छपरा: जिले में आरपीएफ और सीआईबी ने रियल मैंगो सॉफ्टवेयर अवैध कारोबार के संबंध में प्राप्त निर्देशानुसार ई-टिकट दलाल के विरुद्ध अभियान चलाया है. इस दौरान गांव गोविंदपुर भनपुरा पोखरा के पास स्थित गूगल कैफे के संचालक धनंजय कुमार साह पुत्र महेश शाह उम्र 25 वर्ष को फर्जी पर्सनल यूजर आईडी के साथ गिरफ्तार किया गया है.
एजेन्ट गिरफ्तार
इस एजेन्ट के पास से 1 लेपटॉप, 03 अदद प्रिंटर, 1 अदद मॉनिटर, 2 अदद मोबाइल, 1 अदद की बोर्ड, 3 अदद एटीएम कार्ड, 1 अदद पैन कार्ड और नगद कैश 58 हजार रुपये को जप्त किया गया है. इस लैपटॉप से कुल 32 अदद तत्काल और सामान्य ई-टिकट कीमत - 49562/- रुपये (जिसमें आगे की तिथियों के 15 अदद तत्काल / सामान्य ई टिकट कुल कीमत 22497/- रुपये व पीछे की तिथियों के कुल 17 अदद तत्काल / सामान्य ई टिकट कीमत 27561 /- रुपये, कीमत ) जप्त किया गया है. अभियुक्त ने 16 अदद फर्जी पर्सनल यूजर आईडी से इस्तेमाल कर ई-टिकट बनाने और बेचने की बात स्वीकार की गई है.
3 वर्षों से अवैध कारोबार
अभियुक्त ने बताया कि वह करीब 3 वर्षों से अवैध रेलवे ई-टिकट दलाली का कारोबार करता है. अधिक पैसा कमाने के लालच में पर्सनल यूजर आईडी बनाकर जरूरतमंद लोगों को तत्काल ई-टिकट का ऑर्डर लेकर और टिकट बनाकर 200 से 300 अधिक लेकर उनको टिकट उपलब्ध कराता है. इस अभियुक्त का एजेंट आईडी ICSCEG175956 हैं और कभी-कभी तत्काल ई-टिकट बनाने में रियल मैंगो सॉफ्टवेयर का प्रयोग करना बताया.
कईं लोग रहें शामिल
इस संबंध में रेसुब पोस्ट पर रेल अधिनियम की धारा-143 के तहत पंजीकृत किया गया है. इस मामले की जांच उनि रामविलास/रेसुब/पोस्ट/छपरा के माध्यम से की जा रही है. इस मामले के निरीक्षक मुकेश कुमार सिंह साथ उ.नि. जय सिंह यादव, स.उ.नि. मिथिलेश कुमार शुक्ला, हे.कान्स. रवि प्रकाश शुक्ला और कांस्टेबल प्रताप सिंह, उ.नि. अनिल कुमार, कांस्टेबल ब्रिज बहादुर व कांस्टेबल तपन कुमार मोहंती सभी रेसुब शामिल रहें.
छपरा: टिकट दलाल गिरफ्तार, 58 हजार रुपये नकद बरामद
जिले में आरपीएफ और सीआईबी के संयुक्त अभियान के अंतर्गत रेलवे ई-टिकट दलाली के अपराध में एक एजेन्ट की गिरफ्तारी की गई है. इस एजेन्ट के पास से हजारों रुपये मूल्य के टिकट के साथ 58 हजार रुपये नकद बरामद किया गया है.
छपरा: जिले में आरपीएफ और सीआईबी ने रियल मैंगो सॉफ्टवेयर अवैध कारोबार के संबंध में प्राप्त निर्देशानुसार ई-टिकट दलाल के विरुद्ध अभियान चलाया है. इस दौरान गांव गोविंदपुर भनपुरा पोखरा के पास स्थित गूगल कैफे के संचालक धनंजय कुमार साह पुत्र महेश शाह उम्र 25 वर्ष को फर्जी पर्सनल यूजर आईडी के साथ गिरफ्तार किया गया है.
एजेन्ट गिरफ्तार
इस एजेन्ट के पास से 1 लेपटॉप, 03 अदद प्रिंटर, 1 अदद मॉनिटर, 2 अदद मोबाइल, 1 अदद की बोर्ड, 3 अदद एटीएम कार्ड, 1 अदद पैन कार्ड और नगद कैश 58 हजार रुपये को जप्त किया गया है. इस लैपटॉप से कुल 32 अदद तत्काल और सामान्य ई-टिकट कीमत - 49562/- रुपये (जिसमें आगे की तिथियों के 15 अदद तत्काल / सामान्य ई टिकट कुल कीमत 22497/- रुपये व पीछे की तिथियों के कुल 17 अदद तत्काल / सामान्य ई टिकट कीमत 27561 /- रुपये, कीमत ) जप्त किया गया है. अभियुक्त ने 16 अदद फर्जी पर्सनल यूजर आईडी से इस्तेमाल कर ई-टिकट बनाने और बेचने की बात स्वीकार की गई है.
3 वर्षों से अवैध कारोबार
अभियुक्त ने बताया कि वह करीब 3 वर्षों से अवैध रेलवे ई-टिकट दलाली का कारोबार करता है. अधिक पैसा कमाने के लालच में पर्सनल यूजर आईडी बनाकर जरूरतमंद लोगों को तत्काल ई-टिकट का ऑर्डर लेकर और टिकट बनाकर 200 से 300 अधिक लेकर उनको टिकट उपलब्ध कराता है. इस अभियुक्त का एजेंट आईडी ICSCEG175956 हैं और कभी-कभी तत्काल ई-टिकट बनाने में रियल मैंगो सॉफ्टवेयर का प्रयोग करना बताया.
कईं लोग रहें शामिल
इस संबंध में रेसुब पोस्ट पर रेल अधिनियम की धारा-143 के तहत पंजीकृत किया गया है. इस मामले की जांच उनि रामविलास/रेसुब/पोस्ट/छपरा के माध्यम से की जा रही है. इस मामले के निरीक्षक मुकेश कुमार सिंह साथ उ.नि. जय सिंह यादव, स.उ.नि. मिथिलेश कुमार शुक्ला, हे.कान्स. रवि प्रकाश शुक्ला और कांस्टेबल प्रताप सिंह, उ.नि. अनिल कुमार, कांस्टेबल ब्रिज बहादुर व कांस्टेबल तपन कुमार मोहंती सभी रेसुब शामिल रहें.