छपराः सिविल कोर्ट छपरा में विधि मंडल का चुनाव (vidhi manda Election in Chhapra Civil Court) हुआ. इसको लेकर कोर्ट परिसर में सुबह से ही काफी गहमागहमी का माहौल रहा. कोर्ट परिसर में 8 बजे से चुनाव शुरू हो गया था. मतदान केंद्र पर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई थी. करौना प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए बराबर अनाउंस भी किया जा रहा था. ताकि कोविड गाइडलाइन का पालन हो सके.
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इस चुनाव के लिए छपरा सिविल कोर्ट परिसर में काफी समय से प्रत्याशी अपने-अपने पक्ष में जनसंपर्क अभियान चला रहे थे. आज भी मतदान केंद्र के बाहर सभी प्रत्याशियों ने अपना अपना कैंप लगाया और अधिवक्ता लोगों से बराबर निवेदन कर रहे थे कि उन्हें अपना मत जरूर दें.
अधिवक्ताओं ने कहा कि जात पात धर्म और इस से ऊपर उठकर मतदान करने की जरूरत है. वहीं, आज छपरा सिविल कोर्ट में कुछ वकीलों द्वारा एक बड़ा और अहम मुद्दा छाया रहा. जो प्रैक्टिशनर्स और और नॉन प्रैक्टिशनर्स का मामला है. कुछ वकीलों ने नॉन प्रैक्टिसनर के मामले में आज खुलकर विरोध किया है. जो वोट भी कर रहे हैं.
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गौरतलब है कि छपरा सिविल कोर्ट में करीब 3000 रजिस्टर्ड अधिवक्ता हैं. वहीं अट्ठारह सौ पचास ऐसे अधिवक्ता हैं, जो यहां प्रैक्टिस करते हैं. बाकी नॉन प्रैक्टिशनर अधिवक्ता हैं. इसको लेकर ही यहां पर काफी विरोध हो रहा है.
छपरा सिविल कोर्ट मंडल में लगभग 80 प्रत्याशी खड़े हैं, जिनमें विभिन्न पदों जिसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष के उम्मीदवार हैं. सभी अपने अपने पक्ष में मतदान के लिए अधिवक्ताओं से संपर्क करते रहे. छपरा विधि मंडल का चुनाव का परिणाम अध्यक्ष उपाध्यक्ष के लिए 14 तारीख को और अन्य पदों का परिणाम 15 तारीख को आएगा.
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