सारणः जिले में माह के प्रथम मंगलवार को जल जीवन हरियाली अभियान के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसके अंतर्गत ग्लोबल वार्मिंग के खतरों से बचने और उसे कम करने के लिये जमीनी हकीकत पर योजनाओं को चलाया जाएगा. इसकी जानकारी जिला प्रभारी अधिकारी सुनील कुमार पांडेय ने दी.
ग्लोबल वार्मिंग पर होगा काम
सुनील कुमार पांडेय ने कहा कि पिछले साल की तुलना मे इस साल ग्लोबल वार्मिंग के खतरों को देखते हुए अधिक गर्मी की संभावना व्यक्त की जा रही है. इसके प्रभाव अभी से दिखने लगे है. वहीं, अपर जिलाधिकारी ने संबोधन के दौरान कहा कि पिछले साल कई प्रखंडों में जल का स्तर काफी नीचे चला गया था. लोगों को पीने का पानी टैंकर के जरिये भेजा जा रहा था. उन्होंने कहा कि हरियाली अभियान के तहत गांव के पुराने कुओं और तालाबों को जीवित करने का काम किया जाएगा.
अतिक्रमण मुक्त होंगे कुएं और तालाब
वहीं, जिन कुओं और तालाबों पर अतिक्रमण कर उन्हें भर दिया गया है. उसे भी अतिक्रमण मुक्त कर पुनः जीवित करने का काम किया जाएगा. इसके साथ ही ग्राउंड वाटर को रीचार्ज करने के लिए सोक पीट का निर्माण किया जाएगा. जिसमें बारिश के पानी का संचयन किया जाएगा.