सारण: कला के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने वाले सैंड आर्टिस्ट अशोक कुमार की संस्था कला पंक्ति आर्ट स्कूल के बच्चों की ओर से छपरा में 'सप्तरंग' पेंटिंग प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. प्रदर्शनी का उद्घाटन अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रसिद्ध चित्रकार मेंहदी शॉ और अन्य चित्रकारों ने दीप प्रज्वलित कर किया. चित्रकार मेंहदी शॉ ने कहा कि पटना की तर्ज पर सारण में भी एक म्यूजियम की जरूरत है, जहां कला का प्रदर्शन किया जा सके.
लगभग 40 पेंटिंग की प्रदर्शनी
इस पेंटिंग प्रदर्शनी में संस्था के चार कलाकारों की लगभग 40 पेंटिंग की प्रदर्शनी लगाई गई थी. सभी पेंटिंग कालचक्र, आध्यात्म और आसपास के मानवीय व्यवहारों के ऊपर केंन्द्रित थी. चित्रकार पंकज कुमार ने कॉफी और डॉट आर्ट के माध्यम से पेंटिंग बनाई थी. जो अखंड भारत की परिकल्पना को दिखा रही थी. साथ ही प्राकृतिक सौंदर्यता और जीवन को एकाग्रचित करने के लिए प्रेरित भी कर रही थी.
चित्रकारों ने ईटीवी भारत से की बातचीत
पवन कुमार ने अपने पेंटिंग्स के माध्यम से बताना चाहा कि नारी को समय के अनुसार आजादी नहीं मिल रही है. श्रृष्टि प्रिया ने अपनी पेंटिंग्स में अपने आसपास प्राकृतिक सौंदर्य को दिखाया. जिसमें उन्होंने बताया कि जीवन की सुंदरता प्रकृति की सुंदरता पर निर्भर करती है. वहीं, अर्चना किशोर ने कहा कि मैंने अपनी पेंटिंग्स में जिंदगी और मौत के बीच के संघर्ष को दिखाया है. महिलाओं को अपनी जिंदगी खुल के जीने के मौके नहीं मिलते है. वह चाहती कुछ और हैं और उन्हें करना कुछ और पड़ता है.