शिवहर: बिहार के शिवहर में पूर्व मुखिया हत्याकांड का खुलासा (Former Mukhiya Murder Case Exposed In Sheohar) हो गया है. प्रभारी एसपी ने बताया कि गुरुवार की शाम थाना क्षेत्र के रामवन गांव निवासी नीरज सिंह के घर दो बाइक पर चार व्यक्ति आया. चारों की गतिविधि संदिग्ध लगने की सूचना पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय पांडेय के नेतृत्व में विशेष टीम गठन कर नीरज सिंह के घर घेराबंदी करते हुए छापेमारी किया गया. जिसमें चार अभियुक्त पकड़े गये. पकड़े गए अभियुक्त उमेश सिंह ग्राम गवेद्री थाना फेनहारा जिला पूर्वी चंपारण के कमर से 7.65 एमएम पिस्टल, चार गोली एवं मोबाइल बरामद किया गया.
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शिवहर में पूर्व मुखिया हत्याकांड का खुलासा : अभियुक्त मिट्ठू सिंह ग्राम बड़कागांव थाना पकड़ीदयाल जिला पूर्वी चंपारण के कमर से 7.65 एमएम पिस्टल तीन गोली, दो मोबाइल बरामद किया गया. अभियुक्त नीरज सिंह ग्राम रामवन जिला शिवहर से एक मोबाइल और उसके दरवाजे से दो बाइक एवं चौथे अभियुक्त सन्नी सिंह को अवैध आग्नेयास्त्र रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. ज्ञात हो कि पूर्व मुखिया की हत्या विगत 27 जून को बदमाशों ने गोलियों के बौछार कर हत्या कर दिया था. प्रभारी एसपी ने कहा कि पूछताछ के बाद सभी अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
'पकड़े गये अभियुक्तों ने स्वीकार किया है कि पूर्व मुखिया हत्या की सुपारी तीन लाख रुपये में तय हुई थी. जिसमें तत्काल नीरज सिंह द्वारा दस-दस हजार रुपया दिया गया था. शेष रुपया मांगने के लिए नीरज सिंह के दरवाजे पर इकठ्ठा हुए थे और पकड़े गये.' - शशि शंकर, प्रभारी एसपी
पूर्व मुखिया हत्याकांड में पुलिस की कार्रवाई : गौरतलब है कि बिहार के शिवहर जिला के श्यामपुर भटहा थाना क्षेत्र (Shyampur Bhatha Police Station) के रामबन रोहुआ पंचायत के पूर्व मुख्या सुबोध राय की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या (EX Mukhiya Murder Case In Sheohar) कर दी थी. इस हत्याकांड मामले में फरार चल रहे पांच अभियुक्तों के घर पुलिस ने कुर्की की कार्रवाई (Attachment of House of 5 Accused) की थी. जानकारी के अनुसार बीते 27 जून को रामबन गांव में चाय पीने के क्रम में पंकज सिंह के दरवाजे पर अपराधियों ने पूर्व मुखिया की हत्या कर दी थी. हत्या के विरुद्ध मृतक के भाई ने आठ लोगों को आरोपित किया था. जिसमें तीन ही अभियुक्त की गिरफ्तारी हुई है. अन्य पांच फरार चल रहे हैं. फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वार लगातर छापेमारी कर रही थी, लेकिन पुलिस को सफलता नहीं मिल रही थी.