सारण: आखिरी चरण के पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) की काउंटिंग के दौरान छपरा के इंजीनियरिंग कॉलेज स्थित मतगणना केंद्र से झड़प का मामला सामने आया है. प्रत्याशी के समर्थकों ने मंगलवार को जमकर बवाल काटा . इस दौरान आक्रोशितों ने ईंट पत्थर (Stone Pelting During Counting In Saran) से पुलिस टीम पर हमला कर दिया. इसके बाद पुलिस ने भी बल प्रयोग करते हुए उपद्रवियों को खदेड़ना शुरू कर दिया.
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मंगलवार को इंजीनियरिंग कॉलेज स्थित मतगणना केंद्र रणक्षेत्र में तब्दील (Uproar In Engineering College Of Chapra) हो गया. पुलिस को हालात नियंत्रित करने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी. पुलिस बार बार आक्रोशितों को समझाती रही, लेकिन लोग कुछ सुनने को तैयार नहीं थे. एक पक्ष का आरोप था कि मतगणना में धांधली की गई है.
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दरअसल परसा प्रखंड के प्रत्याशी मुन्ना शर्मा (Parsa Block Candidate Munna Sharma) ने मतगणना केंद्र पर धांधली का आरोप लगाते हुए अपने समर्थकों के साथ जमकर बवाल काटा. उग्र भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस के पसीने छूट गए. पूरे गांव में घंटों अफरा-तफरी का माहौल बना रहा.
दोनों पक्षों की ओर से पथराव किया गया. थोड़ी देर के लिए पूरा इलाका युद्ध के मैदान में बदल गया. हालांकि उसके बाद पुलिस ने पथराव करने वाले लोगों को खदेड़ दिया. लेकिन अभी भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. वहीं प्रत्याशियों ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया है कि पंचायत चुनाव में खुलकर धांधली हो रही है. जब जिला प्रशासन से शिकायत की जा रही है तब कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
"ईवीएम में गड़बड़ी है. हार जीत इतने कम वोटों से नहीं होता है. कई केंद्रों में गड़बड़ी हो रही है. ईवीएम बाहर निकाल दिया गया है. जिससे भी शिकायत करने गए सभी ने धक्का मारकर भगा दिया. हम लोग आदमी नहीं है क्या? हमलोग हंगामा करेंगे, जिसको जो करना है कर ले."-मुन्ना कुमार शर्मा, हारे हुए प्रत्याशी
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परसा प्रखंड प्रत्याशी मुन्ना कुमार शर्मा पंचायत चुनाव हार गए हैं. जैसे ही इसकी घोषणा हुई, समर्थकों ने बवाल काटना शुरू कर दिया. इन लोगों ने जिला प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए और कहा कि, 'बलपूर्वक उनकी आवाज दबायी जा रही है. इसके पहले बिशनपुरा पंचायत के लोग और कई अन्य पंचायत के लोगों ने भी मतगणना में धांधली का आरोप लगाते हुए जिला अधिकारी से भी गुहार लगाने का प्रयास किया था. लेकिन पुलिस द्वारा उन्हें जबरन जिलाधिकारी कार्यालय से निकाल दिया गया था. मंगलवार की घटना से एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि, मतगणना में कहीं ना कहीं गड़बड़ी जरूर है जिससे उम्मीदवारों में असंतोष व्याप्त है.'
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