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सावन के पहले सोमवार को विश्व प्रसिद्ध बाबा हरिहरनाथ मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

मंदिर पुजारी ने बताया कि सावन के पहले सोमवार के कारण ज्यादा भीड़ उमड़ी है. शुरुआती कुछ दिनों तक रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं.

उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
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Published : Jul 22, 2019, 10:40 PM IST

सारण: सावन माह के पहले सोमवारी के अवसर पर सोनपुर के विश्व प्रसिद्ध बाबा हरिहरनाथ मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा. सैकड़ों की संख्या में भक्त बोल बम के नारे के साथ पूजा-अर्चना करते दिखे. पहले सोमवार को श्रद्धालुओं-कावड़ियों ने जल, बेलपत्र, पुष्प, दूध और धतूरा बाबा भोलेनाथ पर चढ़ाया.

saran
नारे लगाते लोग

पहली सोमवारी को बाबा हरिहरनाथ मंदिर परिसर बोल बम की ध्वनि से भक्तिमय हो गया. महिलाएं, बच्चे, युवा और बुजुर्ग श्रद्धालु भारी संख्या में पूजा करने पहुंचे थे. इस बाबत हरिहरनाथ मंदिर न्यास समिति की ओर से पुख्ता इंतजाम देखने को मिला.

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भक्तों का लगा तांता

लाखों की संख्या में आते हैं श्रद्धालु
मंदिर प्रबंधन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिये योजना तैयार कर रखी थी. कतारबद्ध तरीक से भक्तों को दर्शन कराया गया. इस दौरान लोग अपने परिवार की खुशियां, शांति और प्रेम के लिये कामनाएं करते देखें गए. मंदिर पुजारी ने बताया कि सावन के पहले सोमवार के कारण ज्यादा भीड़ उमड़ी है. शुरुआती कुछ दिनों तक रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. वहीं, दूसरे और तीसरे सोमवार, शुक्रवार तो संख्या लाखों में हो जाती है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

सदियों से चली आ रही है परंपरा
मालूम हो कि सोनपुर के पहलेजा घाट से दूसरे और तीसरे शुक्रवार को 4 से 5 लाख डाक बोल बम घाट से जल लेकर वहां से 67 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर बिना रुके जाकर जल चढ़ाते हैं. सदियों से चली आ रही इस पुरानी परंपरा को आज तक जीवंत रखा गया है. इस दौरान सारण और वैशाली जिला पुलिस काफी मुस्तैद रहती है. इस दौरान सड़क को जरूरत के हिसाब से वनवे भी किया जा सकता है.

सारण: सावन माह के पहले सोमवारी के अवसर पर सोनपुर के विश्व प्रसिद्ध बाबा हरिहरनाथ मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा. सैकड़ों की संख्या में भक्त बोल बम के नारे के साथ पूजा-अर्चना करते दिखे. पहले सोमवार को श्रद्धालुओं-कावड़ियों ने जल, बेलपत्र, पुष्प, दूध और धतूरा बाबा भोलेनाथ पर चढ़ाया.

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नारे लगाते लोग

पहली सोमवारी को बाबा हरिहरनाथ मंदिर परिसर बोल बम की ध्वनि से भक्तिमय हो गया. महिलाएं, बच्चे, युवा और बुजुर्ग श्रद्धालु भारी संख्या में पूजा करने पहुंचे थे. इस बाबत हरिहरनाथ मंदिर न्यास समिति की ओर से पुख्ता इंतजाम देखने को मिला.

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भक्तों का लगा तांता

लाखों की संख्या में आते हैं श्रद्धालु
मंदिर प्रबंधन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिये योजना तैयार कर रखी थी. कतारबद्ध तरीक से भक्तों को दर्शन कराया गया. इस दौरान लोग अपने परिवार की खुशियां, शांति और प्रेम के लिये कामनाएं करते देखें गए. मंदिर पुजारी ने बताया कि सावन के पहले सोमवार के कारण ज्यादा भीड़ उमड़ी है. शुरुआती कुछ दिनों तक रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. वहीं, दूसरे और तीसरे सोमवार, शुक्रवार तो संख्या लाखों में हो जाती है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

सदियों से चली आ रही है परंपरा
मालूम हो कि सोनपुर के पहलेजा घाट से दूसरे और तीसरे शुक्रवार को 4 से 5 लाख डाक बोल बम घाट से जल लेकर वहां से 67 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर बिना रुके जाकर जल चढ़ाते हैं. सदियों से चली आ रही इस पुरानी परंपरा को आज तक जीवंत रखा गया है. इस दौरान सारण और वैशाली जिला पुलिस काफी मुस्तैद रहती है. इस दौरान सड़क को जरूरत के हिसाब से वनवे भी किया जा सकता है.

Intro:लोकेशन- वैशाली
रिपोर्टर: राजीव कुमार श्रीवास्तवा

सावन का पहला सोमवारी के अवसर पर सोनपुर के विश्व प्रसिद्ध बाबा हरिहरनाथ मंदिर में बोल बम की आवाज लगाकर हज़ारों भग्त- श्रद्धालु कावड़ियों ने जल में बेलपत्र, पुष्प, दूध और धतूरा शिवलिंग पर चढ़ाया ।


Body:सारण जिले के सोनपुर प्रखण्ड क्षेत्र में स्थित विश्व प्रसिद्ध बाबा हरिहरनाथ मंदिर में सावन का पहला सोमवार को हजारों कावड़ लिये भग्त-श्रद्धालुओं ने जल चढ़ाया ।इस दौरान मंदिर परिसर में बोल बम की ध्वनि से वातावरण भगतिमय हो गया । क्या बच्चें- बच्चियां से लेकर युवा और बुजुर्ग श्रद्धालुओं की भारी संख्या में भीड़ देखी गई । इस बाबत हरिहरनाथ मंदिर न्यास समिति के द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने के लिये योजनावध तरीको से सभी दर्शनार्थी पंक्तिवध होकर बाबा हरिहरनाथ मंदिर में जाकर जल चढ़ाया और अपने परिवार की खुशियां, शांति और प्रेम के लिये कामनाएँ भी करते देखें गए ।

