सारणः राज्य सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के खिलाफ नियोजित शिक्षकों ने बिहार विधान परिषद में सरकार के समक्ष अपना प्रतिनिधि बैठाने का निर्णय लिया है. जिसकी शंखनाद करते हुए सारण जिले के दर्जनों शिक्षक प्रतिनिधियों ने जिला मुख्यालय स्थित जनक यादव पुस्तकालय में एक बैठक आयोजित की.
शिक्षक प्रतिनिधियों ने बैठक का किया आयोजन
जिले के नियोजित शिक्षक अवधेश प्रसाद जो वर्तमान में सारण जिले के सहायक शिक्षक के पद पर पदस्थापित हैं. साथ ही अनुमंडल माध्यमिक शिक्षक संघ मढ़ौरा के सचिव भी है, उनके नाम पर सभी नियोजित शिक्षकों ने अपनी सहमति जताई है. वहीं, अवधेश प्रसाद ने भी शिक्षक पद से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
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नियोजित शिक्षकों ने सरकार के विरूद्ध फूंका बिगुल
सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में नियोजित शिक्षकों ने एक बार फिर आर-पार की लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है. साथ ही सरकार के विरूद्ध बिगुल भी फूंक दिया है. शिक्षक प्रतिनिधि के नाम की घोषणा करते हुए शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष समरेंद्र बहादुर सिंह ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत के दौरान कहा कि हमलोगों की मांगों को सरकार हर बार ठुकरा देता है. साथ ही सामान कार्य सामान वेतन की बात करने पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार की ओर से हमारी आवाज को दबाने का प्रयास किया जाता है. लेकिन हम सभी की समस्याओं को सुनने वाला कोई जनप्रतिनिधि नहीं है. जबतक कोई शिक्षक प्रतिनिधि विधान परिषद में नहीं होगा तब तक उनकी बात नहीं सुनी जायेगी.