छपरा: तो क्या विश्वभर में चिंता की लकीर खींचने वाला कोरोना वायरस बिहार भी पहुंच चुका है. दरअसल, छपरा के शांतिनगर की रहने वाली एक लड़की में संदिग्ध लक्षण पाए गए हैं. चीन से पढ़ाई करके वह 22 जनवरी को अपने घर लौटी है. फिलहाल पीड़िता को छपरा सदर अस्पताल के आइसोलेटेड वार्ड में भर्ती कराया गया. जहां से उसे पटना रेफर किया गया.
सभी जिलों को भेजी गई एडवाइजरी
बता दें कि चीन के व्हांग शहर में फैले नोबल कोरोना वायरस की जानकारी मिलने के बाद बिहार स्वास्थ्य विभाग ने एक एडवाइजरी जारी की है. केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की है. जिसे स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को भेज दिया है. स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अधिकारी और सभी सरकारी डॉक्टरों को इस मामले में सतर्क रहने की निर्देश जारी किया है.
गया एयरपोर्ट पर खास सतर्कता की जरूरत
स्वास्थ्य विभाग ने खासतौर से गया एयरपोर्ट पर आने वाले पूर्वोत्तर एशिया के यात्रियों पर निगरानी करने की सलाह एयरपोर्ट अथॉरिटी को दी है. इस संबंध में एयरपोर्ट के निदेशक से प्रधान सचिव संजय कुमार ने खुद बात की है. क्योंकि राज्य में पर्यटन के उद्देश्य से बुद्धा सर्किट के पर्यटन स्थलों पर चीन और उसके सीमावर्ती देशों से सैलानियों का आना रहता है.
'घबराने या परेशान होने की जरूरत नहीं'
विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि चाइना में तकरीबन 21 लोगों की कोरोना वायरस से मृत्यु हुई है. इसके अलावा तकरीबन 800 लोग इस वायरस की चपेट में है. संजय कुमार का कहना है कि इस वायरस के कारण किसी को भी घबराने या परेशान होने की जरूरत नहीं बल्कि सिर्फ सतर्क रहने की जरूरत है.
क्या है कोरोना वायरस?
विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) के मुताबिक कोरोना वायरस एक जूनोटिक (COV) है. माना जाता है कि 2019-nCoV सीफूड खाने से फैला था. पहले ये जानवरों से मानव में फैलता था. लेकिन अब कोरोना वायरस मानव से मानव में फैल रहा है. यह कोरोना वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति के संपर्क में आने से फैल सकता है. एक दूसरे से हाथ मिलाना इस जोखिम का कारण बन सकता है. किसी संक्रमित व्यक्ति के छूने और फिर अपने मुंह, नाक या आंखों को छूने से भी वायरस का संक्रमण हो सकता है.
क्या हैं इसके लक्षण
नाक बहना, खांसी, गले में खराश, कभी-कभी सिरदर्द और बुखार इसके लक्षणों में शामिल है, जो कुछ दिनों तक रह सकता है. कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के लिए यह घातक है. निमोनिया, फेफड़ों में सूजन, छींक आना, अस्थमा का बिगड़ना भी इसके लक्षण हैं.
मुंबई में पाए गए थे दो रोगी
बता दें कि इससे पहले भी कई वायरस दूसरे देशों से भारत में आने की सूचना मिलती रही है. लेकिन नोबेल कोरोना वायरस से बिहारवासियों को ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है. क्योंकि अभी पूरे देश में सिर्फ दो रोगी मिले हैं, जो कि अभी बिल्कुल स्वस्थ हैं. ये रोगी मुंबई में पाए गए थे.