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सीतामढ़ी: विश्व AIDS दिवस पर निकाली गई जागरूकता रैली, स्वास्थ्यकर्मियों ने लिया हिस्सा

पूरे देश में वर्ष 1988 के बाद से हर वर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसका उद्देश्य एड्स जैसे महा बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करना है. ताकि लोग इससे अपना बचाव कर सके.

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Published : Dec 1, 2019, 6:51 PM IST

सीतामढ़ी: विश्व एड्स दिवस को लेकर सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने जागरूकता रैली निकाली. इस रैली में बड़ी संख्या में प्रशिक्षित एएनएम और स्वास्थ्य संगठन से जुड़े अधिकारी शामिल हुए. इस दौरान लोगों को इस गंभीर बीमारी के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया गया.

AIDS के बारे में दी गई जानकारी
जागरूकता रैली सदर अस्पताल परिसर से निकल कर शहर के मुख्य मार्ग से गुजरते हुए किरण चौक पहुंची. इसके बाद सभी वापस सदर अस्पताल आ गए. यहां मौके पर उपस्थित सीनियर डॉक्टर रविंद्र कुमार यादव ने सभी प्रशिक्षित एएनएम को इस रोग से जूझ रहे मरीजों के संबंध में जानकारी दी.

एड्स दिवस पर जागरूकता रैला का आयोजन

1 दिसंबर को मनाया जाता है विश्व एड्स दिवस
गौरतलब है कि पूरे देश में वर्ष 1988 के बाद से हर वर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसका उद्देश्य एड्स जैसे महामारी के बारे में लोगों को जागरूक करना है. ताकि लोग इससे अपना बचाव कर सकें.

देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं
वहीं, इस मौके पर प्रशिक्षित एएनएम जूही कुमारी ने हैदराबाद में हुई दुष्कर्म की घटना पर कहा कि हमारे देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. महिलाओं का घर से बाहर जाकर काम करना मुश्किल हो गया है. जूही ने कहा कि ऐसे अपराधियों को बीच चौराहे पर खड़ा कर कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए. ताकि कोई दूसरा व्यक्ति ऐसा करने की सोचे भी नहीं.

निकाली गई जागरूकता रैली

सरकार से सुरक्षा की मांग
छात्रा जूही कुमारी ने बताया कि अब महिलाओं को खुद आगे आना पड़ेगा. इस देश में महिलाओं को बचाने वाला कोई नहीं है. कोई भी सरकार कुछ नहीं करती है. अपराधियों को सिर्फ जेल में डालती है. बल्कि उन्हें ऐसी सजा देनी चाहिए कि अपराधियों को अपराध करने में डर महसूस हो और वह सोचने पर विवश हो जाए. यह सरकार से उनकी मांग है.

सीतामढ़ी: विश्व एड्स दिवस को लेकर सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने जागरूकता रैली निकाली. इस रैली में बड़ी संख्या में प्रशिक्षित एएनएम और स्वास्थ्य संगठन से जुड़े अधिकारी शामिल हुए. इस दौरान लोगों को इस गंभीर बीमारी के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया गया.

AIDS के बारे में दी गई जानकारी
जागरूकता रैली सदर अस्पताल परिसर से निकल कर शहर के मुख्य मार्ग से गुजरते हुए किरण चौक पहुंची. इसके बाद सभी वापस सदर अस्पताल आ गए. यहां मौके पर उपस्थित सीनियर डॉक्टर रविंद्र कुमार यादव ने सभी प्रशिक्षित एएनएम को इस रोग से जूझ रहे मरीजों के संबंध में जानकारी दी.

एड्स दिवस पर जागरूकता रैला का आयोजन

1 दिसंबर को मनाया जाता है विश्व एड्स दिवस
गौरतलब है कि पूरे देश में वर्ष 1988 के बाद से हर वर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसका उद्देश्य एड्स जैसे महामारी के बारे में लोगों को जागरूक करना है. ताकि लोग इससे अपना बचाव कर सकें.

देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं
वहीं, इस मौके पर प्रशिक्षित एएनएम जूही कुमारी ने हैदराबाद में हुई दुष्कर्म की घटना पर कहा कि हमारे देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. महिलाओं का घर से बाहर जाकर काम करना मुश्किल हो गया है. जूही ने कहा कि ऐसे अपराधियों को बीच चौराहे पर खड़ा कर कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए. ताकि कोई दूसरा व्यक्ति ऐसा करने की सोचे भी नहीं.

निकाली गई जागरूकता रैली

सरकार से सुरक्षा की मांग
छात्रा जूही कुमारी ने बताया कि अब महिलाओं को खुद आगे आना पड़ेगा. इस देश में महिलाओं को बचाने वाला कोई नहीं है. कोई भी सरकार कुछ नहीं करती है. अपराधियों को सिर्फ जेल में डालती है. बल्कि उन्हें ऐसी सजा देनी चाहिए कि अपराधियों को अपराध करने में डर महसूस हो और वह सोचने पर विवश हो जाए. यह सरकार से उनकी मांग है.

Intro:सीतामढ़ी, विश्व एड्स दिवस को लेकर शहर स्थित सदर अस्पताल से एक जागरूकता रैली निकाली गई। निकली रैली में बड़ी संख्या में प्रशिक्षित ए एन एम् के साथ साथ स्वास्थ संगठन से जुड़े सभी अधिकारी डॉक्टर के साथ अस्पताल में कार्यरत कर्मी शामिल हुए। रैली सदर अस्पताल परिसर से निकली और शहर के मुख्य मार्ग से गुजरते हुए किरण चौक पहुंची के बाद पुनः सदर अस्पताल वापस आ गए। जहां मौके पर उपस्थित सीनियर डॉक्टर डॉक्टर रविंद्र कुमार यादव ने सभी प्रशिक्षित एएनएम को विश्व एड्स दिवस पर प्रकाश डालते हुए इस रोग से जूझ रहे मरीजों के संबंध में जानकारी देने के साथ-साथ इसरो के पनपने के साथ इसके बचाव को लेकर एक अतिरिक्त क्लास ली



Body:बताते चलें कि पूरे देश में वर्ष 1988 के बाद से ही हर्ष वर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य है एच आई ई वी संक्रमण के प्रसार की वजह से एड्स जैसे महबीमारी के बाड़े में लोगों को बीच जागरूकता फैलाई जाए और इससे बचने के उपाय जन-जन तक पहुंचाएं और इस बीमारी से हुई मौत पर उनका शोक मनाया जाए। वहीं इस महा बीमारी को लेकर देश सरकार स्वास्थ्य अधिकारी गैर सरकारी संगठन के साथ पूरे विश्व भर में शिक्षित लोग अक्सर एड्स के रोकथाम के साथ इसके बचाव के संबंध में जानकारी देते रहते हैं।
वहीं इस मौके पर प्रशिक्षित ए एन एम जूही कुमारी ने हैदराबाद में एक महिला डॉक्टर के साथ रेप की घटना को अंजाम देने वह उसे जलाने के मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बदले हुए परिवेश में महिला कर्मियों को घर से बाहर जाकर काम करने में काफी मुश्किल हो गया है। किस को लेकर सभी के एन एम छात्राओं ने रोष व्याप्त है और अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलने की बात कह रही हैं। इतना ही नहीं छात्रा जूही कुमारी ने बताया कि अब हमें खुद आगे आना पड़ेगा हमें कोई बचाने वाला नहीं है। सरकार कुछ नहीं कर सकती सिर्फ जेल में डाल सकती है। और वह बाहर निकल कर फिर से अपराध की दुनिया में घुस जाता है और अपराधिक घटनाओं को अंजाम देता रहता है। उसने कहा कि सरकार को ऐसा कोई ठोस कदम उठाना चाहिए जैसे अपराधियों को अपराध करने में भय महसूस हो और वह सोचने पर विवश हो यह
मेरी सरकार से मांग है।
बाईट, जूही कुमारी , ए एन एम ।
बाईट, रविन्द्र कुमार यादव , सिनियर डॉक्टर , सदर अस्पताल।


Conclusion:
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