शेखपुरा: बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था के हालात किसी से छिपी हुई नहीं है. हालात तब है जब केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे खुद प्रदेश के निवासी हैं.
ताजा मामला मेंहूस थाना क्षेत्र का है. यहां सरमैदान गांव निवासी साधु यादव की पत्नी दारो देवी को शुक्रवार की सुबह प्रसव कराने शेखपुरा सदर अस्पताल पहुंची थी. लेकिन डॉक्टर और कर्मियों कि लापरवाही के कारण महिला ने अस्पताल के गेट पर ही बच्चे को जन्म दिया. हालांकि, अस्पताल में डॉक्टर मौजूद थे. लेकिन किसी ने महिला कि अस्पताल में भर्ती नहीं कराया. पीड़ित के परिजनों ने बताया अस्पताल के कर्मियों डॉक्टर अपने ऑफिस में बैठे रहे.
ईटीवी भारत की पहल पर अस्पताल में करवाया गया भर्ती
महिला को ईटीवी भारत के संवाददाता ने अस्पताल प्रबंधन से बात कर महिला को अस्पताल में भर्ती करवाया. जिसके बाद नवजात शिशु को एसएनसीयू में भर्ती कराया. मामले को लेकर जब ईटीवी भारत संवाददाता ने अस्पताल में मौजूद महिला कर्मी से पूछा तो उसने चुप्पी साध ली. वहीं, एसएनसीयू में तैनात डॉक्टर ने बताया कि महिला और बच्चे का इलाज किया का रहा है.
जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ
इस बाबत सदर अस्पताल के प्रबंधक धीरज कुमार ने कहा कि बच्चे को महिला ने अस्पताल के गेट पर जन्म दिया है. इस मामले को लेकर ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों से स्पष्टीकरण मांगा गया है. उन्होंने बताया कि फिलहाल बच्चे को एसएनसीयू में भर्ती कराया गया है. जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.
लापरवाही का यह पहला मामला नहीं
बता दें कि बता दे कि इससे पहले सदर अस्पताल से नवजात बच्चे की चोरी कर ली गयी थी. लेकिन एक महीने बाद भी आज तक नवजात का पता नहीं चल पाया.