सारण, तरैया: बिहार विधानसभा चुनावों में कई ऐसे नेता हैं जिनको उनकी पार्टी ने टिकट नहीं दिया. इन्हीं में से एक हैं राष्ट्रीय जनता दल के तरैया विधानसभा क्षेत्र से सिटिंग विधायक मुद्रिका प्रसाद राय. पार्टी ने उनका टिकट काटकर सिपाही लाल महतो को टिकट दे दिया. जिसके बाद कई राजद कार्यकर्ताओं में आक्रोश दिखा.
फैसले से कई कार्यकर्ताओं में नाराजगी
पार्टी के फैसले से नाराज कार्यकर्ताओं ने विधायक आवास पर जाकर अपनी नाराजगी जाहिर की. इस दौरान उन्होंने तेजस्वी यादव पर टिकट वितरण को लेकर गंभीर आरोप भी लगाए. वहीं, राजद से बे-टिकट हुए विधायक मुद्रिका प्रसाद राय ने पार्टी में रहते हुए ही निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. उन्होंने कहा कि उनके साथ जो विश्वासघात किया गया है, उसका जनता जवाब देगी.
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निर्दलीय लड़ेंगे मुद्रिका
मुद्रिका प्रसाद ने कहा कि वे राजद के सच्चे सिपाही हैं उनके भाई रामदास राय की राजद में ही सेवा समर्पित कर दी और लोगों की सेवा के दौरान ही उनकी मौत हुई. मुद्रिका प्रसाद ने कहा कि वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे और अगर वह चुनाव जीत भी जाते हैं तो पार्टी छोड़कर नहीं जाएंगे. इस दौरान उन्होंने 13 अक्टूबर को नामांकन की घोषणा कर दी है.
सिपाही लाल महतो को टिकट
तरैया सीट हमेशा से ही खास रहा है. 2015 के चुनाव में राजद के टिकट पर चुनाव लड़कर तरैया के विधायक बनें मुद्रिका प्रसाद राय ने जनक सिंह को काफी मतों के अंतर से हराया था. लेकिन इस बार लग रहा है कि पार्टी के अंदरूनी खींचातानी और राजनीतिक दांव-पेच की वजह से ही पार्टी नेतृत्व ने लीक से हटकर फैसला लिया है. इस बार पार्टी ने सिपाही लाल महतो पर अपना भरोसा जताया है.