छपरा: गड़खा प्रखण्ड के इटवां में बिजली की तार से गेहूं की फसल जलने के बाद बिजली विभाग द्वारा अब तक तारों की मरम्मत नहीं कराई गई है, जिससे इटावा और रामपुर पंचायत के दर्जनों गांव के 12 हजार की आबादी अंधेरे में रहने को विवश है. यहां तक कि मोबाइल चार्ज करने के लिए भी लोग 4 किलोमीटर दूर दूसरे गांव में जा रहे हैं.
लोग कई बार विभाग के जेई और एसडीओ को फोन कर तार जोड़ बिजली बहाल करने की मांग की लेकिन कोई पदाधिकारी सुनने को तैयार नहीं है. बता दें कि 2 मार्च को इटवां पंचायत झाड़ू टोला और पीठा घाट के चवर में आग लगने से दर्जनों किसानों की खेत में लगी गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई. किसानों ने बताया कि 11 हजार वोल्टेज के तार टूट कर खेत में गिर गई। जिससे 3 एकड़ की भूमि में लगी फसल में आग लग गई. अब तक किसानों को सरकारी सहायता नहीं मिल पाई है.
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सरकारी सहायता नहीं मिलने से किसान काफी आक्रोशित हैं और बिजली विभाग को तार नहीं जोड़ने दे रहे हैं. इससे सिर्फ किसान ही नहीं, बल्कि अन्य लोगों को काफी परेशानी हो रही है. इस संबंध में बसंत फीडर के जेई से पूछने पर उन्होंने बताया कि तार जोड़ने के लिए कर्मियों को भेजा गया था. लेकिन किसानों ने तार नहीं जोड़ने दिया.