शेखपुरा: बिहार के शेखपुर के बरबीघा के चर्चित माइक्रो फाइनेंस आशीर्वाद गोल्ड लोन बैंक से 2 करोड़ रुपए के सोने की लूट की घटना को पुलिस ने मात्र तीन दिनों के अंदर खुलासा कर लिया है. लूटे गए सोने को पुलिस ने बरामद कर लिया. लूट मामले में ब्रांच मैनेजर और सहायक ब्रांच मैनेजर की मिली भगत सामने आई. जहां दोनों ने इतने बड़े लूटकांड की घटना को अंजाम दिया. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया.
शेखपुरा में लूट का खुलासा: इस मामले की जानकारी एसपी कार्तिकेय शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी. उन्होंने बताया कि बरबीघा के चर्चित आशीर्वाद गोल्ड लोन बैंक में 18 दिसंबर को 1 बजे मास्क लगाए हथियारबंद अपराधियों द्वारा लूट की घटना को अंजाम दिया. अपराधियों ने बैंक से लगभग 5836 ग्राम की लूटकर फरार हो गये थे. घटना के पश्चात डीएसपी के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम बनाई गई थी. टीम ने लगातार संदिग्ध जगहों पर छापेमारी शुरू की.
बैंक मैनेजर से पूछताछ में हुआ खुलासा: उन्होंने बताया कि छुट्टी पर गए ब्रांच मैनेजर और सहायक ब्रांच मैनेजर से भी पूछताछ की गई. पूछताछ करने पर दोनों ने अपना अपना बयान बताया जो दोनों से काफी भिन्न था. जिसके बाद पुलिस को इस मामले में संदेह हुआ. फिर पुलिस ने दोनों के कॉल डिटेल्स निकालकर कड़ाई से पूछताछ की तो दोनों ने पूरी घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली.
"पुलिस ने तीन दिनों के अंदर चर्चित माइक्रो फाइनेंस आशीर्वाद गोल्ड लोन बैंक से 2 करोड़ रुपए के सोने की लूट का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने ब्रांच मैनेजर और सहायक ब्रांच मैनेजर को गिरफ्तार किया है. लूटे गए सोने को ब्रांच मैनेजर कृष्ण मुरारी के घर से बरामद किया गया. संलिप्त अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है."-कार्तिकेय शर्मा, एसपी
दोनों के बयान में अंतर: एसपी ने बताया कि ब्रांच मैनेजर कृष्ण मुरारी पिता जितेंद्र प्रसाद, नौरंगा जलालपुर पटना के जबकि सहायक ब्रांच मैनेजर विकास कुमार नया टोला राघोपुर बख्तियारपुर पटना के रहने वाले हैं. दोनों ने कुछ दिनों पहले इस लूट की घटना को अंजाम देने के लिए प्लान बनाया. घटना के दिन मैनेजर कृष्ण मुरारी विजिट के लिए गोपालगंज के मीरगंज के लिए गये. घटना की सूचना सहायक ब्रांच मैनेजर से प्राप्त होने पर वे छपरा से लौटे और बरबीघा थाने को सूचना दी गई थी. सूचना और तकनीकी अनुसंधान में मैनेजर और सहायक मैनेजर के बयान बिल्कुल उलट पाए गए. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया.
मैनेजर और सहायक मैनेजर ने बनाया था लूट का प्लान: एसपी ने बताया कि मैनेजर और सहायक मैनेजर ने लूट का प्लान एक सप्ताह पहले बनाया था. पटना जिले के बख्तियारपुर में एक होटल में नीरज कुमार उर्फ वांटेड पिता गौरी राय के साथ मिलकर एक सप्ताह पहले लूट का प्लान बनाया गया था. लूट में नीरज कुमार उर्फ वांटेड के द्वारा ही साथ मे अन्य अपराधियों को लाया गया था.
ब्रांच मैनेजर के घर सोना किया बरामद: ब्रांच मैनेजर कृष्ण मुरारी ने बताया कि घटना के दिन सुबह अपने स्टाफ से मोटरसाइकिल मांग कर बरबीघा से निकले, लेकिन मीरगंज नहीं जाकर वह बेनार मोड में ही रह कर अपराधियों से मिले. वहीं से सहायक ब्रांच मैनेजर विकास को मैसेज किया. सभी सात अपराधी मोटरसाइकिल से पहुंचे और मोटरसाइकिल दूर खड़ा कर पैदल ही इस घटना को अंजाम देकर निकल गए. अपराधियों द्वारा लूटे गए सोने को ब्रांच मैनेजर कृष्ण मुरारी के घर से बरामद किया गया.
एसपी ने स्पेशल टीम के इस कार्रवाई को सराहा: एसपी सफल उद्वेदन के लिए पुलिस पदाधिकारी को सम्मानित करेंगे. इस टीम में तकनीकी शाखा के राजकुमार, बरबीघा थाना के नवीन कुमार सिंह, तकनीकी शाखा के रितेश कुमार, पवन कुमार, संजीव कुमार, मनोज कुमार, जितेंद्र कुमार, अमित कुमार, आलोक आनंद झा, राजेश कुमार साव की अहम भूमिका रही. इन सभी के सफल योगदान से पूरे मामले का 3 दिनों के अंदर खुलासा किया.
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