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जहरीली शराब से मौत पर घिरी नीतीश सरकार, फायदे बताने के लिए सीएम करेंगे 'बिहार यात्रा' - नीतीश कुमार यात्रा पर निकलेंगे

बिहार में जहरीली शराब से मौत (Death due to poisonous liquor in Chhapra) मामले को लेकर चारों तरफ से गिरे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब बिहार के सभी जिलों में जाकर शराब बंदी के फायदे बताने वाले हैं. अधिकारियों को मुख्यमंत्री की यात्रा की तैयारी करने का निर्देश दिया गया है. मुख्यमंत्री ने भी जदयू विधानमंडल दल की बैठक में अपनी यात्रा का संकेत दिया था और विधानसभा में भी जहरीली शराब से मौत मामले में बीजेपी के रवैया पर बोलते हुए कहा था कि लोगों के बीच हम जाएंगे.

बिहार यात्रा
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Published : Dec 18, 2022, 4:13 PM IST

शराब बंदी के फायदे बताएंगे नीतीश कुमार.

पटना : छपरा में जहरीली शराब से हुई मौत को लेकर बीजेपी नीतीश कुमार पर हमलावर है. जहरीली शराब से जिनकी मौत हुई है उनके परिजनों को मुआवजा देने से मुख्यमंत्री ने साफ इंकार कर दिया है. शराबबंदी को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. ऐसे में नीतीश कुमार अब शराबबंदी के फायदे लोगों को बताने उनके पास (Nitish Kumar will explain benefits of prohibition) जाने वाले हैं. 25 दिसंबर के बाद यात्रा शुरू होने वाली है. अधिकारियों को तैयारी करने का निर्देश दे दिया गया है.

इसे भी पढ़ेंः 'पीओगे तो मरोगे ही..' : बोले नीतीश कुमार- 'दारु से मौत पर 1 पैसा भी मुआवजा नहीं'

यात्रा को लेकर हो रही तैयारी ः मुख्यमंत्री अपनी यात्रा चंपारण से ही शुरू करते रहें हैं, हालांकि अभी तय नहीं है कि यात्रा की शुरुआत कहां से करेंगे. यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री ने पहले जदयू विधान मंडल की बैठक में और विधानसभा में अपने संबोधन में संकेत दिए थे. सीएम सचिवालय की तरफ से भी कहा जा रहा है कि यात्रा को लेकर तैयारी हो रही है. पार्टी प्रवक्ता अंजुम आरा का कहना है कि मुख्यमंत्री पहले भी यात्रा करते रहे हैं, कोई नई बात नहीं है. मुख्यमंत्री के घूमने का असर पड़ेगा. मुख्यमंत्री अपनी यात्राओं से मिले फीडबैक के आधार पर योजनाएं तैयार करते रहे हैं. बीजेपी जब साथ थी तो नीतीश कुमार की तारीफ करती थी बिहार में विकास होने का दावा भी करती थी. अब विपक्ष का कैसेट चला रही है.


नीतीश कुमार की जमीन खिसक गई ः बीजेपी प्रवक्ता संतोष पाठक का कहना है कि नीतीश कुमार की जमीन खिसक गई है अब कुछ भी कर लें कोई भी यात्रा निकाल ले कोई लाभ मिलने वाला नहीं है. राजनीतिक विशेषज्ञ रवि उपाध्याय का कहना है कि नीतीश कुमार अपनी यात्राओं के लिए जाने जाते हैं. अपनी यात्रा में प्रवास भी करते रहे हैं और सरकार की योजनाओं का फीडबैक लेते रहे हैं. लेकिन अब स्थितियां बदली हुई हैं. पिछले कुछ यात्राओं को देखें तो लगातार विरोध भी होता रहा है. इसलिए इस बार भी यात्रा में उन्हें लोगों के विरोध का सामना भी करना पड़ सकता है.

