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बदलते मौसम में बढ़ा डेंगू और मलेरिया का खतरा, डॉक्टर से जानिए सुरक्षित रहने के तरीके

बदलते हुए मौसम के बीच डेंगू और मलेरिया का खतरा बढ़ गया है. बरसात के मौसम में जलजमाव के कारण मच्छर पनपने लगते हैं, जिस कारण यह और खतरनाक हो जाता है. सुरक्षित रहने के लिए इस रिपोर्ट में जानें डॉक्टरों की सलाह....

डेंगू और मलेरिया का खतरा
डेंगू और मलेरिया का खतरा
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Published : Sep 5, 2021, 7:13 AM IST

शेखपुराः जिले में पिछले कुछ दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश (Rain In Bihar) की वजह से जगह-जगह जलजमाव की स्थिति बन गई है. बरसात के मौसम में मच्छरों के बढ़ने से मलेरिया और डेंगू (Dengue) जैसी बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ जाता है. बारिश के बाद तापमान में हो रही बार-बार बदलाव (Weather Change) ये और खतरनाक हो जाता है. इसे देखते हुए हमें सतर्क रहने की जरूरत है.

इसे भी पढ़ें- सावधान! कहीं डेंगू न मार दे डंक... डॉक्टरों की लें सलाह... जानिए कैसे रहें सावधान...

इन बीमारियों से बचाव को लेकर लोगों को सतर्कता बरतनी जरूरी है. इस बारे में जानकारी देते हुए जिला वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी डॉ.अशोक कुमार ने बताया कि जिले में अगस्त माह के दौरान किसी भी प्रखंड में एक भी डेंगू मरीज की पुष्टि नहीं हुई है. हालांकि जिले में 5 कालाजार से संक्रमित मरीजों मिले हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है.

"छिट-पुट तरीके से लगातार हो रही बारिश और मौसम में उतार-चढ़ाव के कारण लोग वायरल बुखार का शिकार हो रहे हैं. वहीं, कई डेंगू या मलेरिया के मरीज भी वायरल बुखार समझकर इसका उचित उपचार नहीं करा रहे हैं. इससे उन मरीजों की स्थिति बिगड़ जाती है. यह एक बड़ी समस्या है. किसी भी तरह की दिक्कत होने पर सबसे पहले अस्पताल पहुंचकर लोग कोरोना जांच कराएं. इसके बाद अन्य जांच के लिए चिकित्सीय परामर्श लें."- डॉ. अशोक कुमार, जिला वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी

बरसात के इस बदलते मौसम में अक्सर लोग डेंगू, मलेरिया और वायरल फीवर जैसी बीमारियों से संक्रमित हो जाते हैं. इनसे बचने के लिए सतर्कता जरूरी है. डेंगू से बचाव के लिए हमें अपने आसपास पानी जमा नहीं होने देना चाहिए.

कैसे फैलता है डेंगू

  • डेंगू वायरस एडीज प्रजाति के मच्छरों के काटने से लोगों में फैलता है. ये उसी प्रकार के मच्छर हैं जो जीका और चिकनगुनिया के वायरस फैलाते हैं.
  • ये मच्छर आम तौर पर जमा किए हुए पानी के पास अंडे देते हैं, जैसे बाल्टी में, पालतू जानवरों के बर्तन में, फूलदान में आदि.
  • ये मच्छर इंसानों को ज्यादा काटते हैं और लोगों के घर के अंदर और बाहर दोनों जगह रहते हैं.
  • डेंगू, चिकनगुनिया और जीका फैलाने वाले मच्छर दिन और रात में काटते हैं.
  • पहले से ही डेंगू से संक्रमित एक गर्भवती महिला अपने भ्रूण को गर्भावस्था के दौरान या जन्म के समय संक्रमित कर सकती है.

इसे भी पढ़ें- बारिश और जलजमाव से पटना में बढ़ा मच्छरों का प्रकोप, निगम ने कहा- हम कर रहे हैं कंट्रोल

डेंगू से बचने के उपाय

  • मच्छर भगाने वाली क्रीम का इस्तेमाल करें.
  • पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहनें.
  • खिड़कियों और दरवाजों पर जालीदार दरवाजों का उपयोग करें.
  • सुबह और शाम को बाहर रहने से बचने की कोशिश करें.
  • आसपास पानी जमा न होने दें.
  • प्लांट पॉट प्लेटों से अतिरिक्त पानी निकालें.
  • मच्छर के अंडों को निकालने के लिए कंटेनर को स्क्रब करें.
  • गमलों में लगे पौधों की मिट्टी को ढीला करें.
  • एयर कंडीशनिंग यूनिट के नीचे कोई बर्तन न रखें.

