छपरा: कहा जाता है कि प्रतिभा हो तो किसी भी परिस्थिति में हो अगर आपमें जज्बा हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं है. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है छपरा के पॉलिटेक्निक में पढ़ने वाले चार छात्र छात्राओं (Four Students Made Solar System bicycle in Saran) ने जो छपरा के मरहौरा स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ते हैं. इन छात्र और छात्राओं ने अपनी मेहनत और लगन से एक ऐसे साइकिल को बनाया है जो सोलर प्लेट की मदद से सौर ऊर्जा से चलती है. वहीं इन छात्र छात्राओं ने साइकिल का डेमो भी करके भी दिखाया है.
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सोलर से चलने वाली साइकिल का आविष्कार: : छात्रों ने बताया कि साइकिल सोलर प्लेट से ऊर्जा ग्रहण करती है और फुल चार्ज हो जाने के बाद 30 किलोमीटर का औसत देती है. इस साइकिल की खासियत यह है कि इसको अलग से चार्ज नहीं करना पड़ता है. साइकिल में लगी बैटरी धूप से खुद ही सोलर प्लेट के सहारे चलती है. वहीं सोलर साइकिल बनाने वाले चारों विद्यार्थी डिप्लोमा कोर्स में छठे सेमेस्टर में पढ़ते हैं.
जानें सोलर साइकिल की खासियत: इसमें 24 वोल्ट और 1800 की क्षमता वाली बैटरी लगाई गई है. 250 वाट का मोटर और रफ्तार को कम और ज्यादा करने के लिए हैंडल में एक्सेलेटर लगाया गया है. इसमें आगे से एलईडी लाइट लगाई गई है. वहीं इस साइकिल की अधिकतम स्पीड लगभग 30 किलोमीटर प्रति घंटे की है. छात्रों ने बताया कि इसमें दो बैटरी लगी है एक बैटरी खत्म होने पर दूसरी बैटरी से साइकिल चलाई जा सकती है. इस साइकिल को बनाने में कुल ₹25 हजार की लागत लगी है और करीब 2 महीने का समय लग गया है.
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कूड़ेदान का आविष्कार: इन छात्र-छात्राओं ने एक ऐसा डस्टबिन बनाया है, जिसमें कूड़ा फेंकने समय सामने खड़ा होने पर स्वत: ढ़क्कन खुल जाएगा और व्यक्ति के जाने के बाद खुद से बंद भी हो जाएगा. इस साइकिल प्रोजेक्ट को 4 विद्यार्थियों ने मिलकर पूरा किया है जिनमें प्रिंस कुमार, आदित्य सिंह, स्वाति सिंह और नंदिनी सिंह शामिल हैं.