छपरा: बिहार (Bihar) में बालू माफियाओं (Sand Mafia) पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है. अवैध बालू खनन के खिलाफ लगातार पुलिस अभियान चला रही है, लेकिन इसके बावजूद आए दिन बालू माफियाओं के साथ पुलिस कर्मियों के ही साथ सांठगांठ के मामले सामने आ रहे हैं. ताजा मामला सारण (Saran) जिले से जुड़ा हुआ है. जहां पुलिस अधीक्षक (SP) ने एक थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है.
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गरखा थाने में पदस्थापित पुलिस अवर निरीक्षक सह अपर थाना अध्यक्ष शशि रंजन प्रकाश को बालू माफिया से सांठगांठ के आरोप में सारण के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने निलंबित कर दिया है. पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि पुलिस अवर निरीक्षक शशि रंजन प्रकाश के द्वारा बालू लदे कई ट्रकों को पकड़ा गया था. जिसकी सूचना उन्होंने न तो पुलिस अधीक्षक सारण को दिया और न ही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को दिया.
उल्टे थाना प्रभारी ने पकड़े गए ट्रकों को छोड़ दिया. जब इस सूचना के संबंध में अंचल पुलिस निरीक्षक मुफस्सिल से पूछा गया तो उनकी ओर से बताया गया कि पुलिस अवर निरीक्षक शशि रंजन प्रकाश के द्वारा उन्हें सूचित किया गया था कि बालू लदे ट्रकों को पकड़ा गया है. जिस पर अंचल पुलिस निरीक्षक द्वारा निर्देशित किया गया कि इस संबंध में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर और पुलिस अधीक्षक को सूचित करें और विधिसम्मत कार्रवाई करें.
लेकिन इसके बाद गरखा थानाध्यक्ष शशि रंजन प्रकाश की ओर से सूचित नहीं किया गया और फोन कर पुलिस निरीक्षक को बताया गया कि पकड़े गए चारों ट्रकों को चौकीदार द्वारा भगा दिया गया. सूचना के अनुसार पुलिस और निरीक्षक स्वास्थ्य रंजन प्रकाश द्वारा निजी स्वार्थ की पूर्ति के लिए बालू माफियाओं से सांठगांठ के तहत पकड़े गए.
जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने इस कर्तव्य हीनता के आरोप में अवैध बालू खनन और परिवहन कर्ताओं के साथ सांठगांठ, अनुशासनहीनता और संदिग्ध आचरण के आरोप में थानाध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. इस संबंध में पुलिस अधीक्षक की ओर से अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी से इस प्रकरण के संबंध में साक्ष्य सहित विस्तृत जांच प्रतिवेदन की मांग की गई है. जांच प्रतिवेदन प्राप्त होने के बाद आगे की विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस अधीक्षक की ओर से सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि अगर थाना में पदस्थापित के लिए किसी पुलिस पदाधिकारी के द्वारा बालू के अवैध खनन करने वाले माफिया और शराब माफियाओं के साथ सांठगांठ पाया जाता है तो इसकी सूचना वो देंगे. वहीं जानकारी नहीं देने पर पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में आने पर संबंधित पुलिस पदाधिकारी के साथ-साथ थाना अध्यक्ष की लापरवाही मानते हुए दोनों के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी.
वहीं पुलिस अधीक्षक ने आम नागरिकों से अनुरोध किया है कि किसी भी पुलिस पदाधिकारी का अवैध खनन और परिवहन करने वाले माफिया और शराब माफियाओं के साथ सांठगांठ पाया जाता है, तो उसका प्रमाणिक साक्ष्य के साथ वह उन्हें सूचित करें. इसके साथ ही पुलिस अधिक्षक ने लोगों से अपील किया कि कहीं भी रिश्वत की मांग की जाती है तो रिश्वत नहीं दे. अगर पुलिस के किसी अधिकारी या सिपाही की ओर से रिश्वत लेने का प्रयास किया जाता है तो उसका ऑडियो या वीडियो बनाकर साक्ष्य के साथ एसपी को भेजें. ताकि संबंधित पुलिस पदाधिकारी और कर्मी के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जा सके.
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