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सीतामढ़ीः अस्पताल निर्माण में गड़बड़ घोटाला, 12 करोड़ में बनाया जा रहा हॉस्पिटल - Kamalpura Construction Muzaffarpur

अस्पताल के निर्माण में संवेदक के जरिए बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का मामला सामने आया है. जेडीयू जिलाअध्यक्ष राणा रणधीर सिंह चौहान ने कहा कि दोषी संवेदक चाहे जितनी भी चतुराई कर सच को छुपा ले लेकिन जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.

बेलसंड अस्पताल
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Published : Nov 22, 2019, 12:23 PM IST

सीतामढ़ीः जिले के बेलसंड अनुमंडल मुख्यालय में 12 करोड़ 55 लाख की लागत से 100 बेड का अस्पताल बनाया जा रहा है. इस भवन को तैयार करके जून 2020 में विभाग को सौंप देना है. कमलपुरा कंस्ट्रक्शन मुजफ्फरपुर इस काम को कर रहे हैं. लेकिन इस भवन के निर्माण में संवेदक के जरिए बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का मामला सामने आया है. एस्टीमेट के अनुसार भवन का निर्माण नहीं किया जा रहा है.

sitamarhi
निर्माण में लगाए गए चौखट

एस्टीमेट के अनुसार नहीं हो रहा काम
भवन निर्माण से जुड़े लोगों ने बताया कि इस भवन के कमरों और खिड़कियों में एस्टीमेट के अनुसार जो चौखट लगाने हैं वह नहीं लग रहे हैं. उससे सस्ते दर की चौखट लगाई गई है. इसकी जांच करने का निर्देश डीजीएम पंकज कुमार ने दिया था. एसडीओ ने लगाए गए चौखट को बदलने की रिपोर्ट विभाग को भेज दी. लेकिन चौखट बदला नहीं गया. वहीं सूत्रों का बताना है कि ऊपर के सभी तल्ले में दो और तीन नंबर के ईट का प्रयोग किया गया है.

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निर्माण कार्य में लगा मजदूर

सीमेंट और बालू की मात्रा सही नहीं
भवन के प्लास्टर में एस्टीमेट के अनुसार सीमेंट और बालू की मात्रा नहीं दी जा रही है. इसके अलावा ऊंचे भवन पर काम करने वाले मजदूरों को सेफ्टी बेल्ट और हेलमेट भी उपलब्ध नहीं कराया गया है. जिस कारण जान जोखिम में डालकर मजदूर काम में जुटे हुए हैं. इस संबंध में जब संवेदक से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि सभी गलत साक्ष को छुपा दिया गया है, अब इसमें किसी प्रकार का कोई खुलासा नहीं हो सकता. जिसे जो करना है कर ले.

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निर्माण में इस्तेमाल किया जा रहा घटिया मसाला

ये भी पढ़ेंःपप्पू यादव बोले- हमारी सरकार बनी तो 4 महीने के अंदर कर देंगे टैक्स फ्री

जिलाधिकारी ने कही जांच की बात
इस मामले में स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर के के सिंह ने इसे गंभीरता से लेते हुए उच्चस्तरीय जांच कराने की बात कही है. वहीं इस संबंध में पूछे जाने पर जिलाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा और स्थानीय एसडीओ रामानुज प्रसाद सिंह ने बताया कि निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत प्राप्त हुई है. जिसकी जांच कराई जाएगी.

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राणा रणधीर सिंह चौहान, जेडीयू जिला अध्यक्ष

'दोषी पाए जाने पर संवेदक पर होगी कार्रवाई'
वहीं, जेडीयू जिला अध्यक्ष राणा रणधीर सिंह चौहान ने कहा कि दोषी संवेदक चाहे जितनी भी चतुराई कर सच को छुपा ले लेकिन जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा, अगर निर्माण कार्य में कोताही और गड़बड़ी की गई है तो संवेदक पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी और उनके भुगतान पर भी रोक लगाई जाएगी.

