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छपराः पेंटिंग प्रदर्शनी में पहुंचे प्रसिद्ध चित्रकार मेंहदी शॉ, चित्रकारों की कला की सराहा

छपरा की धरती सदियों से ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और गौरवशाली रही है. जो कई कलाकारों को अपने गर्भ में समेटे हुई है. लेकिन आज तक जिले में एक भी ऐसा भवन नहीं बना है, जहां किसी कार्यक्रम का आयोजन हो सके या कोई प्रदर्शनी लगाया जा सके.

पेंटिंग प्रदर्शनी
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Published : Sep 1, 2019, 3:27 PM IST

सारण: कला के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने वाले सैंड आर्टिस्ट अशोक कुमार की संस्था कला पंक्ति आर्ट स्कूल के बच्चों की ओर से छपरा में 'सप्तरंग' पेंटिंग प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. प्रदर्शनी का उद्घाटन अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रसिद्ध चित्रकार मेंहदी शॉ और अन्य चित्रकारों ने दीप प्रज्वलित कर किया. चित्रकार मेंहदी शॉ ने कहा कि पटना की तर्ज पर सारण में भी एक म्यूजियम की जरूरत है, जहां कला का प्रदर्शन किया जा सके.

छपरा में पेंटिंग प्रदर्शनी, Famous painter Mehndi Shaw, कला पंक्ति आर्ट स्कूल छपरा, saran latest news
अंतरराष्ट्रीय चित्रकार मेंहदी शॉ के साथ बाकी चित्रकार

लगभग 40 पेंटिंग की प्रदर्शनी
इस पेंटिंग प्रदर्शनी में संस्था के चार कलाकारों की लगभग 40 पेंटिंग की प्रदर्शनी लगाई गई थी. सभी पेंटिंग कालचक्र, आध्यात्म और आसपास के मानवीय व्यवहारों के ऊपर केंन्द्रित थी. चित्रकार पंकज कुमार ने कॉफी और डॉट आर्ट के माध्यम से पेंटिंग बनाई थी. जो अखंड भारत की परिकल्पना को दिखा रही थी. साथ ही प्राकृतिक सौंदर्यता और जीवन को एकाग्रचित करने के लिए प्रेरित भी कर रही थी.

कला पंक्ति आर्ट स्कूल की ओर से आयोजित की गई पेंटिंग प्रदर्शनी

चित्रकारों ने ईटीवी भारत से की बातचीत
पवन कुमार ने अपने पेंटिंग्स के माध्यम से बताना चाहा कि नारी को समय के अनुसार आजादी नहीं मिल रही है. श्रृष्टि प्रिया ने अपनी पेंटिंग्स में अपने आसपास प्राकृतिक सौंदर्य को दिखाया. जिसमें उन्होंने बताया कि जीवन की सुंदरता प्रकृति की सुंदरता पर निर्भर करती है. वहीं, अर्चना किशोर ने कहा कि मैंने अपनी पेंटिंग्स में जिंदगी और मौत के बीच के संघर्ष को दिखाया है. महिलाओं को अपनी जिंदगी खुल के जीने के मौके नहीं मिलते है. वह चाहती कुछ और हैं और उन्हें करना कुछ और पड़ता है.

सारण: कला के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने वाले सैंड आर्टिस्ट अशोक कुमार की संस्था कला पंक्ति आर्ट स्कूल के बच्चों की ओर से छपरा में 'सप्तरंग' पेंटिंग प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. प्रदर्शनी का उद्घाटन अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रसिद्ध चित्रकार मेंहदी शॉ और अन्य चित्रकारों ने दीप प्रज्वलित कर किया. चित्रकार मेंहदी शॉ ने कहा कि पटना की तर्ज पर सारण में भी एक म्यूजियम की जरूरत है, जहां कला का प्रदर्शन किया जा सके.

छपरा में पेंटिंग प्रदर्शनी, Famous painter Mehndi Shaw, कला पंक्ति आर्ट स्कूल छपरा, saran latest news
अंतरराष्ट्रीय चित्रकार मेंहदी शॉ के साथ बाकी चित्रकार

लगभग 40 पेंटिंग की प्रदर्शनी
इस पेंटिंग प्रदर्शनी में संस्था के चार कलाकारों की लगभग 40 पेंटिंग की प्रदर्शनी लगाई गई थी. सभी पेंटिंग कालचक्र, आध्यात्म और आसपास के मानवीय व्यवहारों के ऊपर केंन्द्रित थी. चित्रकार पंकज कुमार ने कॉफी और डॉट आर्ट के माध्यम से पेंटिंग बनाई थी. जो अखंड भारत की परिकल्पना को दिखा रही थी. साथ ही प्राकृतिक सौंदर्यता और जीवन को एकाग्रचित करने के लिए प्रेरित भी कर रही थी.

