सारण: जिले के तरैया के देवरिया गांव में सड़क के किनारे स्थित घर में बाढ़ का पानी भर गया. जिससे पूरा परिवार तरैया बाजार में शरण लिया हुआ है. इसी बीच 75 वर्षीय सरस्वती देवी की तबियत खराब होने लगी. तो परिजन उन्हे चारपाई पर रख कर तरैया के देवरिया ग्रामीण सड़क स्थित निजी क्लीनिक में ले जाने लगे. लेकिन अस्पताल पहुंचते ही उनकी मौत हो गई.
वृद्ध महिला की मौत
तरैया प्रखंड के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में हैं. जिसकी वजह से लोग अपना घर छोडकर ऊचे स्थान पररह रहे हैं. लेकिन सरकार के वादे नाकाम दिख रही है. इसी बीच देवरिया गांव के सरस्वती देवी की तबियत खराब होने पर न तो उन्हे नाव मिला और ना एनडीआरएफ की टीम मिली. जिसकी वजह से रास्ते में ही उनकी मौत हो गई. परिजनों ने कहा कि सरकार वादा कर रही है हर समस्या का समाधान किया जा रहा है. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है.
तंबू में गुजार रहे जिंदगी
देवरिया गांव के लोगों में सरकार प्रति बहुत गुस्सा है. उन्होंने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन सिर्फ दिखावा करती है. धारातल पर कुछ नही है. सरकार मेडिकल टीम की बात करती है पर कही कोई व्यवस्था नहीं दिख रही है. देवरिया गांव के लोग सड़क के किनारे तंबू में शरण लेकर अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं.