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सारण में मृतक सिंकदर के परिजन से मिले सुशील मोदी, बोले- 'जो भी दोषी होंगे, उनको बख्शा नहीं जाएगा'

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी सारण पहुंचे, जहां मृतक युवक सिकंदर मांझी के परिजनों से मुलाकात की. शराब पीने के बाद पुलिस पिटाई से सिकंदर की मौत हो गई थी. घटना के बाद परिजन बदहवाश हैं. परिवारवालों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिजनों ने पुलिस पिटाई से सिंकदर की मौत होने का आरोप थानेदार पर लगाया है. पढ़ें पूरी खबर...

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी
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Published : Aug 31, 2022, 8:08 PM IST

Updated : Aug 31, 2022, 8:19 PM IST

पटना: बिहार के छपरा में दलित युवक की मौत (Youth Dies In Saran) के बाद सियासत तेज हो गई है. बुधवार को मृतक युवक के परिजनों से मुलाकात करने बीजेपी सांसद सुशील मोदी उसके घर (Sushil Modi Meets Sikanders Relatives In Saran) पहुंचे. मृतक के पिता के मुताबिक युवक शराब पीने का आदी था, इसी को लेकर उन्होंने पुलिस को बुलाकर उसे गिरफ्तार करवा दिया था. जिसके बाद सोमवार की सुबह उसकी मौत हो गई. पुलिस की पिटाई से युवक की मौत (Youth Dies Due To Police Beating) की बात कही जा रही है. दरअसल, छपरा के गरखा थाना क्षेत्र के रामपुर पीठाघाट गांव निवासी बीरा माझी ने अपने पुत्र सिकंदर मांझी को नशे की हालत में घर मे मारपीट और झगड़ा करने के चलते 24 अगस्त को पुलिस को सौंपा था.

ये भी पढ़ें- बेतिया में पुलिस कस्टडी में मौत का मामला: SP बोले- 'पुलिस की पिटाई से नहीं मधुमक्खियों के काटने से हुई मौत'

युवक की मौत पर राजनीति : थाने में जहां थानेदार ने जमकर उसकी पिटाई कर दी और उसे जेल भेज दिया. जेल अधिकारी ने कारागार में उसकी स्थिति खराब देख सिकंदर मांझी को इलाज के लिए सदर अस्पताल छपरा भेजा. जहां इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई. मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. जिसके बाद परिवार वालों ने थानेदार पर पिटाई के आरोप लगाकर एक आवेदन 29 अगस्त को पुलिस अधीक्षक को सौंप दिया. घटना के बाद तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. घटना की राजनीतिककरण भी हो रहा है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने पीड़ित परिवार से मिलने रामपुर पीठाघाट पहुंचे.

मृतक के परिजनों से मिले सुशील मोदी : मृतक युवक सिकंदर मांझी के परिजनों से मिलने बीजेपी सांसद सुशील मोदी उसके गांव पहुंचे, जहां मृतक के परिवार वालों से मिले और घटना के बारे में जानकारी ली. वहीं परिजनों ने थानेदार के पिटाई से सिकंदर की मौत होने की जानकारी सुशील मोदी को दी. और पिटाई कर देने के बाद इलाज के समय का वीडियो भी है भी उनको दिखाया जिसमें साफतौर पर दिख रहा है कि उसको बुरी तरह से पिटाई की गई है. इसके बाद मोदी ने सारण एसपी संतोष कुमार से बात की और दोषियों पर अविलंब कार्रवाई करने की बात कही.

'इसमें जो भी दोषी होंगे, उनको बख्शा नहीं जाएगा. चाहे वह थानेदार हो या चाहे वरीय पदाधिकारी. सबको मौत का हिसाब देना होगा. बिहार में शराबबंदी है, इसका मैं समर्थन करता हूं लेकिन शराब के नाम पर इस तरह लोगों को पिटाई करके मौत के घाट उतार देना, हम लोग हरगिज बर्दाश्त नहीं करेंगे.' - सुशील मोदी, पूर्व उपमुख्यमंत्री, बिहार

सारण में पुलिस पिटाई से युवक की मौत : गौरतलब है कि बिहार के छपरा में दलित युवक की मौत (Dalit youth Dies in Chapra) ने काफी हंगामा मचाकर रख दिया है. घटना जिले के गड़खा थाना क्षेत्र की है. मृतक के पिता के मुताबिक युवक शराब पीने का आदी था. इसी को लेकर उन्होंने पुलिस को बुलाकर उसे गिरफ्तार करवा दिया था. सोमवार की सुबह उसकी मौत हो गई. पुलिस की पिटाई से युवक की मौत (Dalit youth dies due to police beating) की बात कही जा रही है. भाजपा के जिला अध्यक्ष और पूर्व विधायक ज्ञानचंद मांझी ने पुलिस की पिटाई से मौत का आरोप लगाते हुए थाना अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की है. पूर्व विधायक ने बताया कि बुधवार को इसके पिता ने शिकायत कर थाने से पुलिस बुलाकर उसे गिरफ्तार करवा दिया था और आज जब इसकी हालत खराब हुई तो गरखा थाने की पुलिस इसे पहले जेल लेकर गए. जहां जेल ने इसको नहीं लिया, तब जाकर गंभीर स्थिति को देखते हुए इसे छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां अहले सुबह 4 बजे उसकी मौत हो गई.

