शेखपुरा: जिले के बरबीघा थाने के एक गांव की लाड़ली को संरक्षण नहीं मिला पाया और प्रताड़ना से तंग बेगूसराय के रतनपुर बालिका गृह में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस संबंध में लापरवाही, प्रताड़ना तथा नियम की अनदेखी के मामले में बालिका गृह की अधीक्षका कुमार अनुजा और शेखपुरा के बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष शशिबाला कुमारी पर बेगूसराय थाना में एफआईआर दर्ज करायी गई है.
मामले में किशोरी के परिजनों ने कहा है कि उसकी लाड़ली बिटिया बार-बार अपने बहन के साथ रहने के लिए विनती करती थी बालिका गृह से बाहर निकलने के लिए तड़प रही थी. बावजूद बाल कल्याण समिति ने बच्ची को उसके परिजन को देने में आनाकानी की. परिजनों ने आरोप लगाया है कि बच्ची को अपने संरक्षण में लेने के लिए उन्होंने बाल कल्याण समिति के कई चक्कर लगाए और कागजी कार्रवाई भी पूरी की. लेकिन बाल कल्याण के अध्यक्ष की लापरवाही की वजह से उनकी बच्ची की जान चली गयी. परिजनों ने कहा कि इस आत्महत्या का जिम्मेवार बाल कल्याण समिति शेखपुरा एवं बालिका गृह बेगूसराय है. वो बेटी की मौत पर कार्रवाई की मांग करते हुए मानवाधिकार एवं बाल अधिकार जाएंगे.
बहकावे में घर छोड़कर भागी गयी थी बालिका
विदित हो कि बालिका अपने घर से किसी के बहकावे में आकर भाग गयी थी. इसके बाद पटना पुलिस ने उसकी बरामदगी की थी. इसके बाद उसे कुछ दिन पटना बालिका गृह में रखा गया. वहां से जांच-पड़ताल के बाद शेखपुरा बाल कल्याण समिति को अग्रतर कार्रवाई एवं परिवार में भेजने हेतु बालिका को शेखपुरा भेजा गया था. लेकिन यहां से बालिका को उसके परिवार में न भेजकर उसे फिर से बेगूसराय के बालिका गृह भेज दिया गया. यहां प्रताड़ना से तंग आकर 17 वर्षीय किशोरी ने आत्महत्या कर ली. इस संबंध में अध्यक्ष बाल कल्याण समिति शेखपुरा शशिबाला कुमारी से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया. लेकिन फोन पर उनसे किसी प्रकार का संपर्क नहीं हो सका है.