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शेखपुरा में चक्रवाती तूफान यास का असर, हरोहर नदी तटवर्ती क्षेत्र के ग्रामीणों की बढ़ी परेशानी - शेखपुरा में यास का असर

बिहार में मौसम का मिजाज बदल गया है. बिहार के कई जिलों में यास तूफान का असर दिख रहा है. शेखपुरा में रुक-रुककर हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है.

शेखपुरा
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Published : May 27, 2021, 11:06 PM IST

शेखपुरा: चक्रवाती तूफान यास के कारण जिले में लगातार हो रही बारिश से जन जिवन अस्त व्यस्त हो गया है. वहीं, घाटकुसुम्भा प्रखंड में चक्रवाती तूफान यास के संभावित खतरे से सहमे नजर आ रहे हैं. जिसकी वजह से स्थानीय परेशान हैं.

ये भी पढ़ें- गया में चक्रवाती तूफान यास का असर, तेज हवाओं के साथ हो रही बारिश

चक्रवाती तूफान यास
हरोहर नदी के किनारे बसे गांव के लोग, तटीय क्षेत्र मे रहने वाले पानापुर, प्राणपुर, जितपारपुर, महम्मदपुर, हरनामचक, आलापुर, बाउंघाट, कोयला, मुरबरीया, घाटकुसुम्भा, अकरपुर, गदबदिया, सुजावलपुर, बटौरा गांव में हजारों आबादी रहती हैं. हालांकि, हरोहर नदी में पानी बहुत नीचे है. ग्रामीणों ने बताया कि प्राकृतिक आपदा कब आ जाय कुछ कहना मुश्किल है. इस प्रखंड का दर्जन भर गांव हरोहर नदी और टाटी नदी के किनारे बसे हुए हैं. बाढ़ की तबाही झेलने वाले इन गांवों के लोग चक्रवाती तूफान यास से उत्पन्न होने वाले संभावित खतरे की आशंका से सहमे नजर आ रहे हैं.

चक्रवाती तूफान यास से सहमें ग्रामीण
नदी के किनारे बसे ग्रामीणों ने बताया कि हर साल बाढ़ के समय में वे लोग भारी परेशानी का सामना करते हैं. अगर चक्रवाती तूफान यास अपना रूप इस क्षेत्र में दिखाया तो नदी के किनारे बसे लोगों के लिए इस कहर को झेलना मुश्किल हो जाएगा. इसके बावजूद भी प्रखंड स्तर पर बचाव की कोई तैयारी नहीं दिख रही है. ग्रामीणों ने बताया कि तूफान को लेकर हो रहे प्रचार के कारण नदी तटवर्ती ग्रामीणों की नींद उड़ गयी है.

शेखपुरा: चक्रवाती तूफान यास के कारण जिले में लगातार हो रही बारिश से जन जिवन अस्त व्यस्त हो गया है. वहीं, घाटकुसुम्भा प्रखंड में चक्रवाती तूफान यास के संभावित खतरे से सहमे नजर आ रहे हैं. जिसकी वजह से स्थानीय परेशान हैं.

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चक्रवाती तूफान यास
हरोहर नदी के किनारे बसे गांव के लोग, तटीय क्षेत्र मे रहने वाले पानापुर, प्राणपुर, जितपारपुर, महम्मदपुर, हरनामचक, आलापुर, बाउंघाट, कोयला, मुरबरीया, घाटकुसुम्भा, अकरपुर, गदबदिया, सुजावलपुर, बटौरा गांव में हजारों आबादी रहती हैं. हालांकि, हरोहर नदी में पानी बहुत नीचे है. ग्रामीणों ने बताया कि प्राकृतिक आपदा कब आ जाय कुछ कहना मुश्किल है. इस प्रखंड का दर्जन भर गांव हरोहर नदी और टाटी नदी के किनारे बसे हुए हैं. बाढ़ की तबाही झेलने वाले इन गांवों के लोग चक्रवाती तूफान यास से उत्पन्न होने वाले संभावित खतरे की आशंका से सहमे नजर आ रहे हैं.

चक्रवाती तूफान यास से सहमें ग्रामीण
नदी के किनारे बसे ग्रामीणों ने बताया कि हर साल बाढ़ के समय में वे लोग भारी परेशानी का सामना करते हैं. अगर चक्रवाती तूफान यास अपना रूप इस क्षेत्र में दिखाया तो नदी के किनारे बसे लोगों के लिए इस कहर को झेलना मुश्किल हो जाएगा. इसके बावजूद भी प्रखंड स्तर पर बचाव की कोई तैयारी नहीं दिख रही है. ग्रामीणों ने बताया कि तूफान को लेकर हो रहे प्रचार के कारण नदी तटवर्ती ग्रामीणों की नींद उड़ गयी है.

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