शेखपुरा: कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए राज्य सरकार की ओर से कई गाइडलाइन जारी किए गए हैं. वहीं, इसके पालन को लेकर जिला प्रशासन उदासीन है. जिले में लोग भी कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को लेकर लापरवाह है. लोग कोरोना गाइडलाइनों की जमकर धज्जियां उड़ाते हैं.
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कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के डर से प्रवासी मजदूर बस, ट्रेन और निजी गाड़ियों के जरिए वापस घर लौट रहे हैं. लेकिन ये लोग गाइडलाइनों का पालन नहीं करते हैं. वहीं, जिला प्रशासन ने भी प्रवासियों के वापस आने पर कोरोना जांच की व्यवस्था नहीं की है. इससे लोग बिना जांच करवाए ही वापस घर आ जाते हैं. इस कारण कोरोना संक्रमण का खतरा काफी बढ़ जाता है.
आदेशों का पालन करवाने में अधिकारी विफल
बता दें कि जिले के सभी बाजारों को चिन्हित कर कोरोना गाइडलाइन का पालन करवाने के लिए बीडीओ, सीओ और थानाध्यक्ष को निर्देश दिया है. लेकिन आदेशों का पालन करवाने में अधिकारी विफल हो रहे हैं. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूर बेखौफ होकर बिना मास्क लगाए घूम रहे हैं. इसके अलावा शादी विवाह और सार्वजनिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा रहा है. इसमें काफी संख्या में लोग शामिल होते हैं. इस पर जिला प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.