इसे भी पढ़ेंः 'छपरा में सत्ता संपोषित नरसंहार'.. बोले विजय सिन्हा, 100 से ज्यादा मौतों की हो न्यायिक जांच'


यात्राओं का बना चुके हैं रिकॉर्ड : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 1 दर्जन से अधिक यात्राओं का अब तक रिकॉर्ड बना चुके हैं. मुख्यमंत्री अब तक न्याय यात्रा, विकास यात्रा, धन्यवाद यात्रा, प्रवास यात्रा, विश्वास यात्रा, सेवा यात्रा, अधिकार यात्रा, संकल्प यात्रा, संपर्क यात्रा, निश्चय यात्रा, समीक्षा यात्रा और जल जीवन हरियाली यात्रा के नाम से यात्रा निकाल चुके हैं. ऐसे इस बार यात्राओं को लेकर संशय बना हुआ था लेकिन जहरीली शराब से मौत मामले में चारों तरफ से घिरने के बाद मुख्यमंत्री ने लोगों के बीच जाने का फैसला लिया है. जो जानकारी मिली है मुख्यमंत्री सभी जिले में जाएंगे और शराबबंदी के फायदे और सरकार की ओर से शराबबंदी के विकल्प के रूप में चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी देंगे.

शराब बंदी के फायदे बताएंगे नीतीश कुमार.

पटना : छपरा में जहरीली शराब से हुई मौत को लेकर बीजेपी नीतीश कुमार पर हमलावर है. जहरीली शराब से जिनकी मौत हुई है उनके परिजनों को मुआवजा देने से मुख्यमंत्री ने साफ इंकार कर दिया है. शराबबंदी को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. ऐसे में नीतीश कुमार अब शराबबंदी के फायदे लोगों को बताने उनके पास (Nitish Kumar will explain benefits of prohibition) जाने वाले हैं. 25 दिसंबर के बाद यात्रा शुरू होने वाली है. अधिकारियों को तैयारी करने का निर्देश दे दिया गया है.

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यात्रा को लेकर हो रही तैयारी ः मुख्यमंत्री अपनी यात्रा चंपारण से ही शुरू करते रहें हैं, हालांकि अभी तय नहीं है कि यात्रा की शुरुआत कहां से करेंगे. यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री ने पहले जदयू विधान मंडल की बैठक में और विधानसभा में अपने संबोधन में संकेत दिए थे. सीएम सचिवालय की तरफ से भी कहा जा रहा है कि यात्रा को लेकर तैयारी हो रही है. पार्टी प्रवक्ता अंजुम आरा का कहना है कि मुख्यमंत्री पहले भी यात्रा करते रहे हैं, कोई नई बात नहीं है. मुख्यमंत्री के घूमने का असर पड़ेगा. मुख्यमंत्री अपनी यात्राओं से मिले फीडबैक के आधार पर योजनाएं तैयार करते रहे हैं. बीजेपी जब साथ थी तो नीतीश कुमार की तारीफ करती थी बिहार में विकास होने का दावा भी करती थी. अब विपक्ष का कैसेट चला रही है.


नीतीश कुमार की जमीन खिसक गई ः बीजेपी प्रवक्ता संतोष पाठक का कहना है कि नीतीश कुमार की जमीन खिसक गई है अब कुछ भी कर लें कोई भी यात्रा निकाल ले कोई लाभ मिलने वाला नहीं है. राजनीतिक विशेषज्ञ रवि उपाध्याय का कहना है कि नीतीश कुमार अपनी यात्राओं के लिए जाने जाते हैं. अपनी यात्रा में प्रवास भी करते रहे हैं और सरकार की योजनाओं का फीडबैक लेते रहे हैं. लेकिन अब स्थितियां बदली हुई हैं. पिछले कुछ यात्राओं को देखें तो लगातार विरोध भी होता रहा है. इसलिए इस बार भी यात्रा में उन्हें लोगों के विरोध का सामना भी करना पड़ सकता है.

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यात्राओं का बना चुके हैं रिकॉर्ड : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 1 दर्जन से अधिक यात्राओं का अब तक रिकॉर्ड बना चुके हैं. मुख्यमंत्री अब तक न्याय यात्रा, विकास यात्रा, धन्यवाद यात्रा, प्रवास यात्रा, विश्वास यात्रा, सेवा यात्रा, अधिकार यात्रा, संकल्प यात्रा, संपर्क यात्रा, निश्चय यात्रा, समीक्षा यात्रा और जल जीवन हरियाली यात्रा के नाम से यात्रा निकाल चुके हैं. ऐसे इस बार यात्राओं को लेकर संशय बना हुआ था लेकिन जहरीली शराब से मौत मामले में चारों तरफ से घिरने के बाद मुख्यमंत्री ने लोगों के बीच जाने का फैसला लिया है. जो जानकारी मिली है मुख्यमंत्री सभी जिले में जाएंगे और शराबबंदी के फायदे और सरकार की ओर से शराबबंदी के विकल्प के रूप में चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी देंगे.

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