छपरा: बिहार के छपरा मढ़ौरा डीजल इंजन फैक्ट्री ने एक बार फिर से भारतीय रेलवे के विकास में अहम रोल निभाया है. फैक्ट्री द्वारा निर्मित 500वें रेल लोकोमोटिव इंजन को हरी झंडी दिखाकर सोमवार को सारण के जिलाधिकारी राजेश मीणा के द्वारा रवाना किया गया. इस अवसर पर अपने संबोधन में जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि मढ़ौरा में अत्याधुनिक विनिर्माण संयंत्र ने 2018 में परिचालन शुरू किया था. यह फैक्ट्री विश्वस्तरीय है.
मढ़ौरा में बना 500वां रेल इंजन: जिलाधिकारी राजेश मीणा ने कहा कि प्रति वर्ष 120 लोकोमोटिव बनाने की क्षमता अत्याधुनिक विनिर्माण संयंत्र रखता है. संयंत्र ने बिहार से विविध और प्रतिभाशाली कार्यबल होने में एक नया मानक भी स्थापित किया है. इसके अतिरिक्त मढ़ौरा कारखाने में और उसके आसपास के आउटरीच कार्यक्रमों ने क्षेत्र में सामुदायिक विकास को सक्षम करने वाले व्यावसायिक प्रशिक्षण और शैक्षिक इक्विटी को बढ़ावा दिया है.
"इसके विविध कार्यक्रमों ने 600 से अधिक महिला उद्यमियों को तैयार किया है. इसने स्थानीय पॉलिटेक्निक के इंजीनियरों को स्मार्ट वेल्डिंग कौशल के साथ प्रशिक्षित किया जो रोजगार सुरक्षित करने के लिए आवश्यक थे."- राजेश मीणा, जिलाधिकारी
हरी झंडी दिखाकर किया गया रवाना: सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और इंडिया रीजन लीडर डॉ. सुजाता नारायण ने कहा, "यह उपलब्धि इस देश में अग्रणी रेल उद्योग आपूर्तिकर्ता के रूप में वेबटेक के सहयोग से विकास में एक बड़ा कदम है और 'मेक इन इंडिया पहल के प्रति प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है." यह भारत में हमारी टीम के समर्पण के साथ-साथ दुनिया भर में समुदाय, सरकार, आपूर्तिकर्ताओं और अन्य वेबटेक साइटों के समर्थन के लिए प्रेरणाश्रोत है. ये लोकोमोटिव डिजिटल रूप से सक्षम हैं और ईंधन दक्षता प्रदान करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करते हैं.