पहला सोमवार को यहा ज्यादा भीड़ नही होती हैं । यहा के पुजारी गुड्डू बाबा ने बताया कि सावन के शुरूवार के कुछ दिनों तक रोजाना हजारों की संख्या में भग्त - श्रद्धालु जरूर आते है पर पहला सोमवार को इसमें कुछ बढ़ोतरी होती हैं पर दूसरे और तीसरे सोमवार, शुक्रवार, को यहा लाखों की संख्या में भीड़ बढ़ जाती हैं। मंदिर परिसर के अंदर बाहर इलाके में अनियंत्रित भीड़ को कंट्रोल के लिये वैशाली और सारण पुलिस संयुक्त तौर पर मौजूद रहती हैं।

सोनपुर के पहलेजा घाट से दूसरे और तीसरे शुक्रवार को 4 से 5 लाख की संख्या में डाक बोल बम घाट से जल लेकर वहां से 67 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर बिना रुके जाकर जल चढ़ाते हैं। सदियों से चली आ रहीं पुरानी परंपरा को आज तक जीवंत किया गया हैं। मालूम हो इसको लेकर सारण और वैशाली जिला पुलिस काफी मुस्तैद रहती हैं। यहीं नहीं उनके पहलेजाघाट से लेकर पड़ोस के वैशाली जिले में मुख्य सड़कें पर उस दिन बड़े वाहन को रोक दिया जाता हैं साथ ही सड़क को जरूरत के हिसाब से सोमवार के स्पृहन 11 बजे तक वनवे भी किया जा सकता हैं। चुकी डाक बोल बम एक बार जब घाट पर स्नान कर जल लेकर चल पड़ते हैं तो वे बिना रुके अपने गंतव्य स्थान मुजफ्फरपुर के गरीबनाथ मंदिर तक पहुँचने के पहले कही नही रुकते हैं।

सोनपुर के गंगा के पहलेजा, कालीघाट और पुरानी गंडक नदी पर प्रशासन द्वारा रात में लाइट, गोताखोर, की खास व्यवस्था होती हैं । सावन के समाप्ति के बाद ही पुलिस को आराम करने का मौका मिलता हैं।

पूरे एक महीना तक श्रावणी मेला रहता हैं ।यह पूरे महीने बहुत पवित्र होता है ।इसमें श्रद्धालु अपने आपको सुधारने से लेकर अपने परिवार को एकजुटता के लिये भगवान शिव से कामनाएं करते देखे जाते हैं।

सोनपुर के उपरोक्त घाटों पर एनडीआरएफ की टीम मौजूद रहती हैं। ताकि श्रद्धालु स्नान और घाट पर जल लेने के चक्कर मे गंगा नदी के गहराई वाले खाई में डूब न सकें। गंगा में वोट पर पहरेदारी करते यह जवान देखे जाते हैं।

सावन में सोमवार दिन का महत्व बहुत ज्यादा होता हैं। इस बात की उल्लेख पुराणों में भी हैं। कहते हैं कि इस दिन जो भी भग्त - श्रद्धालू गंगा में जाकर स्नान कर भगवान शिव के मंदिर में जाकर उनके शिवलिंग पर पीतल के लोटे में गाय की दूध या फिर मिश्रित गाय का दूध और जल में 11 बेल- पत्र उसमें दही और हल्दी मिलाकर ॐ :नम: शिवायः लिखता हैं और इसके साथ पुष्प, माला, धतूरा भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग पर सच्ची निष्ठा के साथ भगतिभाव होकर जल चढ़ाता हैं तो दयालु भोलेनाथ प्रसन्न होकर आशिर्वाद देते हैं साथ ही भगवान उसके सभी मनोकामनाएं पूर्ण करने का भी कार्य करते हैं। सोनपुर के विश्व प्रसिद्ध बाबा हरिहरनाथ मंदिर में दिन भग्त - श्रद्धालुओं द्वारा भगवान शिव के शिवलिंग पर जल चढ़ाकर अपनी एवं परिवार की सुख-समृद्धि के लिये कामनायें करते देखें गए ।


Conclusion:सोनपुर के बाबा हरिहरनाथ मंदिर से महज थोड़ी दूर पर स्थित हैं कालीघाट ।यहा हरेक दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं द्वारा स्नान कर जल लेकर बाबा हरिहरनाथ मंदिर में जाकर जल चढ़ाते हैं पर यह इसके बाद अपने घर वापस लौट जाते हैं।

सोनपुर से पटना की लाइफलाइन कहा जाने वाला गंगा नदी पर बना हुआ जेपीसेतु पुल से लोगो को यहा पहुँचने में काफी सुविधा मिल रहीं हैं ।
प्रदेश के भोजपुर, विक्रमगंज, बिहटा, मनेर, दानापुर, दीघा और पटना लोकल के श्रद्धालु यहा आते हैं ।

ओपनिंग मंदिर के घण्टी के आवाज से
इसके बाद दर्जनों श्रद्धालुओं द्वारा बाबा हरिहरनाथ मंदिर परिसर में बोल बम और हरिहरनाथ बाबा की जय की नारा लगाते हुए
इसके बाद विओ कि शुरुवात
विओ खत्म होने के बाद श्रद्धालु महिला की बाइट और पुजारी की बाइट
PTC: संवाददाता, राजीव, वैशाली ।
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