बेलसंड हॉस्पिटल निर्माण में लगे लोग और जानकारी देते मुंशी व अन्य

सीतामढ़ीः जिले के बेलसंड अनुमंडल मुख्यालय में 12 करोड़ 55 लाख की लागत से 100 बेड का अस्पताल बनाया जा रहा है. इस भवन को तैयार करके जून 2020 में विभाग को सौंप देना है. कमलपुरा कंस्ट्रक्शन मुजफ्फरपुर इस काम को कर रहे हैं. लेकिन इस भवन के निर्माण में संवेदक के जरिए बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का मामला सामने आया है. एस्टीमेट के अनुसार भवन का निर्माण नहीं किया जा रहा है.

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निर्माण में लगाए गए चौखट

एस्टीमेट के अनुसार नहीं हो रहा काम
भवन निर्माण से जुड़े लोगों ने बताया कि इस भवन के कमरों और खिड़कियों में एस्टीमेट के अनुसार जो चौखट लगाने हैं वह नहीं लग रहे हैं. उससे सस्ते दर की चौखट लगाई गई है. इसकी जांच करने का निर्देश डीजीएम पंकज कुमार ने दिया था. एसडीओ ने लगाए गए चौखट को बदलने की रिपोर्ट विभाग को भेज दी. लेकिन चौखट बदला नहीं गया. वहीं सूत्रों का बताना है कि ऊपर के सभी तल्ले में दो और तीन नंबर के ईट का प्रयोग किया गया है.

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निर्माण कार्य में लगा मजदूर

सीमेंट और बालू की मात्रा सही नहीं
भवन के प्लास्टर में एस्टीमेट के अनुसार सीमेंट और बालू की मात्रा नहीं दी जा रही है. इसके अलावा ऊंचे भवन पर काम करने वाले मजदूरों को सेफ्टी बेल्ट और हेलमेट भी उपलब्ध नहीं कराया गया है. जिस कारण जान जोखिम में डालकर मजदूर काम में जुटे हुए हैं. इस संबंध में जब संवेदक से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि सभी गलत साक्ष को छुपा दिया गया है, अब इसमें किसी प्रकार का कोई खुलासा नहीं हो सकता. जिसे जो करना है कर ले.

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निर्माण में इस्तेमाल किया जा रहा घटिया मसाला

ये भी पढ़ेंःपप्पू यादव बोले- हमारी सरकार बनी तो 4 महीने के अंदर कर देंगे टैक्स फ्री

जिलाधिकारी ने कही जांच की बात
इस मामले में स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर के के सिंह ने इसे गंभीरता से लेते हुए उच्चस्तरीय जांच कराने की बात कही है. वहीं इस संबंध में पूछे जाने पर जिलाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा और स्थानीय एसडीओ रामानुज प्रसाद सिंह ने बताया कि निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत प्राप्त हुई है. जिसकी जांच कराई जाएगी.

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राणा रणधीर सिंह चौहान, जेडीयू जिला अध्यक्ष

'दोषी पाए जाने पर संवेदक पर होगी कार्रवाई'
वहीं, जेडीयू जिला अध्यक्ष राणा रणधीर सिंह चौहान ने कहा कि दोषी संवेदक चाहे जितनी भी चतुराई कर सच को छुपा ले लेकिन जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा, अगर निर्माण कार्य में कोताही और गड़बड़ी की गई है तो संवेदक पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी और उनके भुगतान पर भी रोक लगाई जाएगी.

