सारण (छपरा): बिहार के सारण में दो युवक आकाशीय बिजली की चपेट में आने से झुलस गए (Two Young Men Burnt due to Lightning). जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल लाया गया. जहां चिकित्सकों ने एक को मृत घोषित कर दिया. जबकि घायल को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल छपरा (Sadar Hospital Chhapra) रेफर कर दिया. घटना जिले के मांझी थाना (Manjhi Police Station) क्षेत्र के मुबारकपुर गांव का है.
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मतृक की पहचान गया बिंद का पुत्र मिंटू बिंद के रूप में हुआ है. जबकि घायल की पहचान मदन महतो बताया जा रहा है. घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि सोमवार की दोपहर में भारी बारिश हो रही थी. इस दौरान दोनों युवक किसी काम से बाहर जा रहे थे. इसी क्रम मांझी थाना क्षेत्र के मुबारकपुर गांव में आकाशीय बिजली गिरने से दो व्यक्ति बुरी तरह से झुलस गए.
इस घटना के बाद आनन-फानन में स्थानीय लोगों की मदद से दोनों घायलों को लेकर इलाज के लिए एकमा सीएचसी पहुंचाया गया. जहां डॉक्टरों ने जांचोपरांत मिंटू बिंद को मृत घोषित कर दिया. जबकि चिकित्सकों ने गंभीर रूप से झुलसे मदन महतो को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल छपरा रेफर कर दिया. वहीं, सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
बता दें कि बिहार में इन दिनों मौसम का मिसाज बदला हुआ है. कई जिलों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है तो कहीं भारी वर्षा भी हो रही है. वहीं, आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से बिहार में भारी बारिश (Heavy Rain In Bihar) और वज्रपात को लेकर चेतावनी और अलर्ट जारी किया गया है. ऐसे में लोगों से घर से बाहर न निकलने की अपील की है.
जानें... क्यों गिरती है बिजली? जब बादल में मौजूद हल्के कण ऊपर चले जाते हैं और पॉजिटिव चार्ज हो जाते हैं. भारी कण नीचे जमा होते हैं और निगेटिव चार्ज हो जाते हैं. जब पॉजिटिव और निगेटिव चार्ज अधिक हो जाता है, तब उस क्षेत्र में इलेक्ट्रिक डिस्चार्ज होता है. अधिकतर बिजली बादल में बनती है और वहीं खत्म हो जाती है, लेकिन कई बार यह धरती पर भी गिरती है. आकाशीय बिजली इलेक्ट्रिकल डिस्चार्ज होती है. आकाशीय बिजली में लाखों-अरबों वोल्ट की ऊर्जा होती है. बिजली में अत्यधिक गर्मी के चलते तेज गरज होती है. बिजली आसमान से धरती पर 3 लाख किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से गिरती है.
वज्रपात के दौरान बरतें सावधानी:
- आसमान में अंधेरा छा जाये और तेज हवा हो तो सतर्क हो जायें
- यदि आप गड़गड़ाहट सुनते हैं तो समझ लें कि वज्रपात होने वाला है.
- जब तक बिल्कुल आवश्यक न हो बाहर न निकलें.
- यदि संभव हो तो यात्रा से बचें.
- साइकिल, मोटर साइकिल, ट्रैक्टर आदि वाहनों से नीचे उतर जाएं, यह बिजली को आकर्षिक कर सकते हैं .
- अपने घर के खिड़कियों और दरवाजों को बंद कर दें.
- बच्चों का रखें खास ध्यान
- बिजली के उपकरण को बंद कर दें.
- वज्रपात होने पर धातु के औजार जैसे कुदाल, कुल्हाड़ी, छाता, धातु का झूला, धातु की कुर्सी, छाते, कैंची, चाकू आदि जैसी धातु की वस्तुओं से निकटता से बचे.
- वज्रपात होने पर दोनों पैरों और घुटनों को मोड़कर फर्श पर बैठ जाए.
- कान दोनों हाथों से बंद कर लें, इससे सुरक्षित रहेंगे.
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