सारणः बिहार के सारण में सरपंच का फरमान के बाद तीन साल से प्यार कर रहे एक प्रेमी जोड़े को लोगों ने दिवाली के मौके पर ऐसी तोहफा दी कि वे इसे जीवन भर याद रखेंगे. दोनों प्रेमी जोड़े पहले अलग-अलग पंचायत में रहते थे. लेकिन अब ग्रामीणों की मदद से एक ही पंचायत में रहेंगे. मामला सारण के अनमौरा का है.
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एक-दूसरे से वर्षों से प्रेम कर रहे थे प्रेमी-प्रेमिकाः बता दें कि एक प्रेमी-प्रेमिका एक-दूसरे से वर्षों से प्रेम कर रहे थे. दोनों बाइक से गांव छोड़ भाग रहे थे. भागने के दौरान दोनों प्रेमी युगल को ग्रामीणों ने पकड़ लिया. दोनों प्रेमी एक-दूसरे के साथ जीने मरने की बात कह रहे थे. तो ग्रामीणों ने दोनों के परिजनों को बुलाकर बातचीत की. परिजनों के सहमति से दोनों की शादी कराने को रजामंदी हुए, दोनों प्रेमी अलग-अलग जाति के थे. लेकिन सरपंच की सहमति से प्रेमी जोड़े की शादी कराई गई.
दोनों अलग-अलग पंचायत के हैंः दोनों अलग-अलग पंचायत के निवासी है. प्रेमी पंकज कुमार भगत, पिता शिव शंकर भगत, ग्राम साह पुर बसंतपुर के निवासी है. जो राज मिस्त्री का काम करता है. वहीं प्रेमिका धर्मपुरजाफर पंचायत के परसुरामपुर गांव के पूजा कुमारी, पिता अजित महतो की पुत्री है. स्थानीय सरपंच धर्मपुरजाफर पंचायत के सरपंच रणधीर कुमार, बसंतपुर बंगला, सरपंच प्रतिनिधि लाल बाबू सिंह, सत्येंद्र सिंह वकील, पंकज सिंह समाजसेवी, बबलू सिंह, गोपी सिंह समेत सैकड़ों ग्रामीण एक पंचनामा के आधार पर स्थानीय शिव गौरी मंदिर में प्रेमी प्रमिका की शादी कराई गई.
लड़की का घर आता था लड़काः लड़का राज मिस्त्री का काम करता है. इनके ठेके में लड़की के दादा का करते थे. लड़का काम को लेकर लड़की के घर अकसर आते-जाते रहता था. आने-जाने के क्रम में दोनों की आंखे चार हो गयी .दोनों तीन वर्षों से प्रेम सम्बन्ध की बात कही. ये दोनों घर से भाग रहे थे. दोनों को भागते देख ग्रामीण दोनों को पकड़ लिया और सामाजिक स्तर से दोनों की शादी करा दी. लड़की के माता इस शादी से काफी नाखुश थी पर लड़की के हठ के आगे उन्हें भी स्वीकृति देनी पड़ी.