छपरा: बिहार के छपरा जिले के मशरख थाना क्षेत्र में हुई जहरीली शराब कांड मामले को लेकर बड़ा खुलासा किया गया है. सारण एसपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे मामले का पर्दाफाश किया है. उन्होंने बताया कि छपरा में भारी मात्रा में होम्योपैथिक दवाई की खाली शीशी बरामद की गई है. इसी से जहरीली शराब की सप्लाई होती थी. साथ ही उन्होंने जानकारी दी है कि इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. (bihar hooch tragedy) (Saran SP On Chapra Hooch Tragedy)
पढ़ें- कांग्रेस की 5 सदस्य टीम पहुंची मशरख मृतकों के परिजनों से मिली
छपरा जहरीली शराब कांड में बड़ा खुलासा: सारण एसपी ने कहा कि छपरा मामले की जांच के लिए हमने एसडीपीओ सोनपुर के नेतृत्व में एसआईटी गठित की थी. इसमें डीएसपी हेडक्वार्टर सहित कुल 34 पुलिस कर्मी शामिल थे. हमलोगों ने इस कांड का उद्भेदन कर दिया है. इस कांड का मास्टर माइंड राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर के नाम से प्रसिद्ध है. उसके अन्य साथियों शैलेंद्र राय सप्लायर, सोनू, संजय महतो और अर्जुन महतो को गिरफ्तार किया गया है. इसके पूर्व भी नौ गिरफ्तारी हो चुकी है. पूरे नेटवर्क को खंगाल लिया गया है. प्रोफेशनल तरीके से कांड का उद्भेदन किया गया. संजय महतो खुद शराब वितरण करता था और खुद पीकर भी बीमार पड़ा था. स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी हमें दी. उससे पूछताछ की गई तो पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे. कौन शराब बनाते थे और किस प्रकार से वितरित करते थे सारी जानकारी प्राप्त हुई. राजेश सिंह द्वारा विभिन्न होम्योपैथी दवा और रसायन को उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से सारण जिला में ट्रांसपोर्ट एवं अन्य माध्यमों से फर्जी नाम पते पर मंगाया जाता था.
"तकनीती साक्ष्यों को जांच में शामिल किया गया. संजय की निशानदेही पर हमने होम्योपैथी दवा और रसायन हमने जब्त किया है. सप्लायर और अन्य लोगों को पकड़ा गया. मुख्य सरगना राजेश सिंह है. वही लोगों को ट्रेनिंग देकर शराब बनावाता था. गिरफ्तार लोगों में संजय महतो जो शराब पीता और बेचता था, खोती महतो, शैलेंद्र राय सप्लायर है, जयनाथ राय, सोनू कुमार गिरी, अर्जुन महतो, राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर को पकड़ा गया है. इन लोगों का आपराधिक इतिहास रहा है."- संतोष कुमार,सारण एसपी
'होम्योपैथी दवा और रसायन से शराब का निर्माण': उन्होंने बताया कि राकेश सिंह एवं उसके सहयोगी सोनू गिरी स्कॉर्पियो एवं अन्य वाहनों से होम्योपैथी दवा और रसायन को ले जाकर शराब का निर्माण करते थे. राजेश सिंह ने हरियाणा में कंपाउंडर के रूप में स्प्रिट का प्रयोग कर जख्मों का इलाज करने के दौरान और होम्योपैथी दवा और रसायन से शराब बनाने का गुर सीखा. राजेश सिंह एवं अन्य सहयोगी के द्वारा उक्त होम्योपैथी दवा और रसायन को एवं उससे निर्मित शराब का इसुआपुर सहित अन्य थाना क्षेत्रों में यह शराब की आपूर्ति की जाती थी.
ADG गंगवार ने कही ये बात 'शराब निर्माण में दूसरे केमिकल का इस्तेमाल': पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि जो केमिकल पुलिस ने जब्त की है और जो केमिकल विसरा में पाया गया है दोनों को मैच कराया जा रहा है. रिपोर्ट जब तक मैच नहीं कर जाते तब तक यह कह पाना मुश्किल होगा कि किस तरह के केमिकल को शराब में मिलाने से मृत्यु हुई है. मेरी जानकारी के मुताबिक इसमें किसी और तरह के केमिकल का प्रयोग हुआ है.
छपरा जहरीली शराब कांड: बिहार के छपरा में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही (Suspected death in Chhapra due to poisonous liquor) है. अब तक 73 लोगों की मौत संदिग्ध जहरीला पदार्थ पीने से हुई है. सारण के मशरक, मढ़ौरा, इसुआपुर और अमनौर प्रखंड में ही ये मौतें हुईं हैं. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तस्करी करने वाले 153 धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है. ऐसी आशंका जताई जा रही है मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. क्योंकि कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. छपरा सदर अस्पताल, पीएमसीएच और एनएमसीएच में मरीजों का इलाज चल रहा है.
सिवान में भी मौत: जहरीली शराब का तांडव सारण के छपरा में देखने को मिला. विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सदन में जमकर हंगामा किया. वहीं इसी बीच सिवान से पांच लोगों की मौत की खबर सामने आई. सूत्रों के अनुसार इन लोगों की मौत का कारण भी जहरीली शराब का सेवन बताया जा रहा था. मामला भगवानपुर थाना क्षेत्र के ब्रह्मस्थान गांव का है. (Suspicious death of 5 people in Siwan)