छपरा: जिला प्रमंडलीय मुख्यालय के शिल्पी पोखरा को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा और फिर से उसके वास्तविक स्वरूप में लाया जाएगा. इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से नियुक्त सदर अंचलाधिकारी पंकज कुमार के नेतृत्व में नगर निगम प्रशासन और नगर थाना के संयुक्त तत्वाधान में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाकर अतिक्रमण मुक्त कराया जा रहा है.
कचड़े को हटाने की शुरू हुई प्रक्रिया
स्थानीय प्रशासन की ओर से पहले से जमा कचरे को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जल जीवन हरियाली योजना (प्रकल्प) से जिले के मध्य में कई ऐसे कुएं, नाले और तालाब हैं, जिसका अतिक्रमण स्थानीय लोगों द्वारा कर लिया गया है. साथ ही भू-माफियाओं ने भी अवैध रूप से कब्जा करके उसे बेच दिया है. न्याय फाईटिंग द पिपुल सोसाइटी के सचिव मो.सुल्तान इद्रिसी ने बताया कि जिले का ऐतिहासिक शिल्पी पोखरा पर कई वर्षों से शहर के असामाजिक तत्वों और भू-माफियाओं ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया है.
![Shilpi Pokhara chapra](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-cpr-03-shilpipokharawillreturnitsoriginalformundertheprojectplan-onetoone-7204135_22112019183643_2211f_1574428003_941.jpg)
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शिल्पी पोखरे की कराई जाएगी उड़ाही
मो.सुल्तान इद्रिसी ने कहा कि स्थानीय तत्कालीन नगर परिषद और वर्तमान नगर निगम प्रशासन ने ही शहर के ऐतिहासिक और सबसे पुराने पोखरे को कचड़े से भरने का काम किया था. लेकिन अब उसी प्रशासन की ओर से शिल्पी पोखरे की उड़ाही कराई जाएगी. क्योंकि जल जीवन हरियाली योजना के तहत जीर्णोद्धार करा कर पुनः उसके अतीत को सजाया जाएगा.
अवैध निर्माण को तोड़ा गया
अतिक्रमण मुक्त और उड़ाही कराने के बाद सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल जल जीवन हरियाली योजना प्रकल्प की ओर से यह प्रयास किया जाएगा कि जितने भी छोटे-बड़े तलाब और जल संचय करने वाले उपक्रम हैं, उनका सौंदर्यीकरण किया जाए. इसी अभियान के अंतर्गत नगर निगम क्षेत्र के शिल्पी पोखरा को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए अवैध निर्माण को तोड़ा गया है.