सीतामढ़ी: विश्व एड्स दिवस को लेकर सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने जागरूकता रैली निकाली. इस रैली में बड़ी संख्या में प्रशिक्षित एएनएम और स्वास्थ्य संगठन से जुड़े अधिकारी शामिल हुए. इस दौरान लोगों को इस गंभीर बीमारी के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया गया.
AIDS के बारे में दी गई जानकारी
जागरूकता रैली सदर अस्पताल परिसर से निकल कर शहर के मुख्य मार्ग से गुजरते हुए किरण चौक पहुंची. इसके बाद सभी वापस सदर अस्पताल आ गए. यहां मौके पर उपस्थित सीनियर डॉक्टर रविंद्र कुमार यादव ने सभी प्रशिक्षित एएनएम को इस रोग से जूझ रहे मरीजों के संबंध में जानकारी दी.
1 दिसंबर को मनाया जाता है विश्व एड्स दिवस
गौरतलब है कि पूरे देश में वर्ष 1988 के बाद से हर वर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसका उद्देश्य एड्स जैसे महामारी के बारे में लोगों को जागरूक करना है. ताकि लोग इससे अपना बचाव कर सकें.
देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं
वहीं, इस मौके पर प्रशिक्षित एएनएम जूही कुमारी ने हैदराबाद में हुई दुष्कर्म की घटना पर कहा कि हमारे देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. महिलाओं का घर से बाहर जाकर काम करना मुश्किल हो गया है. जूही ने कहा कि ऐसे अपराधियों को बीच चौराहे पर खड़ा कर कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए. ताकि कोई दूसरा व्यक्ति ऐसा करने की सोचे भी नहीं.
सरकार से सुरक्षा की मांग
छात्रा जूही कुमारी ने बताया कि अब महिलाओं को खुद आगे आना पड़ेगा. इस देश में महिलाओं को बचाने वाला कोई नहीं है. कोई भी सरकार कुछ नहीं करती है. अपराधियों को सिर्फ जेल में डालती है. बल्कि उन्हें ऐसी सजा देनी चाहिए कि अपराधियों को अपराध करने में डर महसूस हो और वह सोचने पर विवश हो जाए. यह सरकार से उनकी मांग है.