सारण: बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सरकार (Bihar Health Department) लाख सुविधाएं देने के दावे करती है. जिले की रामपुर स्वास्थ्य केंद्र की हालत खुद ब खुद व्यवस्थाएं की सारी पोल खोलती नजर आती है. स्वास्थ्य केंद्रों में सुविधाओं का आलम यह है कि यहां विभिन्न रोगों से बचाव के लिए टीकाकरण कराने आये लोगों को चिकित्सकीय सुविधा के अलावे सिर्फ मवेशियों के तबेले नजर आ रहे हैं. जहां चिकित्सा के लिए एक भी स्वास्थ्यकर्मी मौजूद नहीं है.
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स्वास्थ्य केंद्र में मवेशियों का जमावड़ा: सारण के रामपुर आमी गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र की हालत को देखकर लगता है कि यहां लोगों की स्वास्थ्य व्यवस्था के बदले यहां पर मवेशियों का जमावड़ा लगा रहता है. यहां स्थानीय जनप्रतिनिधियों के मुद्दे को उचित जगह पर उठाते नही है. केंद्र के नियमित संचालन के लिए स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति साफ सफाई हेतु प्रयासरत नहीं है. प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग की निद्रा इतनी गहरी है कि जिले के जन प्रतिनिधियों का प्रयास भी विफल साबित होने लगा है. इस बाबत पंचायत के बीडीसी सदस्य प्रकाश कुमार सिंह उर्फ लव सिंह की बैठक में बेहतर रखरखाव के लिए स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति के लिए मांग की गई. वहीं स्वास्थ्य विभाग की मनमानी के कारण केंद्र की स्थिति बदतर हो गई है.
पंचायत समिति ने सिविल सर्जन से मिलेंगे: इस भवन के दुरुपयोग को बंद कराने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों के उपस्थिति को लेकर पंचायत समिति सदस्य लव कुमार सिंह, सिविल सर्जन से मिलने की बात कह रहे है. वहीं इस मामले पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दिघवारा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रौशन कुमार ने कहा कि जल्द ही प्रशासनिक सहयोग से उक्त भवन को खाली करवाकर वहां फिर से चिकित्सीय सुविधा आरंभ किया जाएगा.
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