खगड़िया: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए और महागठबंधन के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है. इसे भांपते हुए एनडीए के घटक दल हर जिले में कार्यकर्ताओं का संयुक्त अधिवेशन बुला रहे हैं और गठबंधन की एकजुटता का संदेश दे रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ खगड़िया में बनने वाले राजकीय मेडिकल कॉलेज का श्रेय लेने की होड़ में खगड़िया के जेडीयू विधायक डॉक्टर संजीव कुमार और स्थानीय सांसद राजेश वर्मा एक-दूसरे के खिलाफ आग उगल रहे हैं.
शब्दों की मर्यादा भूले नीतीश के विधायक: जेडीयू विधायक और लोजपा रामविलास के सांसद के बीच जुबानी जंग अब विस्फोटक स्थिति में है. परबत्ता से जेडीयू विधायक डॉक्टर संजीव कुमार ने लोजपा (रामविलास ) के सांसद राजेश वर्मा का नाम लिए बगैर ही अपशब्द कहा. डॉ संजीव ने कहा कि विधानसभा चुनाव में मुझे ऐसे नेताओं और चिरकुट जनप्रतिनिधियों का समर्थन भी नहीं चाहिए और अब ऐसे नेताओं से मैं सख्ती से निपटूंगा.
"खगड़िया में मेडिकल कॉलेज की बात मैं लगातार उठाता रहा, मेडिकल कॉलेज आ गया. दो-दो पावर सब स्टेशन आ गया. मैंने टेंडर करवाया और कुछ चिरकुट कहते हैं कि मैं करवाया. ये हास्यास्पद है. दूध का दांत अभी नहीं टूटा है. सब गलती से सप्लायर बन गया है. सबको औकात दिखा देंगे. हम डॉक्टर हैं अच्छे से इलाज जानते हैं सबका. अच्छे से इलाज करेंगे. चुनाव के समय पैर पकड़ते थे, चूहा की तरह दुम दबाते थे और अब गीदड़ बन गए हैं. सावधान हो जाइये जरूरत पड़ने पर शस्त्र भी उठा सकते हैं."- डाॅक्टर संजीव कुमार, जेडीयू विधायक
सांसद का विधायक को करारा जवाब: पूरे मामले पर खगड़िया सांसद राजेश वर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि रावण का भी अहंकार चूर हुआ था और एक वानर आया और रावण के पूरे सोने की लंका को जला डाला. सांसद ने कहा कि ऐसे लोगों की धमकी से वह डरने वाले नहीं हैं. वह खुद डरे हुए हैं तभी तो बुलेट प्रूफ गाड़ी से चलते हैं. वह मेरी शालीनता को कमजोरी नहीं समझें.
"गाली देते नजर आते हैं. एक समुदाय को गाली देते हैं. मैं कहना चाहता हूं कि शस्त्र उठाने का समय 2005 के पहले का था. तब लोग शस्त्र उठाकर राजनीति करते थे. अब शस्त्र नहीं शास्त्र उठाइये. जो शस्त्र उठाएंगे उनका अध्याय भी समाप्त हो जाएगा. गलत को कभी हम प्रश्रय नहीं देंगे. सही के साथ हम खड़े रहेंगे. कोई किसी को डरा धमका कर लंबी राजनीति नहीं कर सकता है. हम किसी को चरण स्पर्श करते हैं तो वो हमारे संस्कार हैं."- राजेश वर्मा, सांसद, लोजपा (रामविलास)
क्यों छिड़ी जंग?: दरअसल सीएम नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के दौरान खगड़िया में राजकीय मेडिकल कॉलेज की घोषणा की थी. बीते 4 फरवरी को राज्य मंत्री परिषद की मीटिंग में 460 करोड़ की लागत से बनने वाले मेडिकल कॉलेज की प्रशासनिक स्वीकृति भी मिल गई है. बात तब विस्फोटक स्थिति में आ गयी जब सांसद राजेश वर्मा ने मेडिकल कॉलेज का क्रेडिट लेने की कोशिश की तो जदयू विधायक डॉ संजीव को ये बात नागवार गुजरी, क्योंकि डॉ संजीव का मानना है कि मेडिकल कॉलेज को लेकर उन्होंने सबसे ज्यादा बार प्रयास किया.
लोकसभा चुनाव के दौरान रिश्तों में आई खटास: खगड़िया जदयू के विधायक डॉ संजीव और लोजपा रामविलास के सांसद राजेश वर्मा के बीच कहासुनी का दौर बीते लोकसभा चुनाव से चल रहा है. दरअसल परबत्ता से जदयू के विधायक डॉ संजीव सार्वजनिक मंच से कई बार लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके थे, लेकिन न ही पार्टी और ना ही एनडीए के अन्य घटक दल डॉ संजीव को लेकर गंभीर दिखे. परिणामस्वरूप खगड़िया सीट लोजपा रामविलास(चिराग) के खाते में गई और चिराग ने राजेश वर्मा को मैदान में उतार दिया और राजेश वर्मा चुनाव जीत भी गए.
ये भी पढ़ें