गमले, टायर और कबाड़ आदि में पानी जमा होने के कारण मच्छरों को पनपने का मौका देता है. इनसब पर ध्यान देते हुए हमें मच्छरदानी, क्रीम आदि का इस्तेमाल करना चाहिए. शरीर को ढंककर रखना चाहिए. लक्षण मिलने पर तत्काल डॉक्टरों से सलाह लेना चाहिए. खुद से इलाज करना मरीज के लिए जानलेवा साबित हो सकता है.

शेखपुराः जिले में पिछले कुछ दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश (Rain In Bihar) की वजह से जगह-जगह जलजमाव की स्थिति बन गई है. बरसात के मौसम में मच्छरों के बढ़ने से मलेरिया और डेंगू (Dengue) जैसी बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ जाता है. बारिश के बाद तापमान में हो रही बार-बार बदलाव (Weather Change) ये और खतरनाक हो जाता है. इसे देखते हुए हमें सतर्क रहने की जरूरत है.

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इन बीमारियों से बचाव को लेकर लोगों को सतर्कता बरतनी जरूरी है. इस बारे में जानकारी देते हुए जिला वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी डॉ.अशोक कुमार ने बताया कि जिले में अगस्त माह के दौरान किसी भी प्रखंड में एक भी डेंगू मरीज की पुष्टि नहीं हुई है. हालांकि जिले में 5 कालाजार से संक्रमित मरीजों मिले हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है.

"छिट-पुट तरीके से लगातार हो रही बारिश और मौसम में उतार-चढ़ाव के कारण लोग वायरल बुखार का शिकार हो रहे हैं. वहीं, कई डेंगू या मलेरिया के मरीज भी वायरल बुखार समझकर इसका उचित उपचार नहीं करा रहे हैं. इससे उन मरीजों की स्थिति बिगड़ जाती है. यह एक बड़ी समस्या है. किसी भी तरह की दिक्कत होने पर सबसे पहले अस्पताल पहुंचकर लोग कोरोना जांच कराएं. इसके बाद अन्य जांच के लिए चिकित्सीय परामर्श लें."- डॉ. अशोक कुमार, जिला वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी

बरसात के इस बदलते मौसम में अक्सर लोग डेंगू, मलेरिया और वायरल फीवर जैसी बीमारियों से संक्रमित हो जाते हैं. इनसे बचने के लिए सतर्कता जरूरी है. डेंगू से बचाव के लिए हमें अपने आसपास पानी जमा नहीं होने देना चाहिए.

कैसे फैलता है डेंगू

  • डेंगू वायरस एडीज प्रजाति के मच्छरों के काटने से लोगों में फैलता है. ये उसी प्रकार के मच्छर हैं जो जीका और चिकनगुनिया के वायरस फैलाते हैं.
  • ये मच्छर आम तौर पर जमा किए हुए पानी के पास अंडे देते हैं, जैसे बाल्टी में, पालतू जानवरों के बर्तन में, फूलदान में आदि.
  • ये मच्छर इंसानों को ज्यादा काटते हैं और लोगों के घर के अंदर और बाहर दोनों जगह रहते हैं.
  • डेंगू, चिकनगुनिया और जीका फैलाने वाले मच्छर दिन और रात में काटते हैं.
  • पहले से ही डेंगू से संक्रमित एक गर्भवती महिला अपने भ्रूण को गर्भावस्था के दौरान या जन्म के समय संक्रमित कर सकती है.

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डेंगू से बचने के उपाय

  • मच्छर भगाने वाली क्रीम का इस्तेमाल करें.
  • पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहनें.
  • खिड़कियों और दरवाजों पर जालीदार दरवाजों का उपयोग करें.
  • सुबह और शाम को बाहर रहने से बचने की कोशिश करें.
  • आसपास पानी जमा न होने दें.
  • प्लांट पॉट प्लेटों से अतिरिक्त पानी निकालें.
  • मच्छर के अंडों को निकालने के लिए कंटेनर को स्क्रब करें.
  • गमलों में लगे पौधों की मिट्टी को ढीला करें.
  • एयर कंडीशनिंग यूनिट के नीचे कोई बर्तन न रखें.

गमले, टायर और कबाड़ आदि में पानी जमा होने के कारण मच्छरों को पनपने का मौका देता है. इनसब पर ध्यान देते हुए हमें मच्छरदानी, क्रीम आदि का इस्तेमाल करना चाहिए. शरीर को ढंककर रखना चाहिए. लक्षण मिलने पर तत्काल डॉक्टरों से सलाह लेना चाहिए. खुद से इलाज करना मरीज के लिए जानलेवा साबित हो सकता है.

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