सारण: छपरा के कुछ इलाकों में पिछले महीने हुई भारी बारिश से अभी भी जलजमाव की समस्या बरकरार है. नगर निगम भी पानी की निकासी करने में विफल साबित हो रहा है. सड़ांध पानी में मच्छरों के पनपने के कारण इलाके में डेंगू का खतरा बढ़ गया है.
प्रशासन नहीं लेता सुध
काशी बाजार निवासी विशाल सिंह राठौर का कहना है कि नगर निगम से बेहतर तो नगर परिषद था जो समय-समय पर डेंगू या अन्य तरह की बीमारियों से बचाने के लिए इलाके में छिड़काव कराता रहता था. साथ ही, नालों की सफाई भी होती रहती थी. ऐसे में हमने इसकी शिकायत नगर आयुक्त से लेकर जिला प्रशासन तक को बहुत बार की है, लेकिन वे लोग सुध नहीं ले रहे.
जिले में पाए गए 18 डेंगू के मरीज
जिले के सदर अस्पताल में सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने कहा कि सरकारी अस्पतालों और निजी अस्पतालों से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर जिले में अब तक 18 डेंगू के मरीज पाए गए हैं. जिन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना स्थित पीएमसीएच भेज दिया गया है. साथ ही, डेंगू की रोकथाम और इसके प्रति जागरुकता के लिए अभियान भी चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि डेंगू के मरीजों के लिए अलग से एक वॉर्ड भी बनाया गया है.
शहर में पाए गए कई मरीज
डेंगू से प्रभावित मरीजों में शहर के प्रभुनाथ नगर निवासी आनंदवर्धन सिंह, अस्पताल चौक निवासी मोहन प्रसाद, एकमा थाना क्षेत्र के हंसराजपुर गांव निवासी विकास कुमार सिंह की पत्नी काजू कुमारी सिंह आदि लोग शामिल हैं. वहीं, शहर के अलग-अलग निजी क्लीनिकों में भी डेंगू के लक्षण वाले मरीज पाए गए हैं. जिसमें सदर अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक डॉ. शंभूनाथ सिंह के यहां 7 मरीज, डॉ. जय कुमार सिंह के पास 3 मरीज और संजीवनी नर्सिंग होम और मेटरनिटी सेंटर में 5 मरीज पाए गए हैं.