सारण: एक तरफ पुलिस शराबबंदी कानून का सख्ती से पालन कराने के लिए शपथ (Liquor Ban Oath In Saran) ले रही है, वहीं दूसरी तरफ जनता की रक्षा करने वाली पुलिस खुद सुरक्षित नहीं है. मामला मांझी थाना का है. मांझी थाना (Accident In Manjhi Police Station) पूरी तरह से जर्जर हो चुका है. इतना ही नहीं, इसका छज्जा भी भरभराकर गिर गया. गनीमत रही कि हादसे के वक्त वहां कोई पुलिसकर्मी मौजदू नहीं था नहीं तो बड़ा हादसा हो जाता.
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मांझी थाने (Manjhi Police Station) का जर्जर भवन पुलिसवालों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ. हादसे को दावत देते इस थाने में कर्मियों को काम करने में भी डर लगता है. मांझी पुलिस स्टेशन का छज्जा जिस तरह से भरभरा कर गिर (Police Station Building Visor Collapsed) गया, उसके बाद तो पुलिस कर्मियों को यहां बैठकर काम करने से और ज्यादा डर लगने लगे हैं. यह तो संयोग ही था कि हादसे के समय पुलिसकर्मी आस पास नहीं थे, नहीं तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती थी.
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एक तरफ बिहार राज्य पुलिस भवन निर्माण निगम लगातार थाना भवनों का निर्माण करा रहा है. लेकिन लगता है कि मांझी थाने की तरफ उसकी निगाह आजतक नहीं गई. फिलहाल तो लापरवाही के कारण इस जर्जर और असुरक्षित भवन में बैठकर पुलिसकर्मियों (Saran Police News) को काम करना पड़ रहा है. पुलिस कर्मियों की भी मजबूरी है. उन्हें सिर छुपाने के लिए कोई जगह नहीं है. थाने के अंदर प्लास्टिक लगाकर काम किया जा रहा है और कंप्यूटर को किसी तरह बचाया जा रहा है.
जगह-जगह प्लास्टर उखड़े पड़े हैं. अभी भी अगर पुलिस प्रशासन नहीं चेता तो मांझी थाने में कोई बड़ा हादसा हो सकता है. वहीं आला अधिकारी के डर से कोई भी पुलिस का जवान कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.
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