छपरा: बिहार के छपरा में झोपड़पट्टी के बच्चों के बीच शिक्षा का अलख जगाने वाली ममता कुमारी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने राष्ट्रपति भवन में वर्चुअल रूप से सम्मानित किया. राष्ट्रीय सेवा योजना अवार्ड (National Service Scheme Award) पाने के लिए ममता अपनी मां के साथ दिल्ली पहुंचीं थीं.
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ममता शहर के मौना साढा रेलवे क्रॉसिंग के पास झोपड़पट्टी में रहने वाले गरीब बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देती हैं. वह जय प्रकाश विश्व विद्यालय की छात्रा हैं. जेपी विश्व विद्यालय के रजिस्ट्रार डॉक्टर हरिश्चंद्र ने बताया कि पूरे भारत से 20 वॉलिंटियर को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है. दो पुरस्कार बिहार के दो वॉलिंटियर को मिले हैं. पिछले साल छपरा की अनीसा कुमारी को यह पुरस्कार मिला था.
ममता और उसका परिवार सम्मान मिलने से काफी खुश है. ममता कुमारी का चयन राष्ट्रीय सेवा योजना अवार्ड (2019-2020) के लिए हुआ है. शहर के जटाई पोखरा (44 नंबर ढाला के पास) निवासी रघुनाथ चौधरी व गृहिणी निर्मला देवी की बेटी ममता को भारत सरकार के युवा कार्यक्रम व खेल मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
ममता के पिता रघुनाथ चौधरी ने कहा कि यह हमारे लिए बहुत बड़ी बात है. बेटी ने मेरा नाम रोशन किया है. ममता की मां निर्मला देवी ने कहा कि मैंने काफी मुश्किल से अपनी बेटी को पढ़ाया-लिखाया है. मैंने हमेशा उसे आगे बढ़ने की प्रेरणा दी. बता दें कि ममता खुद गरीब तबके से आती हैं. उनके पिता दैनिक मजदूरी करते हैं और मां गृहणी हैं.
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