सारण: जिले में सारण-गोपालगंज तटबंध टूटने के बाद बाढ़ अपना भयावाह रूप दिखा रहा है. जिस कारण इस समय मसरख, तरैया, अमनौर, मकेर और परसा प्रखंड के दर्जनों गांव जलमग्न हो गए हैं. साथ ही परसा हाईस्कूल विद्यालय और सितलपुर स्थित स्टेट हाइवे- 73 पर पानी का बहाव तेजी से बढ़ रहा है. जानकारी के मुताबिक कुछ घंटों में इस रास्ते पर आवागमन बाधित हो सकता है.
परसा प्रखंड के चेतन, मिर्जापुर, बनौता, अंजनी, हरपुर, मुजौना, बिसूनपुरा, मठिया, सिकटी, पोखरपुर, पशरामपुर और फतेपुर गांव समेत दर्जनों गांव नदी में तब्दील हो गए हैं. लोग अपने घरों को छोड़ ऊंचे स्थानों या रिश्तेदारों के यहां पलायन कर रहे हैं. वहीं स्थानीय सीओ द्वारा परसा हाईस्कूल में बाढ़ पीड़ितों को रहने के लिए बंदोबस्त किया गया है. लेकिन विद्यालय कैंपस में भी पानी भर जाने के कारण लोगों काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
'नाव और सामुदायिक किचन का बंदोबस्त'
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि कई सालों बाद बाढ़ का ऐसा रूप देखने को मिल रहा है. परसा में कभी पानी बाढ़ का नहीं आता था. वहीं इस बार ऐसा जलप्रलय आया कि हम लोग अपने सामानों और मवेशियों के लिए चारा लेकर ऊंचे स्थानों पर शरण के लिए मजबूर हैं. वहीं परसा सीओ रामभजन राम ने बताया कि बाढ़ का प्रकोप ज्यादा भयवाह होता जा रहा है. इसलिए सभी पंचायतों में नाव और सामुदायिक किचन का बंदोबस्त किया गया है.