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सारण: धूमधाम से मनायी जाएगी श्री गुरु गोविंद सिंह की जयंती, तैयारियां पूरी

गुरुद्वारे के ग्रंथि (पुजारी) सरदार परमेश्वर सिंह ने बताया कि गुरु गोविंद सिंह केवल सिख समुदाय के ही नहीं बल्कि विश्व के विभिन्न समुदायों के भी गुरु माने जाते हैं. जिनके समझ मत्था टेकने सभी धर्मों के लोग आते हैं और श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं.

Guru Govind Singh Jayanti
गुरु गोविंद सिंह जयंती
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Published : Jan 2, 2020, 1:01 AM IST

Updated : Jan 2, 2020, 7:16 AM IST

सारण : सिखों के दशमेश गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के 353वें प्रकाश पर्व को धूमधाम से देशभर में मनाया जाएगा. वहीं, गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की जन्मस्थली बिहार के पटना साहिब में भी इस पर्व को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. पटना, नालंदा के राजगीर सहित राज्य के अन्य जिलों में भी व्यापक पैमाने पर तैयारियां की जा रही हैं. प्रमंडलीय मुख्यालय सारण के छपरा शहर स्थित श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा में भी प्रकाशोत्सव की तैयारियां की जा रही हैं.

श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा ट्रस्ट के सचिव राजू सिंह ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में बताया कि वर्ष 1984 में सिख दंगे के समय सिख समुदाय के लोग वापस अपने राज्य चले गए थे, जबकि उन लोगों के स्थापित गुरुद्वारे सभा स्थल पर स्थानीय लोगों या असामाजिक तत्वों ने अवैध रूप से कब्जा जमा लिया था. भारत सरकार और राज्य सरकार की पहल से सिख समुदाय के अनुयायियों के लिए गुरुद्वारे को अतिक्रमण मुक्त करा हमें वापस दे दिया गया.

'11 साल हो गए अतिक्रमण मुक्त हुए'
राजू सिंह ने बताया कि बिहार के वर्तमान डीजीपी सह तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक (सुरक्षा) गुप्तेश्वर पांडेय, सारण के जिलाधिकारी प्रभात कुमार साह ने 16 अक्टूबर 2008 गुरुद्वारे को अतिक्रमण मुक्त कराया था. सिख पंथ के चौथे गुरु श्रीरामदास जी के पावन अवतरण दिवस पर यह कार्रवाई की गई थी. अतिक्रमण मुक्त कराते हुए गुरुद्वारे के भवन का जीर्णोद्धार और गुरु नानक औषधि मार्केट का विधिवत उद्घाटन किया गया था.

देखें पूरी रिपोर्ट

सभी धर्मों के लोग टेकते हैं मत्था- परमेंश्वर सिंह
वहीं गुरुद्वारे के ग्रंथि (पुजारी) सरदार परमेश्वर सिंह ने बताया कि गुरु गोविंद सिंह केवल सिख समुदाय के ही नहीं बल्कि विश्व के विभिन्न समुदायों के भी गुरु माने जाते हैं. जिनके समझ मत्था टेकने सभी धर्मों के लोग आते हैं और श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं. दस गुरुओं के श्रद्धेय शरीर के रूप में गुरुनानक गुरू गोविंद सिंह को माना गया हैं. बिहार की राजधानी पटना के पटना साहिब की पवित्र धरती पर उनका अवतरण हुआ था. अगामी दो जनवरी को बिहार सरकार द्वारा गुरु पर्व/प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जा रहा है.

बताते चलें कि ऐसे तो पूरे जनवरी भर गुरु गोविंद सिंह की जयंती का उत्सव मनाया जाता हैं. 17 से लेकर 19 जनवरी तक छपरा के गुरुद्वारे में विशेष पूजा अर्चना, लंगर, सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.

सारण : सिखों के दशमेश गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के 353वें प्रकाश पर्व को धूमधाम से देशभर में मनाया जाएगा. वहीं, गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की जन्मस्थली बिहार के पटना साहिब में भी इस पर्व को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. पटना, नालंदा के राजगीर सहित राज्य के अन्य जिलों में भी व्यापक पैमाने पर तैयारियां की जा रही हैं. प्रमंडलीय मुख्यालय सारण के छपरा शहर स्थित श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा में भी प्रकाशोत्सव की तैयारियां की जा रही हैं.

श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा ट्रस्ट के सचिव राजू सिंह ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में बताया कि वर्ष 1984 में सिख दंगे के समय सिख समुदाय के लोग वापस अपने राज्य चले गए थे, जबकि उन लोगों के स्थापित गुरुद्वारे सभा स्थल पर स्थानीय लोगों या असामाजिक तत्वों ने अवैध रूप से कब्जा जमा लिया था. भारत सरकार और राज्य सरकार की पहल से सिख समुदाय के अनुयायियों के लिए गुरुद्वारे को अतिक्रमण मुक्त करा हमें वापस दे दिया गया.

'11 साल हो गए अतिक्रमण मुक्त हुए'
राजू सिंह ने बताया कि बिहार के वर्तमान डीजीपी सह तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक (सुरक्षा) गुप्तेश्वर पांडेय, सारण के जिलाधिकारी प्रभात कुमार साह ने 16 अक्टूबर 2008 गुरुद्वारे को अतिक्रमण मुक्त कराया था. सिख पंथ के चौथे गुरु श्रीरामदास जी के पावन अवतरण दिवस पर यह कार्रवाई की गई थी. अतिक्रमण मुक्त कराते हुए गुरुद्वारे के भवन का जीर्णोद्धार और गुरु नानक औषधि मार्केट का विधिवत उद्घाटन किया गया था.

