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सोनपुर के दियारा में बाढ़ का दंश झेल रहे लोग, नहीं मिल रही सरकारी मदद

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Published : Sep 26, 2019, 1:01 PM IST

ग्रामीणों की मानें तो सैदपुर पंचायत के ज्यादातर लोग पहलेजा घाट पर शरण लेने पर विवश हैं. सरकार की ओर से कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई जा रही है. अभी तक सरकारी नाव की भी व्यवस्था नहीं की गई है. सरकार के इस उदासीन रवैये से ग्रामीणों में नाराजगी है.

सोनपुर में बाढ़

सारण: केंद्र सरकार की ओर से फरक्का बांध के दर्जनों फाटक खोलने के बाद नदियों के जलस्तर में कमी आई है. गंगा और गंडक नदी का पानी कम हो रहा है. लेकिन सोनपुर प्रखंड में इसका असर नहीं दिख रहा है. दर्जनों दियरा पंचायत अभी भी बाढ़ की चपेट में है. लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.

saran
बाढ़ का कहर

सोनपुर प्रखंड के सैदपुर दियरा पंचायत में सभी 13 वार्ड में बाढ़ से प्रभावित हैं. यहा अभी भी गंगा का पानी सड़क से 5 से 7 फीट ऊपर बह रहा है. जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित है. घरों में पानी घुस गया है. लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है. बता दें कि इस पंचायत की आबादी 8 हजार से ज्यादा है.

बाढ़ का कहर
बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि स्थिति काफी भयावह है. खेतों में पानी लगने से फसल और साग सब्जी बर्बाद हो गई है. लोग दाने-दाने के मोहताज हैं. मवेशियों के लिये भी चारा नहीं बचा है. क्षेत्र में पानी ज्यादा होने के चलते लोग अपने घर के ऊपर शरण लेने को मजबूर हैं.

saran
सुब्रत कुमार सेन, जिलाधिकारी

'जहरीले जीव-जंतुओं का सता रहा डर'
इलाके में बिजली की किल्लत से लोगों की समस्या और भी बढ़ गई है. बिजली नहीं होने से रात के अंधेरे में चलना काफी मुश्किल हो जाता है. लोगों का कहना है कि रात के अंधेरा में सांप, बिच्छु और जहरीले जीव-जंतुओं का डर बना रहता है. कई मवेशियों को भी सांप, बिच्छु ने काट लिया है. इस घटना के बाद लोग काफी डरे सहमे हैं.

सरकार के उदासीन रवैये से ग्रामीण नाराज
ग्रामीणों की मानें तो सैदपुर पंचायत के ज्यादातर लोग पहलेजा घाट पर शरण लेने पर विवश हैं. सरकार की ओर से कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई जा रही है. इनका कहना है कि अभी तक सरकारी नाव की भी व्यवस्था नहीं की गई है. निजी नाव के सहारे लोग आवागमन करने को मजबूर हैं. बाढ़ का दंश झेल रहे इन लोगों की किसी सरकारी बाबू ने अबतक सुध नहीं ली है. सरकार के इस उदासीन रवैये से ग्रामीणों में नाराजगी है.

पेश है रिपोर्ट

डीएम ने सुविधा मुहैया कराने की कही थी बात
बता दें कि दो दिन पूर्व जिले के डीएम ने प्रखंड के सभी बाढ़ प्रभावित दियरा क्षेत्र का निरीक्षण किया था. ईटीवी भारत से रूबरू होते हुए उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के समुचित व्यवस्था मुहैया कराने की बात कही थी. डीएम ने कहा था कि सभी प्रशासनिक पदाधिकारी प्रभावित क्षेत्रों में लगातार कैंप कर रहे हैं. मेडिकल टीम भी कैंप कर रही है. लेकिन बाढ़ पीड़ितों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है. इनका कहना है कि सरकारी स्तर पर किसी ने सुध नहीं ली.

सारण: केंद्र सरकार की ओर से फरक्का बांध के दर्जनों फाटक खोलने के बाद नदियों के जलस्तर में कमी आई है. गंगा और गंडक नदी का पानी कम हो रहा है. लेकिन सोनपुर प्रखंड में इसका असर नहीं दिख रहा है. दर्जनों दियरा पंचायत अभी भी बाढ़ की चपेट में है. लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.

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बाढ़ का कहर

सोनपुर प्रखंड के सैदपुर दियरा पंचायत में सभी 13 वार्ड में बाढ़ से प्रभावित हैं. यहा अभी भी गंगा का पानी सड़क से 5 से 7 फीट ऊपर बह रहा है. जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित है. घरों में पानी घुस गया है. लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है. बता दें कि इस पंचायत की आबादी 8 हजार से ज्यादा है.

बाढ़ का कहर
बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि स्थिति काफी भयावह है. खेतों में पानी लगने से फसल और साग सब्जी बर्बाद हो गई है. लोग दाने-दाने के मोहताज हैं. मवेशियों के लिये भी चारा नहीं बचा है. क्षेत्र में पानी ज्यादा होने के चलते लोग अपने घर के ऊपर शरण लेने को मजबूर हैं.

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सुब्रत कुमार सेन, जिलाधिकारी

'जहरीले जीव-जंतुओं का सता रहा डर'
इलाके में बिजली की किल्लत से लोगों की समस्या और भी बढ़ गई है. बिजली नहीं होने से रात के अंधेरे में चलना काफी मुश्किल हो जाता है. लोगों का कहना है कि रात के अंधेरा में सांप, बिच्छु और जहरीले जीव-जंतुओं का डर बना रहता है. कई मवेशियों को भी सांप, बिच्छु ने काट लिया है. इस घटना के बाद लोग काफी डरे सहमे हैं.

