सारण/ मैसूर: बिहार के सारण से एक दर्दनाक मामला सामने आया है. आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण परिवार के लोग शव का अंतिम संस्कार भी नहीं कर सका. मजबूरी ऐसी कि वीडीयो कॉल पर ही अंतिम संस्कार होते देखकर संतोष करना पड़ा. दरअसल, सारण के एक ट्रक चालक की मैसूर में हार्ट अटैक से मौत हो गई. इस बारे में परिजनों को जानकारी दी गई लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने से वे लोग मैसूर नहीं जा सके. अंत में पुलिस ने एक सप्ताह बाद परिजन को वीडियो कॉल कर शव का अंतिम संस्कार कर दिया.
18 दिसंबर को गया था आंध्र प्रदेशः बताया जा रहा है कि ट्रक चालक दूधनाथ मांझी (55) सारण जिले के चकिया का रहने वाला था. उसके पिता का नाम फुलेन मांझी है. दूधनाथ 18 दिसंबर को बिहार से आंध्र प्रदेश गया था. अनंतपुर में लॉरी को उतारने के बाद 23 दिसंबर को मैसूर में भारत रोड वेस कंपनी पहुंचा. सामान लोड करते समय ड्राइवर को दिल का दौरा पड़ गया. आनन फानन में कंपनी की ओर से उसे तुरंत स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों को इस घटना की जानकारी दी गई.
प्रबंधक ने परिजनों को दी जानकारीः ट्रक चालक की मौत के बाद कंपनी प्रबंधक ने इसकी जानकारी परिजनों को दी. हालांकि परिवार के सदस्यों ने कहा कि दूधनाथ हर बार घर के लोगों को बुलाता है लेकिन वह कभी नहीं आता है. जिसके बाद कंपनी की ओर से इसकी सूचना पुलिस को गई. पुलिस ने परिवार से संपर्क किया तो घर लोगों ने कहा कि हम नहीं आ सकते. हमारे पास पैसे नहीं हैं. परिवार ने पुलिस से अंतिम संस्कार करने का आग्रह किया.
वीडियो कॉल पर अंतिम संस्कारः परिजनों के अनुरोध पर पुलिस और भारत रोडवेज के कर्मचारियों ने चालक के परिवार को वीडियो कॉल कर अंतिम संस्कार किया, भारत रोडवेज कंपनी के प्रबंधक महादेव को भी इस बारे में सूचित किया गया. बता दें कि दूधनाथ मांजी का शव पिछले एक सप्ताह से परिजनों के इंतजार में केआर अस्पताल में रखा हुआ था. लेकिन जब घर के लोग वहीं आए तो चालक का अंतिम संस्कार गुरुवार को हाईवे सर्किल स्थित जोड़ी टेंगिनामारा श्मशान घाट में कर दिया गया.