सारण: जिले के मशरक पीएचसी में करीब तीन महीने बाद महिलाओं का बंध्याकरण किया गया. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए हुए लॉकडाउन को लेकर बंध्याकरण पर रोक लगा दी गई थी. जिसे दोबारा शुरू किया गया है. परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत शिविर लगाकर प्रथम दिन पांच महिलाओं का सफल बंध्याकरण किया गया. शिविर में आई महिलाओं का बंध्याकरण के पूर्व ब्लड शुगर, हेमोग्लोबिन, यूपीटी और बीटीसीटी की जांच की गई. जांच रिपोर्ट सही आने पर बंध्याकरण किया गया.
बंध्याकरण पर मिलती है सहायता राशि
ड्यूटी पर तैनात चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनंत नारायण कश्यप ने बताया कि परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत पांच महिलाओं का बंध्याकरण किया गया. महिला बंध्याकरण पर 2 हजार रुपये और पुरुष नसबंदी पर 3 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दिए जाने का प्रावधान है. इसके साथ ही बंध्याकरण के लिए प्रेरक को 300 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है.
स्वच्छता और बेहतर देखभाल की व्यवस्था
डॉ. कश्यप ने बताया कि महिलाओं के बंध्याकरण के बाद ठहरने के लिए पीएचसी में बेड का प्रबंध किया गया था. साथ ही उचित दवा और स्वच्छता की भी मॉनिटरिंग डॉक्टर की टीम की ओर से की जाती है. महिलाओं की समस्याओं के समाधान के लिए कर्मी तत्पर रहते हैं. बंध्याकरण शुरू होने से महिलाओं में खुशी का माहौल है.