देखें पूरी रिपोर्ट

सभी धर्मों के लोग टेकते हैं मत्था- परमेंश्वर सिंह
वहीं गुरुद्वारे के ग्रंथि (पुजारी) सरदार परमेश्वर सिंह ने बताया कि गुरु गोविंद सिंह केवल सिख समुदाय के ही नहीं बल्कि विश्व के विभिन्न समुदायों के भी गुरु माने जाते हैं. जिनके समझ मत्था टेकने सभी धर्मों के लोग आते हैं और श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं. दस गुरुओं के श्रद्धेय शरीर के रूप में गुरुनानक गुरू गोविंद सिंह को माना गया हैं. बिहार की राजधानी पटना के पटना साहिब की पवित्र धरती पर उनका अवतरण हुआ था. अगामी दो जनवरी को बिहार सरकार द्वारा गुरु पर्व/प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जा रहा है.

बताते चलें कि ऐसे तो पूरे जनवरी भर गुरु गोविंद सिंह की जयंती का उत्सव मनाया जाता हैं. 17 से लेकर 19 जनवरी तक छपरा के गुरुद्वारे में विशेष पूजा अर्चना, लंगर, सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.

Intro:डे प्लान वाली ख़बर हैं
SLUG:-PRAKASHOTSAV WILL ALSO BE CELEBRATED IN CHHAPRA
ETV BHARAT NEWS DESK
F.M:-DHARMENDRA KUMAR RASTOGI/ SARAN/BIHAR

Anchor:-सिख समुदाय के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह की जयंती पूरे भारत में धूमधाम से मनाई जाती है जिसमें बिहार राज्य भी पीछे नही रहता हैं क्योंकि गुरु गोविंद सिंह की जन्मस्थली पटना साहिब में हैं जहां प्रकाश पर्व को लेकर बिहार की राजधानी पटना व नालंदा के राजगीर सहित राज्य के अन्य जिलों में भी व्यापक पैमाने पर तैयारियां की जाती हैं वही प्रमंडलीय मुख्यालय सारण के छपरा शहर स्थित श्री गुरु सिंह सभा नामक गुरुद्वारा में भी प्रकाशोत्सव की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.

Body:श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा ट्रस्ट के सचिव राजू सिंह ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में बताया कि वर्ष 1984 में सिख दंगे के समय सिख समुदाय के लोग वापस अपने राज्य चले गए थे जबकि उनलोगों के द्वारा स्थापित गुरुद्वारे सभा स्थल पर स्थानीय लोगों या असामाजिक तत्वों ने अवैध रूप से कब्ज़ा जमा लिया था. भारत सरकार व राज्य सरकार की पहल से सिख समुदाय के अनुयायियों द्वारा गुरुद्वारे को अतिक्रमण मुक्त करा कर वापस हमलोगों को दिया गया.

बिहार के वर्तमान डीजीपी सह तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक (सुरक्षा) गुप्तेश्वर पाण्डेय, सारण के जिलाधिकारी प्रभात कुमार साह सहित कई के द्वारा 16 अक्टूबर 2008 को सिख पंथ के चौथे गुरु श्रीरामदास जी के पावन अवतरण दिवस पर अतिक्रमण मुक्त कराते हुए गुरुद्वारे के भवन का जीर्णोद्धार व गुरु नानक औषधि मार्केट का विधिवत उद्घाटन किया गया था.

Byte:-सरदार राजू सिंह, सचिव, श्री गुरु सिंह सभा ट्रस्ट, छपराConclusion:वहीं गुरुद्वारे के ग्रंथि/पुजारी सरदार परमेश्वर सिंह ने बताया कि गुरु गोविंद सिंह केवल सिख समुदाय के ही नहीं बल्कि विश्व के विभिन्न समुदायों के भी गुरु माने जाते है जिनके समझ माथा टेकने सभी धर्मों के लोग आते हैं और अपना श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं. दस गुरुओं के श्रधेय शरीर के रूप में गुरुनानक गुरू गोविंद सिंह को माना गया हैं, बिहार की राजधानी पटना के पटना साहिब की पवित्र धरती पर उनका अवतरण हुआ था आगामी दो जनवरी को बिहार सरकार द्वारा गुरु पर्व/प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जा रहा है जहां देश ही नहीं बल्कि विश्व के कोने-कोने से श्रधेय लोग माथा टेकने पहुंच रहे है, वहीं छपरा में भी प्रकाश पर्व को लेकर काफ़ी तैयारियां की जा रही हैं.

बताते चलें कि ऐसे तो पूरे जनवरी महीने भर गुरु गोविंद सिंह की जयंती के उत्सव मनाया जाता हैं जिसमें आगामी 17 से लेकर 19 जनवरी तक छपरा के गुरुद्वारे में विशेष पूजा अर्चना, लंगर, सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.

Byte:-सरदार परमेश्वर सिंह, ग्रंथि/पुजारी, श्री गुरु सिंह सभा ट्रस्ट, छपरा
Last Updated : Jan 2, 2020, 7:16 AM IST
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