सरकार के उदासीन रवैये से ग्रामीण नाराज
ग्रामीणों की मानें तो सैदपुर पंचायत के ज्यादातर लोग पहलेजा घाट पर शरण लेने पर विवश हैं. सरकार की ओर से कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई जा रही है. इनका कहना है कि अभी तक सरकारी नाव की भी व्यवस्था नहीं की गई है. निजी नाव के सहारे लोग आवागमन करने को मजबूर हैं. बाढ़ का दंश झेल रहे इन लोगों की किसी सरकारी बाबू ने अबतक सुध नहीं ली है. सरकार के इस उदासीन रवैये से ग्रामीणों में नाराजगी है.

पेश है रिपोर्ट

डीएम ने सुविधा मुहैया कराने की कही थी बात
बता दें कि दो दिन पूर्व जिले के डीएम ने प्रखंड के सभी बाढ़ प्रभावित दियरा क्षेत्र का निरीक्षण किया था. ईटीवी भारत से रूबरू होते हुए उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के समुचित व्यवस्था मुहैया कराने की बात कही थी. डीएम ने कहा था कि सभी प्रशासनिक पदाधिकारी प्रभावित क्षेत्रों में लगातार कैंप कर रहे हैं. मेडिकल टीम भी कैंप कर रही है. लेकिन बाढ़ पीड़ितों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है. इनका कहना है कि सरकारी स्तर पर किसी ने सुध नहीं ली.

Intro:लोकेशन: वैशाली
रिपोर्टर: राजीव कुमार श्रीवास्तवा

प्रदेश के मुख्यमंन्त्री नीतीश कुमार द्वारा बाढ़ की स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार से फरक्का बांध के दर्जनों फाटक खोलने का आग्रह काम कर गया । इससे गंगा के उफनती और इसके रौद्ररूप में कमी आई हैं इससे गंगा और गंडक के जल- स्तर में कमोवेश कमी आयी हैं। पर सोंनपुर प्रखण्ड के सभी आधे दर्जन से ज्यादा दियरा क्षेत्र में अभी भी जन- जीवन सामान्य नहीं हुआ हैं।


Body:प्रखण्ड के सैदपुर दियरा पंचायत में सभी के सभी 13 वार्ड में बाढ़ के पानी से प्रभावित हैं। यहा अभी भी गंगा का पानी 5 से 7 फिट होने से यहा के जन - जीवन बुरी तरह से प्रभावित हैं। मालूम हो कि इस पंचायत में कुल पांच हजार वोटर, आबादी 8 हजार से ज्यादा हैं।

ईटीवी यहा पड़ताल करने पहुँची तो यहा के सैकड़ों ग्रामीण जनता अपना दुःख का दर्द शेयर किया । बताते चले कि यहा बाढ़ के पानी से ग्रामीणों का सभी फसल और हरी-साग- सब्जियां नष्ट हो चुकी हैं। वही ग्रामीणों की मानें तो उनके मवेशियों के लिये कुछ भी चारा नहीं बचा हुआ हैं।क्षेत्र में पानी ज्यादा होने के चलते यहा के लोग अपने घर के ऊपर शरण लेने के लिये मजबूर हो गए हैं।

वहीं क्षेत्र में बिजली नही होने से रात के अंधेरा में साँप, बिच्छु और जहरीले कीड़े का डर बना होता हैं ।
क्षेत्र की जनता ने हमें बताया कि बाढ़ के पानी मे परेशानी हो ही रही हैं साथ ही सांप के द्वारा मवेशियों को डसने की घटना में भी वृद्धि हो गई हैं ।इससे हमलोग काफी डरे- सहमे हुए हैं।
ग्रामीणों की मानें तो दिन के अहले सुबह में सैदपुर पंचायत के ज्यादातर लोग प्राइवेट नाव से पहलेजा घाट पर शरण लेने पर विवश हैं ।संध्या को फिर एक एक घर के सदस्य वापस दियरा के अपने घर पर मवेशियों और घर की रखवाली करने जाते हैं ।

सरकार के कोई रहनुमा द्वारा इनकी हालचाल लेने के लिये अभी तक कोई भी अधिकारी क्षेत्र में जानें कि गुरेज नही किया ।
ग्रामीण जनता में जनप्रतिनिधियों से खासे नाराज हैं ।

जबकि सारण जिले के डीएम दो दिन पूर्व Etv भारत से रूबरू होकर बहुत उत्साह में प्रखण्ड के सभी प्रभावित दियरा क्षेत्र में निरीक्षण कर वहां सरकारी स्तर और संमुचित व्यवस्था की बात किये थे ।
ग्रामीणों ने इसे एक सिरे से खारिज किया हैं । ग्रामीण की माने तो यहा सरकार की ओर से कोई व्यवस्था तक नही किया गया हैं।


Conclusion:बहरहाल, यहा की स्थिति को कोई सुधि लेने आये ।यहा की ग्रामीण Etv भारत के माध्यम से अपना दर्द सरकार तक पहुचाने की गुहार करते दिखे ।

VO: स्टोरी
ओपेन :PTC, संवाददाता, राजीव , वैशाली ।
बाइट: ग्रामीण जनता सैदपुर पंचायत, सोंनपुर प्रखण्ड
VO: स्टोरी का
बाइट: डीएम सारण
अम्बियेन्स: प्रशासन विरोधी नारेबाजी
क्लोज: PTC: संवाददाता, राजीव, वैशाली ।
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