सारण. इंडिगो मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड के 48 घंटे बाद भी कातिल आजाद हैं. पुलिस अब तक हत्यारों का सुराग लगाने में नाकाम रही है. विपक्ष इस मामले को लेकर लगातार नीतीश सरकार पर हमला बोल रहा है. वहीं, बीजेपी के नेता लगातार रूपेश के परिजनों से मुलाकात कर ढांढस बंधा रहे हैं.
गुरुवार को बीजेपी नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सारण स्थित रूपेश के गांव पहुंचे और गमगीन परिवार से मुलाकात की. गमगीन परिवार आने वाले सभी लोगों से एक ही सवाल पूछ रहा है कि आखिर रूपेश की हत्या क्यों की गई. अब तक पूरे मामले का स्टेट्स क्या है?
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पत्नी बोली- मेरे बच्चों का क्या होगा? मुझे न्याय चाहिए.
गमगीन परिवार से मिलने रूपेश के गांव पहुंचे सुशील मोदी से परिवार के लोग एक ही सवाल पूछ रहे थे कि मुझे न्याय कब मिलेगा. वहीं रूपेश की पत्नी ने कहा अब मेरे बच्चों का क्या होगा.
'मेरे दो छोटे-छोटे बच्चे हैं. अब इनका क्या होगा. इनका देखभाल कौन करेगा, घर का खर्चा कैसे चलेगा. मुझे किसी से कुछ नहीं चाहिए, सिर्फ न्याया चाहिए'- रूपेश की पत्नी
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अब तक क्या हुआ?
वहीं, सुशील मोदी से ग्रामीणों ने पूछा कि हत्या के 48 घंटे होने को है. अब तक पुलिस ने क्या किया, स्टेट्स रिपोर्ट क्या है? ये ग्रामीण जानना चाहते हैं. ग्रामीणों के सवाल पर सुशील मोदी थोड़ी देर के लिए ही सही, सकपका गए.
'बता नहीं सकते, लेकिन अपराधियों को खोजने में तीन-चार टीमें लगी हुईं हैं. खुद मुख्यमंत्री इस मामले को देख रहे हैं. 24 घंटे के अंदर रिजल्ट आपके सामने होगा.'- सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद
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पत्नी और बच्चों के साथ पटना में रहते थे रूपेश
गौरतलब है कि रूपेश सिंह पत्नी और दो बच्चों के साथ पटना में रहते थे. बाकि परिवार छपरा में रहता था. बताया जाता है कि वो अक्सर गांव आते रहते थे और ग्रामीणों की मदद करते थे. यही कारण है कि ग्रामीण जानना चाहते हैं कि ऐसा क्या हुआ कि मिलनसार और सबकी मदद करने वाले रूपेश की इतनी बेरहमी से हत्या कर दी गई.
रुपेश हत्याकांड में अब तक क्या हुआ
- मंगलवार को इंडिगो एयरलाइंस कंपनी के स्टेशन प्रबंधक रूपेश की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
- बुधवार को एसआईटी की टीम ने पटना एयरपोर्ट पर पहुंचकर वहां लगे तमाम सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला, जिसमें उन्हें कुछ अहम सुराग मिले हैं.
- एसआईटी की टीम ने रूपेश के कुसुम विलास अपार्टमेंट के आसपास पर लगे सीसीटीवी कैमरे को भी खंगाला है, जिनमें से एक सीसीटीवी कैमरे में दो बाइक सवार को रूपेश की गाड़ी को ओवरटेक करते हुए देखा गया है.
- रूपेश हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी की टीम को इस पूरे मामले में ठेकेदारी और रियल एस्टेट से जुड़े होने की आशंका है.
- एसआईटी ने रूपेश कुमार सिंह के मोबाइल को भी कब्जे में ले लिया है और उसकी जांच कर रही है.
- इस हत्याकांड से जुड़े कई अहम सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं. जांच में एसआइटी के अलावा तीन जिलों की पुलिस जुटी हुई है. बिहार के कई जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है.
- बताया जा रहा है कि जिस वक्त रूपेश की हत्या उसके अपार्टमेंट के बाहर हुई तो उसी दौरान उस इलाके में एक उत्तर प्रदेश का सिम कार्ड एक्टिव था.
- पुलिस ने घटनास्थल व उसके आसपास के इलाके के मोबाइल फोन का डंप डाटा निकाला गया है, जिसमें एक-एक नंबर गाजीपुर और बेगूसराय के मिले हैं.