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छपरा: प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर ई-टिकट बनाने वाले दलाल गिरफ्तार

छपरा जंक्शन के सीआइबी की टीम ने शुक्रवार को संयुक्त रूप से छापेमारी कर करीब 7 करोड़ रुपये ई टिकट के अवैध कारोबार का पर्दाफाश किया. वहीं, उसके पास से तीन लैपटॉप, तीन प्रिंटर, दो मोबाइल, 6630 रुपए नगद और ई टिकट बरामद हुए.

ticket broker arrested in Saran
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Published : Jan 23, 2021, 3:58 AM IST

छपरा: पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन के सीआइबी की टीम ने शुक्रवार को बनियापुर थाना क्षेत्र के भिठ्ठी देव लक्खा बाजार स्थित कुशवाहा कंप्यूटर पर संयुक्त रूप से छापेमारी कर करीब सात करोड़ रुपये ई टिकट के अवैध कारोबार का पर्दाफाश किया. इस मामले में तीन दलालों को गिरफ्तार कर लिया. जिसकी पहचान देव लक्खा भीठ्ठी गांव निवासी लाल बहादुर सिंह के पुत्र दिनेश कुमार सिंह के रूप में हुई है. वहीं, दलाल के पास से तीन लैपटॉप, तीन प्रिंटर, दो मोबाइल, 6630 रुपए नगद और ई-टिकट बरामद हुए.

जानकारी के अनुसार पिछले 4 वर्षों से ई टिकट का अवैध धंधा आईआरसीटीसी के फर्जी आईडी पर कर रहा था. 4 वर्षों में उसके द्वारा करीब 4 हजार से अधिक की टिकट बना कर बेचे जाने का खुलासा हुआ है, जिसकी कीमत लगभग 7 करोड़ है. रेलवे सुरक्षा बल के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त अतुल कुमार श्रीवास्तव और मंडल सुरक्षा आयुक्त अभिषेक के निर्देश पर सीआईबी के इंस्पेक्टर मुकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में छापेमारी में की गई.

यह भी पढ़ें - पटनाः RPF ने 22 लाख के फर्जी ई-टिकट के साथ एक साइबर कैफे संचालक को किया गिरफ्तार

प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर रेड बुल का प्रयोग
छापेमारी के दौरान दलाल के पास से 37 पर्सनल आईडी का डिटेल्स मिला है. उसके द्वारा फर्जी आईडी से टिकट बना कर बेचा जाता था और यात्रियों से प्रति यात्री 200 से 500 रूपये अधिक की वसूली की जाती थी. उसके आईआरसीटीसी की आईडी को चेक करने पर दो तत्काल टिकट (कीमत 2074 रुपए) और 28 सामान्य टिकट (कीमत 62689 रुपए) बरामद किया गया. उपयोग किया हुआ चार तत्काल टिकट (कीमत 4383 रुपए) और 21641 रुपए के उपयोग किए हुए सामान्य ई टिकट बरामद किया गया. जांच में खुलासा हुआ है कि वाह प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर रेड बुल का प्रयोग करता था, जिसे उसने अपने एकाउंट से भुगतान कर खरीदा था. उसके द्वारा आईआरसीटीसी के एजेंट का भी एक आईडी इस्तेमाल किया जाता था.

छपरा: पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन के सीआइबी की टीम ने शुक्रवार को बनियापुर थाना क्षेत्र के भिठ्ठी देव लक्खा बाजार स्थित कुशवाहा कंप्यूटर पर संयुक्त रूप से छापेमारी कर करीब सात करोड़ रुपये ई टिकट के अवैध कारोबार का पर्दाफाश किया. इस मामले में तीन दलालों को गिरफ्तार कर लिया. जिसकी पहचान देव लक्खा भीठ्ठी गांव निवासी लाल बहादुर सिंह के पुत्र दिनेश कुमार सिंह के रूप में हुई है. वहीं, दलाल के पास से तीन लैपटॉप, तीन प्रिंटर, दो मोबाइल, 6630 रुपए नगद और ई-टिकट बरामद हुए.

जानकारी के अनुसार पिछले 4 वर्षों से ई टिकट का अवैध धंधा आईआरसीटीसी के फर्जी आईडी पर कर रहा था. 4 वर्षों में उसके द्वारा करीब 4 हजार से अधिक की टिकट बना कर बेचे जाने का खुलासा हुआ है, जिसकी कीमत लगभग 7 करोड़ है. रेलवे सुरक्षा बल के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त अतुल कुमार श्रीवास्तव और मंडल सुरक्षा आयुक्त अभिषेक के निर्देश पर सीआईबी के इंस्पेक्टर मुकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में छापेमारी में की गई.

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प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर रेड बुल का प्रयोग
छापेमारी के दौरान दलाल के पास से 37 पर्सनल आईडी का डिटेल्स मिला है. उसके द्वारा फर्जी आईडी से टिकट बना कर बेचा जाता था और यात्रियों से प्रति यात्री 200 से 500 रूपये अधिक की वसूली की जाती थी. उसके आईआरसीटीसी की आईडी को चेक करने पर दो तत्काल टिकट (कीमत 2074 रुपए) और 28 सामान्य टिकट (कीमत 62689 रुपए) बरामद किया गया. उपयोग किया हुआ चार तत्काल टिकट (कीमत 4383 रुपए) और 21641 रुपए के उपयोग किए हुए सामान्य ई टिकट बरामद किया गया. जांच में खुलासा हुआ है कि वाह प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर रेड बुल का प्रयोग करता था, जिसे उसने अपने एकाउंट से भुगतान कर खरीदा था. उसके द्वारा आईआरसीटीसी के एजेंट का भी एक आईडी इस्तेमाल किया जाता था.

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