सारण: जिले के दरियापुर थाना क्षेत्र के सरवारा गांव में मछली (Fish) बनाते समय एक व्यक्ति ने गलती से सरसों के तेल (Mustard oil) की जगह थाईमेट नामक कीटनाशक पदार्थ डाल दिया. मछली पकने के बाद सभी लोगों ने उसे खा लिया. जिससे पिता और दो पुत्रों की मौत हो गयी. जिससे पूरे गांव का माहौल गमगीन है. वहीं, सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
जानकारी के अनुसार दरियापुर थाना इलाके के सरवारा के रहने वाले सुभाष राय की पत्नी का निधन 2 वर्ष पूर्व हो गया था. जिससे उन्हें खुद खाना बनाना पड़ता था. शाम को वह मछली बना रहे थे. इस दौरान गलती से बगल में रखे सरसों की तेल जगह थाइमेट नामक कीटनाशक पदार्थ डालकर छौंका लगाकर मछली बना दिया. मछली तैयार होने पर उन्होंने बच्चों के साथ भोजन किया. भोजन करने के बाद उनके बेटे की तबियत अचानक खराब हो गयी. जिसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाते समय मौत हो गयी. वहीं, दूसरे बेटे और पिता ने भी कुछ समय बाद दम तोड़ दिया.
एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक सहित पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गये. इस दौरान एसपी संतोष कुमार ने बताया कि जांच के दौरान यह बात सामने आई कि सरसों की जगह थाइमेट मछली में डाल दिया गया. जिससे भोजन जहरीला हो गया. जिसे खाने से तीन लोगों की मौत हो गई.थाईमेट का प्रयोग फसलों में या पेड़ पौधों में कीटनाशक के रूप में किया जाता है यह काफी विषैला होता है सुभाष राय फसल में डालने के लिए थाइमेट लाए थे उसे अपनी रसोई घर में ही रखा था बरहाल मछली और चावल को जब्त कर फॉरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा गया है.
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पिता और दो पुत्रों की मौत होने से परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल है और गांव का माहौल गमगीन बना हुआ है. कीटनाशक पदार्थ से हुई मौत ने आठ साल पहले हुए गंडामन कांड की याद ताजा कर दी. बता दें कि उस समय स्कूल में खाना बनाने के दौरान गलती से तेल की जगहकिट नाशक पदार्थ डाल दिया गया था. जिससे 21 बच्चों की मौत हो गयी थी.