बेलसंड हॉस्पिटल निर्माण में लगे लोग और जानकारी देते मुंशी व अन्य
Intro:साढे 12 करोड़ की लागत से बनने वाले हॉस्पिटल में संवेदक द्वारा धड़ल्ले से की जा रही गड़बड़ी।
Body:जिले के बेलसंड अनुमंडल मुख्यालय में 12 करोड़ 55 लाख की लागत से 100 बेड का अस्पताल बनाया जा रहा है। और इस भवन को तैयार कर जून 2020 में विभाग को सौंप देना है। कमलपुरा कंस्ट्रक्शन के संचालक इस काम को कर रहे हैं उनके द्वारा धड़ल्ले से भवन निर्माण में गड़बड़ी की जा रही है। एस्टीमेट के अनुसार भवन का निर्माण नहीं किया जा रहा है। भवन निर्माण से जुड़े सूत्रों का बताना है कि इस भवन के सभी कमरों और खिड़कियों में एस्टीमेट के अनुसार जो चौखट लगाने हैं संवेदक द्वारा नहीं लगा कर उससे सस्ते दर की चौखट लगाई है। जिसकी जांच करने का निर्देश डीजीएम पंकज कुमार ने दिया था लेकिन स्थानीय विभागीय एसडीओ द्वारा लगाए गए चौखट को बदलने का रिपोर्ट विभाग को भेज दिया गया। लेकिन चौखट बदला नहीं गया। वहीं सूत्रों का बताना है कि ऊपर के सभी तल्ले में दो और तीन नंबर ईट का प्रयोग किया गया है। साथ ही भवन का जो प्लास्टर किया जा रहा है उसमें एस्टीमेट के अनुसार सीमेंट और बालू की मात्रा नहीं दी जा रही है। इसके अलावा ऊंचे भवन पर काम करने वाले मजदूरों को सेफ्टी बेल्ट और हेलमेट भी उपलब्ध नहीं कराया गया है। जिस कारण जान जोखिम में डालकर मजदूर काम में जुटे हुए हैं। इस संबंध में जब संवेदक से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि सभी गलत साक्ष को छुपा दिया गया है अब इसमें किसी प्रकार का कोई खुलासा नहीं हो सकता। जिसे जो करना है कर ले। हालांकि स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और जदयू के जिला अध्यक्ष राणा रणधीर सिंह चौहान इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसे उच्च स्तरीय जांच कराने की बात कही है। वहीं इस संबंध में पूछे जाने पर जिला अधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा और स्थानीय एसडीओ रामानुज प्रसाद सिंह ने बताया कि निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत प्राप्त हुई है। जिसकी जांच कराई जाएगी दोषी संवेदक चाहे जितनी भी चतुराई कर सच को छुपा ले लेकिन जांच में दूध का दूध और पानी का पानी सबीत हो जाएगा। अगर निर्माण कार्य में कोताही और गड़बड़ी की गई है तो संवेदक के ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी और उनका भुगतान पर भी रोक लगाया जाएगा।
अस्पताल का निर्माण कार्य मुजफ्फरपुर की कमलपुरा कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है। इस नए भवन में वार्ड, ओपीडी, इनडोर, चिकित्सक कक्ष, स्टाफ रूम, नर्स रूम, पोस्टमार्टम रूम, दवाखाना, पैथोलॉजी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड और अन्य जांच घर के अलावा स्नानागार, शौचालय. रसोईघर, स्टोर रूम, स्टाफ चेंज रूम, मेडिसिन विभाग, हड्डी रोग विभाग, दंत चिकित्सा विभाग, चक्षु विभाग, प्रसूति विभाग, शिशु विभाग सहित डायबिटीज जांच केंद्र का निर्माण कराया जा रहा है।
बाइट 1. अशोक कुमार सिंह। हॉस्पिटल निर्माण करा रहा कमलपुरा कंस्ट्रक्शन का मुंशी। ब्लू चेक शर्ट में।
बाइट 2. सुबोध कुमारमे। निर्माण कार्य में लगा मजदूर। उजला टीशर्ट में।
बाइट 3. संजय कुमार। मजदूर लाल टीशर्ट में।
बाइट 4. डॉक्टर के के सिंहमे। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी। काला उजला चेक शर्ट में।
बाइट 5. राणा रणधीर सिंह चौहान। जदयू जिला अध्यक्ष सह विधायक प्रतिनिधि। बंडी कुर्ता में।
पी टू सी 6.
विजुअल 7.8.9.10.11.12.13.14.15.16Conclusion:पी टू सी :_राहुल देव सोलंकी। सीतामढ़ी।
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