर लड़का-लड़की को लड़की के घर से बरामद कर लिया गया है.
दोनों पक्षों के बयान अलग-अलग: इस पूरे मामले को लेकर दोनों पक्षों के बयान अलग-अलग हैं. लड़की के परिवार वालों ने जबरन शादी और अपहरण के आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया. दोनों में प्रेम था. लड़का-लड़की 6 महीने से फ़ोनपर चोरी छिपे बातचीत कर रहे थे. उनका कहना है कि दोनों की सहमति से विवाह कराया गया है. वहीं पिता इस शादी को जबरन कराया गया.
पुलिस ने दोनों को गांव से किया बरामद: बाढ़ थानाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार की रात्रि में अथमलगोला से सूचना मिली कि एक लड़के को किडनैप किया गया है. पुलिस ने कार्रवाई की और दोनों को बरामद कर लिया. लड़का अथमलगोला थाना क्षेत्र का है और पटना में रहकर पढ़ाई लिखाई करता है. वहीं कुछ लोग हरौली गांव से वहां गए और लड़का को उठाकर ले आए उसके बाद जबरन उसकी शादी करा दी गई. पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह सच में जबरन विवाह का मामला है या फिर आपसी सहमति से हुई शादी को जबरन करार दिया गया.
"किडनैप कर जबरन शादी कराने की सूचना मिली. लड़का और लड़की का बयान ले लिया गया है और संबंधित थाना को सूचना दे दी गई है. आगे की कार्रवाई के लिए बहादुरपुर थाना दोनों को अपने साथ ले गई है." - अरुण कुमार सिंह, थानाध्यक्ष, बाढ़
बिहार में हर साल औसतन 3000 होती पकड़ौआ शादी : औसतन हर साल 3000 से ज्यादा पकड़वा विवाह बिहार में होते हैं. आंकड़ों की अगर बात कर ले तो स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने एक रिकॉर्ड जारी किया था. इसमें बिहार में 2020 में जबरन शादी कराने के 7,194, 2019 में 10,295, 2018 में 10,310 और 2017 में 8,927 मामले सामने आए थे. लेकिन बाद में इसमें से बहुत से मामले आपस में ही निपटा लिए गए थे.
पकड़ौआ विवाह क्या है?: पकड़ौआ विवाह असल में वो होता है जिसमें शादी के लायक लड़के का अपहरण किया जाता है और फिर डरा-धमकाकर जबरन उसकी शादी करवा दी जाती है. बिहार में पकड़ौआ विवाह का इतिहास 1980 के दशक के बाद से शुरू होता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 80 के दशक के बाद बिहार के बेगूसराय जिले में पकड़ौआ विवाह का चलन सबसे ज्यादा था. पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, बिहार में प्रतिदिन औसतन 9 पकड़ौवा विवाह कराए जाते हैं.
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