सारण: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के सिनेट हॉल में विवि के कुलपति प्रो. हरिकेश का विदाई समारोह आयोजित किया गया. इस समारोह कार्यक्रम की शुरुआत कुलपति ने जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर की. इस अवसर पर विवि कर्मियों ने उन्हें बुके देकर सम्मानित किया. इस मौके पर विवि के सभी विभागाध्यक्ष, डीन, प्रति कुलपति के साथ बड़ी संख्या में सैकड़ों छात्र और विवि कर्मी मौजूद रहे.
'विवि के उत्थान के लिए हरसंभव कार्य किया'
कार्यक्रम के बाद ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रो. हरिकेश सिंह ने कहा कि एक कुलपति के रूप में विवि के उत्थान के लिए मैंने हरसंभव कार्य किया. यहां से ढ़ेर सारी खट्टी-मीठी यादों को संजोकर विदा हो रहा हूं. उन्होंने कहा कि विवि को जब कभी भी मेरी जरूरत होगी मैं सदैव मौजूद रहूंगा.
कुलपति के रूप में मैंने यहां पर सत्र को नियमित करने का एक प्रयास किया. मेरे बाद जो भी पदभार ग्रहण करेंगे. उनको भी इस दिशा मैं कार्य करने का प्रयास करना होगा. प्रो. हरिकेश सिंह ने बताया कि अपने काल में उन्होंने विवि में दो दीक्षांत समारोह संपन्न करवाए. जो एक चुनौती भरा कार्य था. उन्होंने कहा कि विवि के पास पर्याप्त मात्रा में जमीन है. ऐसे में यहां पर कई और शिक्षण संस्थान स्थापित किए जा सकते हैं. इस दिशा मे मैंने कई बार सरकार से अनुरोध किया था. बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो सकी थी.
'शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होते'
गौरतलब है कि विदाई समारोह में कुलपति प्रो. हरिकेश सिंह काफी भावुक दिखे. इससे पहले सितंबर 2019 मे आयोजित विवि के विभागाध्यक्ष के विदाई समारोह कार्यक्रम में प्रो. हरिकेश सिंह ने कहा था कि शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होते. अपने कॉलेज और विभाग से सेवानिवृत्त होने के बाद उनके उपर समाज को शिक्षित कर, उसे सही दिशा में ले जाने की जिम्मेदारी होती है.