पटना: बिहार के छपरा में दलित युवक की मौत (Youth Dies In Saran) के बाद सियासत तेज हो गई है. बुधवार को मृतक युवक के परिजनों से मुलाकात करने बीजेपी सांसद सुशील मोदी उसके घर (Sushil Modi Meets Sikanders Relatives In Saran) पहुंचे. मृतक के पिता के मुताबिक युवक शराब पीने का आदी था, इसी को लेकर उन्होंने पुलिस को बुलाकर उसे गिरफ्तार करवा दिया था. जिसके बाद सोमवार की सुबह उसकी मौत हो गई. पुलिस की पिटाई से युवक की मौत (Youth Dies Due To Police Beating) की बात कही जा रही है. दरअसल, छपरा के गरखा थाना क्षेत्र के रामपुर पीठाघाट गांव निवासी बीरा माझी ने अपने पुत्र सिकंदर मांझी को नशे की हालत में घर मे मारपीट और झगड़ा करने के चलते 24 अगस्त को पुलिस को सौंपा था.

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युवक की मौत पर राजनीति : थाने में जहां थानेदार ने जमकर उसकी पिटाई कर दी और उसे जेल भेज दिया. जेल अधिकारी ने कारागार में उसकी स्थिति खराब देख सिकंदर मांझी को इलाज के लिए सदर अस्पताल छपरा भेजा. जहां इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई. मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. जिसके बाद परिवार वालों ने थानेदार पर पिटाई के आरोप लगाकर एक आवेदन 29 अगस्त को पुलिस अधीक्षक को सौंप दिया. घटना के बाद तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. घटना की राजनीतिककरण भी हो रहा है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने पीड़ित परिवार से मिलने रामपुर पीठाघाट पहुंचे.

मृतक के परिजनों से मिले सुशील मोदी : मृतक युवक सिकंदर मांझी के परिजनों से मिलने बीजेपी सांसद सुशील मोदी उसके गांव पहुंचे, जहां मृतक के परिवार वालों से मिले और घटना के बारे में जानकारी ली. वहीं परिजनों ने थानेदार के पिटाई से सिकंदर की मौत होने की जानकारी सुशील मोदी को दी. और पिटाई कर देने के बाद इलाज के समय का वीडियो भी है भी उनको दिखाया जिसमें साफतौर पर दिख रहा है कि उसको बुरी तरह से पिटाई की गई है. इसके बाद मोदी ने सारण एसपी संतोष कुमार से बात की और दोषियों पर अविलंब कार्रवाई करने की बात कही.

'इसमें जो भी दोषी होंगे, उनको बख्शा नहीं जाएगा. चाहे वह थानेदार हो या चाहे वरीय पदाधिकारी. सबको मौत का हिसाब देना होगा. बिहार में शराबबंदी है, इसका मैं समर्थन करता हूं लेकिन शराब के नाम पर इस तरह लोगों को पिटाई करके मौत के घाट उतार देना, हम लोग हरगिज बर्दाश्त नहीं करेंगे.' - सुशील मोदी, पूर्व उपमुख्यमंत्री, बिहार

सारण में पुलिस पिटाई से युवक की मौत : गौरतलब है कि बिहार के छपरा में दलित युवक की मौत (Dalit youth Dies in Chapra) ने काफी हंगामा मचाकर रख दिया है. घटना जिले के गड़खा थाना क्षेत्र की है. मृतक के पिता के मुताबिक युवक शराब पीने का आदी था. इसी को लेकर उन्होंने पुलिस को बुलाकर उसे गिरफ्तार करवा दिया था. सोमवार की सुबह उसकी मौत हो गई. पुलिस की पिटाई से युवक की मौत (Dalit youth dies due to police beating) की बात कही जा रही है. भाजपा के जिला अध्यक्ष और पूर्व विधायक ज्ञानचंद मांझी ने पुलिस की पिटाई से मौत का आरोप लगाते हुए थाना अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की है. पूर्व विधायक ने बताया कि बुधवार को इसके पिता ने शिकायत कर थाने से पुलिस बुलाकर उसे गिरफ्तार करवा दिया था और आज जब इसकी हालत खराब हुई तो गरखा थाने की पुलिस इसे पहले जेल लेकर गए. जहां जेल ने इसको नहीं लिया, तब जाकर गंभीर स्थिति को देखते हुए इसे छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां अहले सुबह 4 बजे उसकी मौत हो गई.

Last Updated : Aug 31, 2022, 8:19 PM IST
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