सारण (छपरा): बिहार के सारण जिले में स्थित एलएनजेपीआईटी इंजीनियरिंग कॉलेज के एक छात्र ने बुधवार को हॉस्टल के कमरे में बंद होकर आत्महत्या (Engineering Student Suicide In Chapra) कर ली. छात्र के आत्महत्या कर लेने के दूसरे दिन सुबह से ही कॉलेज में अफरातफरी का माहौल बन गया. प्रशासनिक भवन के समक्ष कॉलेज के छात्र धरना (Demonstration In College Over Student Suicide Case) पर बैठ गए और कॉलेज के मुख्य गेट में अंदर से ताला बंद कर दिया.
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छात्रों ने सभी सेमेस्टर के क्लासेज, लाइब्रेरी और लैब को ठप करा दिया. धरना दे रहे छात्र कॉलेज प्रशासन पर छात्रों को प्रताड़ित करने का आरोप लगा रहे थे. अपने साथी के आत्महत्या का कारण प्रताड़ना को बताते हुए पूरे प्रकरण के दौरान प्रिंसिपल के सामने नहीं आने से भी छात्रों में काफी रोष था. धरना दे रहे छात्रों से वार्ता करने एडीएम डॉ गगन, एसडीएम अशोक कुमार सिंह, एसडीपीओ सौरभ जायसवाल सदर और बनियापुर के बीडीओ, सदर सीओ आदि मौके पर पहुंचे.
छात्रों ने उनके समक्ष मामले की न्यायिक जांच कराने, मृतक के परिजन को मुआवजा देने, दोबारा ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने की गारंटी देने, पढ़ाई और लैब को सुचारू करने आदि की मांग रखी. छात्रों ने उनके आश्वासन पर धरना खत्म नहीं किया. छात्र मौके पर डीएम और प्रिंसिपल को बुलाने की मांग पर अड़े रहे. इस दौरान कॉलेज के गेट में ताला लगा रहा और एडीएम को छोड़ किसी भी प्रशासन की गाड़ी को अंदर आने नहीं दिया गया.
छात्रों के प्रदर्शन के दौरान जीरादेई के भाकपा माले विधायक अमरजीत कुशवाहा कॉलेज कैंपस पहुंचे. उन्होने छात्रों की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि आंदोलन से ही संविधान और उसके मूल्य सुरक्षित हैं. छात्रों की मांग वाजिब है. मृतक के परिजन को तत्काल मुआवजा मिलना चाहिए. छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित होनी चाहिए और मामले की जांच कर जवाबदेह लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए. विधायक के समर्थन पर छात्रों ने खुशी व्यक्त किया. विधायक ने कॉलेज प्रशासन और छात्रों के बीच मध्यस्थता करने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें भी बेनतीजा लौटना पड़ा.
बता दें कि आत्महत्या करने वाला छात्र सिवान जिले का संदीप कुमार बताया जा रहा है. संदीप इंजीनियरिंग के मेकैनिकल स्ट्रीम के प्रथम वर्ष का छात्र था. बुधवार को प्रथम वर्ष के आंतरिक परीक्षा का अंतिम दिन था. संदीप परीक्षा देने के बाद अपने कमरे पर लौटा और कमरे को अंदर से बंद कर लिया. जब वह काफी देर तक बाहर नहीं आया तो उसके साथियों ने किसी तरह दरवाजा तोड़ा तो अंदर उसे पंखे से लटका पाया.
जिसके बाद कॉलेज प्रशासन की ओर से उसे आनन-फानन में सदर अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक संदीप के करमे से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है. जिसमें उसने मरने का कारण खुश नहीं रहना बताया है. नोट में लिखा गया है कि उसे कुछ अच्छा नहीं लगता. कुछ भी अच्छा फील नहीं होता है. वह जो कुछ देखना चाहता है वो नहीं दिखता है. वह इसके लिए खुद को दोषी मानता है. सुसाइड नोट में उसने अंत में अपनी मम्मी और पापा समेत फैमली मेंबर को अलविदा कहा है.
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