कला पंक्ति आर्ट स्कूल की ओर से आयोजित की गई पेंटिंग प्रदर्शनी

चित्रकारों ने ईटीवी भारत से की बातचीत
पवन कुमार ने अपने पेंटिंग्स के माध्यम से बताना चाहा कि नारी को समय के अनुसार आजादी नहीं मिल रही है. श्रृष्टि प्रिया ने अपनी पेंटिंग्स में अपने आसपास प्राकृतिक सौंदर्य को दिखाया. जिसमें उन्होंने बताया कि जीवन की सुंदरता प्रकृति की सुंदरता पर निर्भर करती है. वहीं, अर्चना किशोर ने कहा कि मैंने अपनी पेंटिंग्स में जिंदगी और मौत के बीच के संघर्ष को दिखाया है. महिलाओं को अपनी जिंदगी खुल के जीने के मौके नहीं मिलते है. वह चाहती कुछ और हैं और उन्हें करना कुछ और पड़ता है.

Intro:SLUG:-EXHIBITION
ETV BHARAT NEWS DESK
F.M:-DHARMENDRA KUMAR RASTOGI/ SARAN/BIHAR

Anchor:- सारण की धरती सदियों से ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व गौरवशाली रही हैं जो कई कलाकारों को अपने गर्भ में समेटे हुए है लेकिन आज तक इस धरती पर एक भी ऐसा कोई भवन नही बना है जहां किसी कार्यक्रम का आयोजन या कोई प्रदर्शनी लगाया जा सके.
जबकि इसी धरती के लोक कलाकार भिखारी ठाकुर व पंडित महेंद्र मिसिर राज्य ही नही बल्कि विदेशों में भी अपनी कला के माध्यम से ख्याति अर्जित की है.

कला के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने वाले सैंड आर्टिस्ट अशोक कुमार की संस्था कला पंक्ति आर्ट स्कूल के बच्चों द्वारा सप्तरंग नाम से पेंटिंग प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रसिद्ध चित्रकार मेहंदी शॉ व अन्य ने दीप प्रज्वलित कर किया. मीडिया से बात करते हुए अंतरास्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कलाकार मेहदी शॉ ने कहा कि पटना के तर्ज पर सारण में भी एक म्यूजियम की जरूरत हैं जहां कला का प्रदर्शन किया जा सके.

Byte:-मेहदी शॉ, अंतरास्ट्रीय कलाकार
Body:वहीं इस चित्र प्रदर्शनी में संस्था के चार कलाकारों की लगभग 40 पेंटिंग की प्रदर्शनी लगाई गई हैं जो दर्शकों के लिए प्रदर्शित की गई सभी चित्रो में अपने आसपास में हो रहे कालचक्र, अध्यात्म और मानवीय व्यवहारों के ऊपर केन्द्रित है, पंकज कुमार के द्वारा कॉफी व डॉट आर्ट के माध्यम से पेंटिंग बनाई गई हैं जिसमें कलाकृति अखंड भारत की परिकल्पना, प्राकृतिक सौंदर्यता तथा जीवन को एकाग्रचित्त करने को प्रेरित करती है उनकी कला प्रकृति एवं आजीवन से जुड़ी हुई है.


पवन कुमार एक प्रगतिशील विचारधारा के चित्रकार हैं वर्तमान परिस्थिति में नारी शक्ति को दमन करने वाले कारकों पर अपने चित्रकला द्वारा कड़ा प्रहार करते हैं चित्रकला के माध्यम से उन्होंने संदेश दिया है कि नारी को समय के अनुसार आजादी नहीं मिल रही है. सृष्टि प्रिया ने अपने कला के माध्यम से प्राकृतिक एवं जीवन के सौंदर्य को पारस्परिक रूप से दिखाई है जिसमें यह बताया गया है कि जीवन की सुंदरता प्रकृति की सुंदरता पर निर्भर करती है.

Conclusion:वही अर्चना किशोर ने ईटीवी भारत से कहा जिंदगी और मौत के बीच के संघर्ष को मेरी पैंटिंग को दिखाया गया हैं महिलाओं को अपनी जिंदगी खुल कर जीने का मौका नही मिलता हैं और वह चाहती कुछ और हैं लेकिन करना कुछ और पड़ता हैं, पेंटिंग के माध्यम से जीवन और मृत्यु के बीच के संबंधों को दर्शाया गया है यह अपने पेंटिंग से जीवन संघर्ष को दर्शाने की कोशिश करती हैं.

Byte:-अर्चना किशोर
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