छपराः बिहार के छपरा (Chhapra News) में फार्मेसी दिवस के अवसर पर सदर अस्पताल में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसका विधिवत उद्घाटन सदर अस्पताल के असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जनार्दन सुकुमार ने दीप प्रज्जवलित कर किया. वक्ताओं ने फार्मेसी के इतिहास उसकी जरूरत और फार्मेसी के महत्व पर प्रकाश डाला.
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सीएस ने इस अवसर पर बताया कि कोविड के प्रथम लहर में हमारे पास कुछ भी नहीं था. बहुत ही सीमित संसाधन में हम और हमारे साथ काम करने वाले डॉक्टर फार्मासिस्ट और नर्सिंग स्टाफ ने मिलकर पहली परीक्षा पास की. जबकि दूसरी भयानक लहर में हमारे सामने और भी नई-नई चुनौतियां आयी. बेड की कमी हुई. ऑक्सीजन सिलिंडर की कमी हुई. लेकिन इस बार भी हमने और हमारे स्टाफ ने कंधे से कंधा मिलाकर काम किया. दूसरी लहर में भी हम बहुतों की जान बचाने में सफल रहे.
वहीं आज सारण जिला स्वास्थ्य विभाग ने कोविड के संभावित तीसरी लहर से बचाव की पूरी तैयारी कर ली है. अब अगर तीसरी लहर आती भी है, तो दवा, बेड और ऑक्सीजन की कोई कमी इलाज में आड़े नहीं आयेगी.
छपरा सदर अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट बनकर तैयार है. इसका कुछ ही दिनों में उद्घाटन किया जाएगा. इसके साथ ही सोनपुर के अनुमंडलीय अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट चालू हो चुका है. अमनौर में भी जल्द ही ऑक्सीजन प्लांट चालू हो जाएगा.
'छपरा सदर अस्पताल का पूरी तरह से कायाकल्प होने जा रहा है. जल्द ही सदर अस्पताल नए लुक में नजर आएगा. इसकी सभी पुरानी बिल्डिंगों को तोड़ कर नई बिल्डिंग बनाई जा रही है. कोरोना संक्रमण के तीसरी लहर में सबसे ज्यादा बच्चों के संक्रमित होने की खबर पर हमने नीकु वार्ड और अन्य वार्डों में विशेष व्यवस्था शुरू किया है. सारण वासियों को आश्वस्त रहने की जरूरत है. पूरी टीम 24 घण्टे तत्पर है.' -डॉ. जनार्दन सुकुमार, सीएस, सदर अस्पताल छपरा
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