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सारण में खाद नहीं मिलने से किसान परेशान, रोज सुबह भूखे-प्यासे पहुंच रहे दुकान

रबी की फसल की बुआई के लिए किसानों को खाद (Lack Of Fertilizer In Saran market ) की सख्त जरूरत है. सारण जिले के किसान खाद के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं. पढ़ें पूरी खबर..

खाज की किल्लत
खाज की किल्लत
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Published : Dec 9, 2021, 7:10 AM IST

सारण: बिहार के सारण जिले के मशरक प्रखंड क्षेत्र के बाजारों में इन दिनों डीएपी खाद की किल्लत (Fertilizer Problems In Saran) हो गई है. किसानों ने रबी फसल की बुआई शुरू कर दी है, लेकिन बाजार में रासायनिक खाद के दुकानों से डीएपी खाद गायब है. किसानों ने बताया कि इन दिनों मशरक बाजार में डीएपी खाद की किल्लत बताकर किसानों को परेशान किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें: बक्सर में खाद के लिए हाहाकार, यूरिया के लिए UP का चक्कर लगा रहे किसान

किसानों का कहना है कि डीएपी खाद को अधिक कीमत और कालाबाजारी से दुकानदारों के माध्यम से उपलब्ध करा दिया जा रहा है. किसान अशोक यादव ने बताया कि इन दिनों किसानों को डीएपी खाद नहीं मिल रहा है. जिससे किसान काफी परेशान हैं. दुकानदार सीधे किसानों को डीएपी खाद की किल्लत बता कर अपना पल्ला झाड़ ले रहे हैं.

ये भी पढ़ें: सहरसा में खाद की किल्‍लत और कालाबाजारी से किसान परेशान, फूंका सरकार का पुतला

'हम सुबह 6 बजे तक खाद लेने के लिए आ जाते हैं. खेत जोत कर रखा हुआ है लेकिन खाद नहीं मिलने से परेशान हैं. सरकार एक तरफ अनुदान देने की बात कहती है लेकिन खाद मिल ही नहीं रहा है. खाद मिलता भी है, तो उस समय जब खेती का समय गुजर जाता है.' -संजय कुमार सिंह, किसान

देखें रिपोर्ट.

किसानों ने बताया कि कालाबाजारी करने वाले को अधिक कीमत पर खाद उपलब्ध करा दिया जाता है. किसानों को डीएपी खाद की अधिक कीमत बताकर गुमराह किया जाता है. नवंबर शुरू होते ही किसान गेहूं, चना, मसूर, मटर इत्यादि रबी फसल की बोआई की शुरुआत करने में लग जाते हैं. किसान बताते हैं कि रबी फसल की बोआई में डीएपी खाद की आवश्यकता होती ही है.

'डीएपी के लिए सुबह-सुबह भूखे-प्यासे आ जाते हैं लेकिन खाद नहीं मिल पात. मोदी और नीतीश सरकार क्या कर रही है? किसान धरातल पर मरा-मरा फिर रहा है. किसान के अनाज को ही नेता खाते हैं लेकिन आज हमलोग को खाद तक नहीं मिल पा रहा है.' -अरविंद कुमार सिंह, किसान

सरकार किसानों के उत्थान के लिए काफी प्रयासरत है और अनुदानित दर पर कृषि बीज से लेकर कृषि उपकरण तक मुहैया करा रही है. लेकिन अधिकारियों के लापरवाही या अनदेखी के कारण किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रखंड कृषि पदाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि खाद की किल्लत तो नहीं है, लेकिन जानकारी मिल रही है कि बाजार में डीएपी खाद की किल्लत हो रही है. जिसकी जांच-पड़ताल की जा रही है.

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सारण: बिहार के सारण जिले के मशरक प्रखंड क्षेत्र के बाजारों में इन दिनों डीएपी खाद की किल्लत (Fertilizer Problems In Saran) हो गई है. किसानों ने रबी फसल की बुआई शुरू कर दी है, लेकिन बाजार में रासायनिक खाद के दुकानों से डीएपी खाद गायब है. किसानों ने बताया कि इन दिनों मशरक बाजार में डीएपी खाद की किल्लत बताकर किसानों को परेशान किया जा रहा है.

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किसानों का कहना है कि डीएपी खाद को अधिक कीमत और कालाबाजारी से दुकानदारों के माध्यम से उपलब्ध करा दिया जा रहा है. किसान अशोक यादव ने बताया कि इन दिनों किसानों को डीएपी खाद नहीं मिल रहा है. जिससे किसान काफी परेशान हैं. दुकानदार सीधे किसानों को डीएपी खाद की किल्लत बता कर अपना पल्ला झाड़ ले रहे हैं.

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'हम सुबह 6 बजे तक खाद लेने के लिए आ जाते हैं. खेत जोत कर रखा हुआ है लेकिन खाद नहीं मिलने से परेशान हैं. सरकार एक तरफ अनुदान देने की बात कहती है लेकिन खाद मिल ही नहीं रहा है. खाद मिलता भी है, तो उस समय जब खेती का समय गुजर जाता है.' -संजय कुमार सिंह, किसान

देखें रिपोर्ट.

किसानों ने बताया कि कालाबाजारी करने वाले को अधिक कीमत पर खाद उपलब्ध करा दिया जाता है. किसानों को डीएपी खाद की अधिक कीमत बताकर गुमराह किया जाता है. नवंबर शुरू होते ही किसान गेहूं, चना, मसूर, मटर इत्यादि रबी फसल की बोआई की शुरुआत करने में लग जाते हैं. किसान बताते हैं कि रबी फसल की बोआई में डीएपी खाद की आवश्यकता होती ही है.

'डीएपी के लिए सुबह-सुबह भूखे-प्यासे आ जाते हैं लेकिन खाद नहीं मिल पात. मोदी और नीतीश सरकार क्या कर रही है? किसान धरातल पर मरा-मरा फिर रहा है. किसान के अनाज को ही नेता खाते हैं लेकिन आज हमलोग को खाद तक नहीं मिल पा रहा है.' -अरविंद कुमार सिंह, किसान

सरकार किसानों के उत्थान के लिए काफी प्रयासरत है और अनुदानित दर पर कृषि बीज से लेकर कृषि उपकरण तक मुहैया करा रही है. लेकिन अधिकारियों के लापरवाही या अनदेखी के कारण किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रखंड कृषि पदाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि खाद की किल्लत तो नहीं है, लेकिन जानकारी मिल रही है कि बाजार में डीएपी खाद की किल्लत हो रही है. जिसकी जांच-पड़ताल की जा रही है.

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